Find the Latest Status about 'काश कोई मुझे समझ पाता' from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, 'काश कोई मुझे समझ पाता'.
Ankita Tantuway
Unsplash मुझे अंजान कर, जो मुझसे दूर चले गये हो काश अपनेपन के साथ विदा करते, तो बेहतर होता। तुम्हारे न होने से ज्यादा तकलीफ अंजान होने से हो रही काश करीब रख मुझसे ही जाने को कहते, तो बेहतर होता। हर रोज तरह तरह के ख्याल कचोटते है ,मुझे रुलाते है बहुत काश मेरे मन के द्वंद को विराम दिया होता, तो बेहतर होता। हमारे रिश्ते के वजूद को एकदम से गायब कर दिया काश इसे खूबसूरती से खत्म किया होता ,तो बेहतर होता। कि काश मुझे एक बार अलविदा किया होता, तो बेहतर होता। ©Ankita Tantuway कि काश मुझे एक बार अलविदा किया होता तो बेहतर होता #Love #library
कि काश मुझे एक बार अलविदा किया होता तो बेहतर होता Love #library
read morezara's line
#26janrepublicday कोई नहीं कि लादे यार की खबर मुझे... ऐ साइलाह -इ- अश्क़ तुहि बहादे उधर मुझे..
read moreAnant Nag Chandan
काश! कोई समझ सके आंसू का ये सफर, दर्द जो शायरी तलक हर बार ले गया। अनंत ©Anant Nag Chandan #sadak काश! कोई समझ सके आंसू का ये सफर, दर्द जो शायरी तलक हर बार ले गया। अनंत
#sadak काश! कोई समझ सके आंसू का ये सफर, दर्द जो शायरी तलक हर बार ले गया। अनंत
read moreseema patidar
White तुम्हें क्या हुआ? कुछ नही! ये कुछ नहीं कितना छोटा वाक्य है पर ये बहुत विशाल है किसी का कुछ नही विशाल है तो सिर्फ एक सुनने, समझने वाले व्यक्ति के लिए किसी का कुछ नहीं विशाल है तो सिर्फ एक परम मित्र के लिए ये कुछ नहीं तो आसान जरिया है पुनः अपने दुख को न कुरेदने का इस कुछ नही को समझने का पूर्ण हक है तो सिर्फ एक परम मित्र का जो मरहम है इस कुछ नहीं का । ©seema patidar क्या सच में कोई समझ पाता है किसी का ...... कुछ नहीं .......
क्या सच में कोई समझ पाता है किसी का ...... कुछ नहीं .......
read moreRaju Saini
White कोई हालात नहीं समझता, कोई जज़्बात नहीं समझता, ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब, कोई कोरा कागज़ समझ लेता है तो कोई पूरी किताब नहीं समझता ! ©Raju Saini #safar कोई #हालात नहीं समझता, - कोई #जज़्बात नहीं समझता, ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब, कोई कोरा #कागज़ समझ लेता है तो कोई पूरी #किताब
Ashtvinayak
कोई "हालात" को नहीं समझता, तो कोई "जज़्बात" को नहीं समझता.. ये तो बस अपनी-अपनी "समझ” है... कोई "कोरा कागज़” भी पढ़ लेता है, तो कोई पूरी "क
read more