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Arora PR
White खबरों में हमेशा बने रहने के लिए मैंने जिंदगी मेंअच्छे काम भी किये हैं और कई बार बुरे कर्मो क़ो भी अंजाम दिया हैं अच्छे कामो के लिए मुझे सराहा गया और बुरे कामो के लिए मेरी निंदा की गई हैं.....पर मेरा नाम खबर बन कर अखबरों में हमेशा छपता रहा हैं ©Arora PR खबरों में
Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).
White इश्क में नहीं रिस्क में समय बर्बाद करें क्योंकि इश्क में बर्बादी है और रिस्क में कामयाबी..!! ©Krishna Deo Prasad. ( Advocate ). #City #इश्क में नहीं रिस्क में समय बर्बाद करें क्योंकि इश्क में बर्बादी है और रिस्क में कामयाबी..!!
Mukesh Poonia
परिवर्तन और संघर्ष से डरने वाला व्यक्ति कभी भी बड़ी उपलब्धि हासिल नहीं कर पाता... . ©Mukesh Poonia #achievement #परिवर्तन और #संघर्ष से डरने वाला #व्यक्ति कभी भी बड़ी #उपलब्धि हासिल नहीं कर पाता...
imran pathan
Year end 2023 अंजुमन में जब हम मिलेंगे तो तमाशा भी होगा , अश्कों का सैलाब और जज़्बातो का मेला भी होगा। वफ़ा बहौत थी तेरे मेरे दरमिया, बेवफ़ा हमारे बीच ये वक्त ही होगा..।। मालूम कहा था कि यूं बिछड़ जायेंगे , तेरे मेरे बीच में अब बस यादों के रंग ही रहेंगे..! यूं तो बिखरकर फिज़ा में , अब बस महोब्बत ही रहेगी, मौत ही मिलाएगी हमें 'अमन' अब कोई जुदाई न होगी..! इमरानख़ान "अमन" ©imran pathan अंजुमन में ..!
malay_28
Holi is a popular and significant Hindu festival celebrated as the Festival of Colours, Love, and Spring. मेरे साजन दिखाना प्रीत होली में भुला कर रंजिशों के गीत होली में ! गुलालों से लिखो दिल की रजामंदी रक़ीबों को बना मनमीत होली में ! बहुत जीते रहे हम रंजिशें पाले मुहब्बत का सुनें संगीत होली में ! जुबाँ पर स्वाद हो पकवान मीठे का गले मिलकर बनें मनमीत होली में ! ज़रा सा रंग भरकर प्यार सबको दो यही जज़्बा रहे नवनीत होली में ! ©malay_28 #होली में
Poet Kuldeep Singh Ruhela
ये बच्चे भी हमको हमारी पहचान करवाते है बुढ़ापे में हमको हमारी औकात दिखाते है मरता रहे आखरी सांस तक इनके लिए कोई सारी जायदाद अपनी नाम करवाते है ! ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #bachpan ये बच्चे भी हमको हमारी पहचान करवाते है बुढ़ापे में हमको हमारी औकात दिखाते है मरता रहे आखरी सांस तक इनके लिए कोई सारी जायदाद अपनी ना
Poet Kuldeep Singh Ruhela
Life Like जीवन भी एक पत्ते की तरह है मेरे भाई चार दिन हरियाली में रहकर सुख जाता है हरे भरे जीवन में भी एक दिन दुखो का आता है फिर बचपन से जवानी और बुढ़ापे में बिखर जाता है ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #Lifelike जीवन भी एक पत्ते की तरह है मेरे भाई चार दिन हरियाली में रहकर सुख जाता है हरे भरे जीवन में भी एक दिन दुखो का आता है फिर बचपन से
ਖੰਨਾ ਵਾਲਾ ਜੱਟ
"आज पता चला के पहले की महिलायें परदे में क्यों रखी जाती थी! आज के जमाने मे मरियादा बहुत महंगी वस्तु है जो आज की महिलायें विलुप्त हो गई है !" यथार्थ :- शादी के बाद पहली रात "सुहागरात" को भी पढ़े लिखे लोग कैमरे में उतारते ! अगर इसको Modernization बोलते है तो तो ऐसे लोगो की सोच पर मूतना उचित रहेगा! ©ਖੰਨਾ ਵਾਲਾ ਜੱਟ सही है, फ़िर मैं modern नही हूँ! समय के साथ सोच में परिवर्तन करना ग़लत नही किन्तु जब बात घर की इज़्ज़त हो तो 100 बार सोचने में संकोच नही! ल