Find the Latest Status about वायलिन वादक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वायलिन वादक.
Raja Saheb
ये पहली बारिश की शाम, एक कप कॉफ़ी एक अधूरी खुली किताब मेरी वायलिन तेरी याद कुछ बहके लम्हें कुछ महके ज़ज्बात, वाह क्या बात, क्या बात।। 😊😊
dream saler
तेरा ये सुतवा ढला गठा बदन, जैसे कसा हुआ सितार अंग अंग से उँगलियाँ जो खेलें आएँ मदमस्त सीत्कार जी चाहे जैसे बजा लो, निकले अलग अलग झंकार बजत बजत वादक तक जावे, थके नहीं सितार.... (सुतवा ढला गठा- well maintained shaped कसा हुआ - tuned , सीत्कार - moans, झंकार- beats, वादक - instrument player) तेरा ये सुतवा ढला गठा बदन, जैसे कसा हुआ सितार अंग अंग से उँगलियाँ जो खेलें आएँ मदमस्त सीत्कार जी चाहे जैसे बजा लो, निकले अलग अलग झंकार बजत ब
Vibhor VashishthaVs
Meri Diary #Vs❤❤ 'भारत रत्न' से सम्मानित महान शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि.....। 🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏 आपकी शहनाई से निकले सुमधुर स्वर, संगीत प्रेमियों की स्मृतियों में सदैव जीवंत रहेंगे...। ✍️Vibhor vashishtha Vs Meri Diary #Vs❤❤ 'भारत रत्न' से सम्मानित महान शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान की पुण्यतिथि पर उन्हें सादर श्रद्धांजलि.....। 🙏🌺🙏🌺🙏🌺🙏 आपक
Er.Shivampandit
कविता है :- दिनचर्या कवि है :- धूमिल निवासी :- बनारस (बाबा की नगरी) हर हर महादेव 🙏 #stay_home_stay_safe सुबह जब अंधकार कहीं नहीं होगा, हम बुझी हुई बत्तियों को इकट्ठा करेंगे और आपस में बाँट लेंगे. दुपहर जब कहीं बर्फ नहीं
sandy
💓#एक_कटिंग_चहा💓 काँलेज जवळची टपरी, साथीला दोस्त छपरी आणि सोबत एक कटीँग चहा! जरा आठवतोय का पहा! बंक केलेले लेक्चर्स, टपरीवरती मित्र-मैत्रिण
R.S. Meena
सच की गंध सच की गंध बड़ी है तीखी, इसे तीखा सुर ही चखता यहाँ। झूठ की गंध बड़ी है मीठी, मीलो मील तक बहकता जहाँ।। जग में जो झूठ से नहाते, झूठ ही खाते और इसे ही खिलाते है, स्वार्थ सिद्ध होने पर, अमृत जैसा विषपान भी वो ही कराते है। विष बाँटकर, अमृत पाने को भटके वन में कहाँ-कहाँ। सच की गंध बड़ी है तीखी, इसे तीखा सुर ही चखता यहाँ। सत्य की राह पर, कोमल तन अपने पाँव ना रख पाएँ, चुभे जो काँटा पाँव में, सहन उससे फिर वो ना हो पाएँ। जो सहन इसे कर जाएँ, उसकी गाथा गाएँ सारा जहाँ। सच की गंध बड़ी है तीखी, इसे तीखा सुर ही चखता यहाँ। सत्य की गरमाहट से सर्दी में भी टपकने लगे है पसीना, झूठ ही अंत में झूठ वादक का कर देता है मुश्किल जीना। दिल की पहली आवाज सत्य है, बाद में झूठ ही बोले जुबाँ। सच की गंध बड़ी है तीखी, इसे तीखा सुर ही चखता यहाँ। प्रकृति से पाकर उपहार, मान ना रख पाएँ प्रकृति का, 'मॉम' 'डैड' जैसे शब्दों में भाव नहीं सभ्य संस्कृति का। मात-पिता के लिए जगत में, झूठ की ना ले कोई दवा। सच की गंध बड़ी है तीखी, इसे तीखा सुर ही चखता यहाँ। सच की गंध सच की गंध बड़ी है तीखी, इसे तीखा सुर ही चखता यहाँ। झूठ की गंध बड़ी है मीठी, मीलो मील तक बहकता जहाँ।। जग में जो झूठ से नहाते, झूठ
Dr Upama Singh
रचना अनुशीर्षक में👇👇 #rztask477 #rzलेखकसमूह #restzone #rzhindi #yourquotedidi "अनहद नाद" दिशाओं में...हवाओं में... फ़िज़ाओं में... गुंजायमान है संगीत...
KrissWrites
ॐ नमः शिवाय (2) हर हर महादेव मै केदारनाथ, मै विश्वनाथ मै महाकालेश्वर, मै बैजनाथ मै ओंकारेश्वर, मै नागेश्वर मै सोमनाथ, मै घृष्णेश्वर मै त्रयमबकेश्वर, मै भीमशंकर मै मल्लिकार्जुन, मै रामेश्वरम मै शिव हूॅ मै ही शंकर ॐ नमः शिवाय (2) हर हर महादेव द्वापर या सतयुग मै कृष्ण हूॅ मै राम हूॅ मै कंश हूॅ मै रावण हूॅ मै मृत्युंजय मै विनाशक हूॅ मै हनुमान हूॅ मै परशुराम हूॅ कलयुग का मै कालके हूॅ हर हर महादेव ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॥ यह कृष्णायादव दवारा लिखित शिव ताण्डवस्तोत्रं सम्पूर्ण हुआ ॥ ©kriss.writes ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ नमः शिवाय (2) हर हर महादेव मै शिव हूॅ मै ही शंक