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Stories related to रोपाई गीत

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Mamta kumari

सावन में धान रोपाई ।

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सावनआया किसान के लिए बरसात लाया
ये उपहार इन्हें बहुत अधिक मन को भाया

धान की खेतो में पानी, मिट्टी मिश्रण बनाया
इन खेतो में आ बकुला भोजन लिए मंडाया

 फूफाजी ,बुआ खेतो में धान के बीज ले आई 
काका, काकी इन बीज को खेतों में समाई

कुछ दिनों बाद खेत धान की फसल लहलाई
लहलहाते देख किसान मोहल्ल खुशिया मनाई सावन में धान रोपाई ।

Ravendra

सावन के फुहार के बीच शुरू हुई धान की रोपाई बहराइच जनपद के नेपाल सीमावर्ती नवाबगंज ब्लाक के इलाके में सावन की फुहार पड़नी शुरू हो गई है इसी #न्यूज़

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Gopal Singh

पहाड़ मै धान की रोपाई के लिए खेत को तैयार करते हुए #Life

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anil.gangwar.1994000

गीत के गीत

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Kartik Pratap

आखिरी गीत #गीत

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जब रात ढले लिखना हो कोई गीत
तब मत लिखना अपने दिलदार को
लिख देना कोई नज़्म
जिसमे इंसान, इंसान ही नज़र आए
लिख देना अपनी सारी पर्तें खंगाल कर
कुछ अटरम-सटरम
बिखेर देना खुद को उस गीत में इस तरह
कि बस जैसे लिखा जा रहा हो
दुनिया का आखिरी गीत #NojotoQuote आखिरी गीत
#गीत

Krishan Sharma

#गीत गीत लिखें... #कविता

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Kalpana Mishra

नकटा गीत अवधी गीत #शायरी

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अभिषेक कुमार मिश्रा

गीत लिखूं या गीत लिखूं #Shayari

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Kandari.Ak

Gurudeen Verma

White शीर्षक - क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये
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क्यों आज हम याद तुम्हें आ गये।
क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।।
कल तो नहीं थी तुम्हें मिलने की फुर्सत।
क्यों आज तुम मिलने हमें आ गये।।
क्यों आज हम याद-----------------------।।

देख रहा हूँ तुम्हारी कहाँ हैं निगाहें।
मेरा महल देख क्यों भरते हैं आहे।।
छूने से डरते थे तुम मुझको कल तो,
क्यों आज मिलाने हाथ तुम आ गये।।
क्यों आज हम याद------------------।।

कल तक की थी तुमने बुराई हमारी।
करते हो आज सबसे तारीफ हमारी।।
नहीं पूछते थे तुम कल हाल हमारा।
क्यों आज बिछाने फूल तुम आ गये।।
क्यों आज हम याद------------------।।

नहीं था कबूल कल क्यों साथ हमारा।
गैरों की बाँहों में था कल हाथ तुम्हारा।।
तोड़ा था क्यों तुमने कल ख्वाब हमारा।
क्यों आज बनाने साथी तुम आ गये।।
क्यों आज हम याद-------------------।।





शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #गीत
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