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Anjali Singhal
"संजोए दो कुटुंब का मान-सम्मान, सिंदूर हो जाता एक सुहागन का अभिमान। लेकर सुहागन की मांग में एक महत्वपूर्ण स्थान, सिंदूर दिलाता उसे सदा सुहा
read moreAnjali Jain
आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain आज का विचार 08.12.24 आज का विचार
आज का विचार 08.12.24 आज का विचार
read moreashita pandey बेबाक़
कठिन उद्यमों से,मैंने जीवन की माटी ,सींची हैं तकदीरों के मस्तक पर मेहनत की ,रेखा खींची हैं जब जब घाव लगा हैं बढ़ने थोड़ी आंखें भींची हैं अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी ये दुनिया,कांच सरीखी हैं दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं रही धरा पर वास किए सभी कंटकों से जूझी स्वयं विजयश्री की हासिल नहीं कोई इक भी अखियां मेरे घावों पर भीगी हैं कठिन उद्यमों से,मैने जीवन की माटी,सींची हैं ©ashita pandey बेबाक़ #sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार
#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार
read moreShiv Narayan Saxena
White नारी से बढ़कर नहीं, दुनिया के किरदार। धरा बिना जमते कहीं, वृक्षों के परिवार।। मॉं के आगे प्रभु कहीं, करवाते सम्मान। नारी से बढ़कर नहीं, रखते अपना मान।। ©Shiv Narayan Saxena #good_morning_quotes नारी सम्मान poetry in hindi
#good_morning_quotes नारी सम्मान poetry in hindi
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
हमारी वास्तविक आवाज शीर्षक मां पापा का सम्मान विधा विचारनुमा भाषा शैली हिन्दी . . भाव वास्तविक मन के भाव
read moreRAMLALIT NIRALA
White हम गरिब है साहब सम्मान के शिवा अपमान कहना नहीं जानते ©RAMLALIT NIRALA जीते जी सम्मान करना सिख लो मरने के बाद समसान की दोर सुरू होगी
जीते जी सम्मान करना सिख लो मरने के बाद समसान की दोर सुरू होगी
read moreDev
वो कर्ज़ हम चुका ना पाये। हम्हारा फ़र्ज़ हम निभा ना पायें।। ©Dev दिल का अहसास
दिल का अहसास
read moreneelu
White मेरी नानी अक्सर कहा करती थी लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं.. ..... शब्दों का अपमान किसी का सम्मान नहीं हो सकता हैं.. ©neelu #life_quotes #मेरी नानी #अक्सर कहा करती थी लोगों को पता ही नहीं क्या नहीं कहते हैं.. ..... शब्दों का #अपमान किसी का #सम्मान नहीं हो #सकता