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Sandip Ovhal

एक साथी और भी था

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एक साथी 
और भी 
था एक साथी और भी था

abhisri095

एक #साथी ऐसा भी...

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वो अपना नही पर अपनों से कम नही लगा करता है
कही और नही मेरे हॉस्टल में रहा करता है
जब कभी उसे बिन-बात के डॉट भी दू
छोटे भाई के जैसे नज़रे झुकाये
ख़ामोशी से सुन लिया करता है ...
मेरे हर एक कहे को कुछ यु दिल से लगा लिया करता है
इतनी मोहब्बत है उसे मुझसे मैं क्या बतलाऊ
मेरे गैर-मौजूदगी में आस्तीन चढ़ा लिया करता है। एक #साथी ऐसा भी...

Shilpa

चेहरे के पीछे एक और चहेरा भी था उसके अंदर एक दरिंदा भी था #shilpapandya #horror #शायरी

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चेहरे के पीछे एक और चहेरा भी था
     उसके अंदर एक दरिंदा भी था
         #shilpapandya

©Shilpa चेहरे के पीछे एक और चहेरा भी था
     उसके अंदर एक दरिंदा भी था
         #shilpapandya

#horror

Ek Lamba safer with Adarsh upadhyay

साथी साथ निभाना था। #कविता

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RAJESH RAWAT

वो भी एक दौर था

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Ashish Kumar Chaudhari

एक दौर था हमारा भी... #आशीष

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एक दौर था जब मुस्कुराहट
की चमक आंखों में दिख 
जाती थी.....
और एक दौर ये है जब आंखों 
का दर्द छुपाने के लिए
 मुस्कुराना पड़ता है...
  #आशीष# #NojotoQuote एक दौर था हमारा भी...

Prashant Mishra

एक वो भी दौर था

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एक-दूसरे की चाह का  इकरार था हममें
दुनिया के ताने झेलना स्वीकार का हममें
एक ये भी दौर है कि अपन दोस्त नहीं हैं
एक वो भी दौर था कि बड़ा प्यार था हममें

--प्रशान्त मिश्रा  एक वो भी दौर था

Vijendar Koli

एक जमाना अपना भी था #Shayari

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RJ Rekha Bhatia

वो भी एक दौर था

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जहाज कागज़ के नदियां पार करते थे
वो भी क्या दिन  थे जब 
वो भी  हम पर मरते थे
अब सौ सहुलियतें हैं जिंदगी में 
मगर वो दौर और था कि खुशी-खुुशी
 रूखे सूखे में भी बसर करते थे
बाकी कुछ रह गया हो जैसे
वो वक्त बहुत कुछ कह गया हो जैसे
कत़रे में समंदर बहते  थे
जब वो दिल की बात 
आँखों से कहते थे
अक्श उसका आँखों में जब होता  
हम पतझङ को भी बहार कहते थे
लकीरें हाथों की झूठी  हैं
   ये दोस्ती अपनी अनूठी हैं   
अपनी जीत को भी 
वो मुझ पे हार देते थे वो भी एक दौर था

Firoz Khan Firoz

मेरा भी एक सपना था

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