Find the Latest Status about कालमेघ का पौधा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कालमेघ का पौधा.
VIIKAS KUMAR
Sbl कालमेघ सिरप का उपयोग अपच, पेट फूलना, कब्ज में किया जाता है, यकृत और गैस्ट्रिक शिकायतों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करता है। संरचना: Androgarphis Paniculata Q, Chelidonium Majus Q, Carica Papaya Q, Myrica Cerifera 3x, Hydrocotyle Asiatica Q, Hygrophila spinosa Q, अनुशंसित खुराक: बच्चे: 5-10 बूँदें, दिन में तीन बार। साइड इफेक्ट: कोई साइड इफेक्ट ज्ञात नहीं है। सावधानियां: 1. खाने/पीने/अन्य दवाओं और निर्धारित होम्योपैथिक दवा के बीच आधे घंटे का अंतर रखें। 2. होम्योपैथिक दवा लेते समय आपके मुंह में प्याज, लहसुन, कपूर, कॉफी, हींग जैसी तेज गंध नहीं आनी चाहिए। 3. मेन्थॉल, पुदीना, कपूर, आवश्यक तेल, लिप बाम, डीप हीट लाइनमेंट्स, कफ लोजेंज, च्यूइंग गम, सुगंधित टूथपेस्ट, रासायनिक धुएं, इत्र आदि जैसी तेज गंधों से दूर होम्योपैथिक उपचारों को स्टोर करें। ©VIKAS KUMAR Sbl कालमेघ सिरप
भारद्वाज
दुनिया का सबसे *पवित्र पौधा* *विश्वास *का है, जो धरती पर नहीं, *दिलों* में उगता है।। BharDwajSharma.. #विश्वास का पौधा...
भानु
आ गया तू पूर्णिमा की रात में पकड़ लू मैं तुझे अपनें हाथ में खोद कर गड्ढा उसमें तुझे डाल दूंगी प्यार से सिचूंगी विश्वास की खाद दूंगी अंकुर फिर तेरा फूटेगा जरूर बाहर एक दिन तू निकलेगा जरूर होगा पौधा तेरा नन्हा सा और प्यारा उसी को देख बिताऊंगी मैं वक्त सारा धीरे-धीरे पौधा वो बढ़ेगा फिर एक दिन फूल उस पर खिलेगा एक के बाद कई सारे फूल खिलेंगे फिर उस पर ढेरों चांद लगेंगे फिर सारे चांद होंगे मेरे न रहना पड़ेगा मुझे इंतजार में तेरे दिन में भी चाँद होंगे मेरे हाथ में तु तो आता हैं केवल रात में किसी को भी अपनें चाँद न लेने दूंगी लेकिन तू मांगेगा तो तुझे भी एक चांद दे दूंगी #चाँद का पौधा
Mohan Sardarshahari
कुछ इस पेड़ की तरह सदा यों ही बढ़ता रहे तेरे मेरे प्यार का पौधा कभी बाधा आए तो झुक जाए अरुणोदय की लाली फिर भी हमेशा इसमें नजर आए ।। ©Mohan Sardarshahari प्यार का पौधा
कलम की दुनिया
प्रेम में गुलाब तो सब देते हैं तुम मुझे गुलाब का पौधा देना गुलाब तोडना तो आसान है प्रेम करने की तरह गुलाब के पौधे को पालना मुश्किल है प्रेम निभाने की तरह ©कलम की दुनिया #गुलाब का पौधा
Anamika
जितना गहरा बीज लगाव का होगा उतना ज्यादा पौधा पनपेगा फसलें गर कट जायेगी अपनेपन की, बंजर धरती मिलेगी , प्रेम न फिर उभरेगा #@ प्रेम का पौधा#@
Aasth Mishra
सबसे अज़ीज़ थे पर, jindgi me pyaar ka paudha lgane se pehelejamin ko jarur parkh lena.jindgi me pyaar ka paudha lgane se pehele jamin ko jarur parkh lena.kyuki har mette me wffa nhi hoti....? #प्यार #का #पौधा
NEERAJ SIINGH
तुम प्रेम का पानी सींचतें रहना मैं विश्वास का पौधा सा बढ़ता रहूंगा #neerajwrites विश्वास का पौधा
Krishna Kumar
| फूल का पौधा | | फूल का पौधा | बहुत ही पुराने समय की बात है । मिस्र देश का एक राजा था जिस पर देवता प्रसन्न हो गये और उसके पास आये और उसे उपहार स्वरुप एक चमत्कारी तलवार दी और उसे बोले कि जाओ और दुनिया फतह करो । इस पर राजा ने भगवान से सवाल किया कि ” भगवन आप भी कमाल करते है भला मुझे किस चीज़ की कमी है जो मैं पूरी दुनिया को फतह करूँ ।” इस पर देवता ने फिर से कुछ सोचकर “पारसमणि देते हुए राजा से कहा ये लो पारसमणि और जितना चाहे उतना धन की प्राप्ति करो ।” इस पर राजा ने फिर से सवाल किया ” भगवान मैं इतना धन प्राप्त करकर क्या करूँगा बताओ ।” राजा ने वो लेने से भी मना कर दिया । इस पर देवता ने उसे एक अप्सरा देते हुए कहा ” ये लो मैं तुम्हे तुम्हारे साथ रहने को ये खूबसूरत अप्सरा देता हूँ ।” इस पर राजा ने कहा भगवान मुझे ये भी नहीं चाहिए आपके पास इन सब से कुछ बेहतर हो तो बताओ । देवता अब सोचा में पड़ गया और कहने लगा सभी मनुष्य तो यही सब पाने के लिए संघर्ष करते है और मैं तुम्हे सहर्ष इतना सब दे रहा हूँ फिर भी तुम मना कर रहे हो तो तुम ही बताओ मैं तुम्हारे लिए किस चीज़ की व्यवस्था करूँ जो तुम्हे पसंद हो । राजा ने देवता से कहा ” भगवान जरा सोचिये मैं अगर तलवार को धारण करता हूँ तो भी उसकी धार भी एक न एक दिन चली जाएगी और नहीं तो मैं कोइंसा युगों युगों तक यंहा रहने वाला हूँ और अगर अप्सरा के लिए हाँ करता हूँ तो उसका सौंदर्य भी तो कोई अतुलनीय नहीं है । जबकि अगर पारसमणि को धारण करता हूँ तो धन भी कोई मुक्ति का मार्ग नहीं है तो मैं क्योंकर इन सब की इच्छा रखूं ? इस पर राजा ने जारी रखते हुए कहा प्राकृतिक सौन्दर्य से तो देवता भी धरती पर विचरण के लिए आते है इसलिए आप मुझे यह फूलों का पौधा ही दे दीजिये मैं इसे बड़ा होते और इसमें फूलो को खिलते हुए देखूंगा इस से रमणीय मेरे लिए कुछ अधिक नहीं हो सकता । ©Krishna Kumar कहानी फूल का पौधा की