Nojoto: Largest Storytelling Platform

New द्रुमाकृतिक कोशिकाएं Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about द्रुमाकृतिक कोशिकाएं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, द्रुमाकृतिक कोशिकाएं.

    PopularLatestVideo

Kulbhushan Arora

Dedicating a #testimonial to miss Happiness🌺🌺 शरीर की कुछ कोशिकाएं जाने कब आतंकी हुई आतंकवाद तन में आया डॉक्टर ने इसे कैंसर बताया आतंकियों स #yqdidi #yqquotes #yqtestimonial #yqकुलभूषणदीप

read more















 Dedicating a #testimonial to miss Happiness🌺🌺
शरीर की कुछ कोशिकाएं
जाने कब आतंकी हुई
आतंकवाद तन में आया
डॉक्टर ने इसे कैंसर बताया
आतंकियों स

AB

कभी- कभी टूट जाता मन और ह्रदय पर होता कठोर आघात, प्रतीत होता जैसे मेरे मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाएं अवरुद्ध हो पड़ी हों, और ह्रदय से पूरी दे #alpanas

read more
रोज़ नहीं कभी -कभी,! कभी- कभी टूट जाता मन और ह्रदय पर होता कठोर आघात, प्रतीत होता जैसे मेरे मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाएं अवरुद्ध हो पड़ी हों, और ह्रदय से पूरी दे

अशेष_शून्य

मुझे माफ़ करना सीखना होगा मुझे माफ़ करना भी होगा पर बस उन्हें जो काबिल हैं माफ़ी के न की किसी सज़ा के जैसे रौशनी चुरा लेने के बाद भी माफ #yqquotes #yqaestheticthoughts #अशेष_शून्य

read more
क्षमा जीवन का वो मधुर
संगीत है जिसके बजते ही ;
पलकों में छिपे सारे बादल 
एक साथ बरस पड़ते हैं,
और अंतस की सारी तपिश
धूल जाती है।। 

~© अंजली राय मुझे माफ़ करना सीखना होगा
मुझे माफ़ करना भी होगा 
पर बस उन्हें जो काबिल हैं
 माफ़ी के
न की किसी सज़ा के 

जैसे रौशनी चुरा लेने के बाद भी
माफ

अशेष_शून्य

मुझे तुम्हारे भावों की, या शब्दों की "शून्यता" से कोई परहेज नहीं; ना कोई शिकायत है, तुम्हारे मौन से ... तुम्हारी "निःशब्दता" से । मैं समझती #energy #hindipoetry #paidstory #peaceful_soul #अशेष_शून्य #प्रेम_युद्ध

read more
(शेष अनुशीर्षक में)
~©Anjali Rai मुझे तुम्हारे भावों की,
या शब्दों की "शून्यता"
से कोई परहेज नहीं;
ना कोई शिकायत है,
तुम्हारे मौन से ...
तुम्हारी "निःशब्दता" से ।

मैं समझती

Sarita Shreyasi

पुतुल, छरहरे गठन की सुंदर, तेज तर्रार युवती। घर-बाहर सब अकेले ही संभालती। बड़े सरकारी अधिकारी थे जमाई बाबू। उन्हें नौकरी से फुर्सत कहाँ होती #Woman #cancer

read more
माँ के हृदय ने नेह छलकाने में कभी एक क्षण जो थोड़ा पार्थक्य किया हो, चारों बच्चों की परवरिश में पुतुल ने कभी विभेद नहीं किया। किंतु अपनी गृहस्थी में बोदी की उपस्थिति उसे व्यथित कर जाती।

(Read in caption.. 3rd story ) पुतुल, छरहरे गठन की सुंदर, तेज तर्रार युवती। घर-बाहर सब अकेले ही संभालती। बड़े सरकारी अधिकारी थे जमाई बाबू। उन्हें नौकरी से फुर्सत कहाँ होती
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile