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Ravi Shankar Kumar Akela
इस शब्द की व्युत्पत्ति 'पा' धातु से हुई है, जिसका अर्थ होता है, 'रक्षा करना' तथा पालन करना।, अत: पिता का कार्य है अपने परिवार के सदस्यों की रक्षा करना तथा पालन करना। यह रक्षा वह दो दृष्टियों से करता है, सामाजिक मर्यादा तथा शारीरिक विकास के सम्बन्ध में ©Ravi Shankar Kumar Akela #TereHaathMein इस शब्द की व्युत्पत्ति 'पा' धातु से हुई है, जिसका अर्थ होता है, 'रक्षा करना' तथा पालन करना।, अत: पिता का कार्य है अपने परिवार
KP EDUCATION HD
KP GK SAGAR GK questions in Hindi video ©KP STORY CREATOR 🩺 जीव विज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न 🦠 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ 1.: - मांसपेशियों में किस अम्ल के एकत्रित होने से थकावट आती है ? Ans : - लैक्टि
Vedantika
मशीन के लिए मशीन इंजन लेथ मानव जीवन के आरंभ से ही मनुष्य ने अपनी सुविधानुसार बहुत से अविष्कार किए जिनमें से एक सबसे बड़ा अविष्कार पहिए का हुआ। इसके साथ ही इजाद हुआ उस
Vedantika
गूंगी गुड़िया बोल उठी। तोड़ गुमनामी की दीवार, खुली हवा की लहर हुई। जिंदगी की जंग जीत कर, इन्द्रधनुष के रंग हुई । इतिहास को जन्म देने वाली, वंचित रही अधिकार से। उसके मन को बहलाया, धातु के उपहारो से। (Read in Caption) Day:5 गूंगी गुड़िया बोल उठी। तोड़ गुमनामी की दीवार, खुली हवा की लहर हुई। जिंदगी की जंग जीत कर,
atrisheartfeelings
कृष्ण दामोदरम वाशुदेवम हरिम जानकी नायकम राम चंद्रम भजे आपने यह सुना होगा, गाया होगा, गुनगुनाया होगा आइए, इसके प्रयुक्त शब्दों के अर्थ को समझते हैं 1. अच्युत - जो च्युत न हो, जो नष्ट न हो ० अच्य
atrisheartfeelings
कुछ महत्वपूर्ण बातें .... Please read in caption.... बहुत मेहनत के बाद यह चिन्ह तैयार किया हैं अतः आप से निवेदन हैं कि आप इसे हर students से सहभागिता करें...*✍🏻✍🏻✍🏻 1) + = जोड़
Guruwanshu
धातु अधिक ऊष्मा में गर्म होकर पिघल जाए और, माटी उसी में तपकर और अधिक पक जाए। निश्चित ताप के बाद धातु अग्नि सहन ना कर पाए और, माटी पकने के बाद ना तो जल पाए नाही गल पाए।। बात तो छोटी है लेकिन अर्थ गहन है जो जिस भाव से पढ़ेगा वैसा ही समझ जाएगा। स्वयं को धातु के समान कठोर मत बनाओ, नहीं तो अत्यधिक क्रोध की ज्वाला
Sujit Kumar Kar
सत्य की खोज अब भी जारी है तब भी थी तो फिर क्या सत्य निखोज् है ईश्वर सत्य है सत्य ही शिव है शिव ही सुन्दर है जागो उठ कर देखो जीवन ज्योत उजागर है सत्यम शिवम सुंदरम राम अवध में, काशी में शिव, कान्हा वृंदा