Find the Latest Status about ओ माई from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ओ माई.
F M POETRY
New Year Resolutions जैसे हर साल गुज़र जाता है.. दर्द-ओ-ग़म क्यों गुज़र नहीं जाते.. यूसुफ़ आर खान. ©F M POETRY #newyearresolutions दर्द-ओ-ग़म....
#newyearresolutions दर्द-ओ-ग़म....
read moreAnuj Ray
White दर्द ओ ग़म" उनसे बिछड़ने का दर्द ओ ग़म ज़िगर से आज तक कभी गया ही नहीं। कुछ लोग दर्द ओ ग़म की दवा ढूंढने लगते हैं, हमें इस क़ाबिल कोई जचा ही नहीं ©Anuj Ray # दर्द ओ ग़म "
# दर्द ओ ग़म "
read moreAnjali Singhal
"रू-ब-रू तुमसे हुए हैं जब से। ख़्वाब-ओ-ख़्याल में खोए हैं तब से।।" #AnjaliSinghal #Shayari #shayaristatus #status #statusvideo #Video vir
read moreMayuri Bhosale
White ओ पहली मुलाकात..... दिल मे दबी हुई वो हसी लगती है हमे आँखो मे अभी भी वैसी ही फसी सब कुछ लुटा दिया है हमने तुम पर मगर दिल धडकते ही आ जाते है होशपर आप को देखा तो ऐसा लगा की उडणे लगे है हवा में वैसे तो चाॅंद तारे शामिल है हमारे मिलन के गॅंवा में कुछ तो खास थी आप में वो बात याद आती है हमें ओ पहली मुलाकात ओ पहली मुलाकात. ©Mayuri Bhosale #ओ पहली मुलाकात
#ओ पहली मुलाकात
read moreRAMLALIT NIRALA
लोटेगे उस मैफिल में जो मैफिल छोड आये है उदासी कुछ दिनो कि होगी यार उनके चेहरे पे जीन्हे हम छोड आये है i mis uoy jan R. K. G ©RAMLALIT NIRALA जो याद आते है ओ दिल के बहूत खास होते है
जो याद आते है ओ दिल के बहूत खास होते है
read moreAnjali Singhal
"दिल-ओ-जान उसके नाम किए, बस गया वो साँसों में इस क़दर हमारी। चले जाएँगे यूँ ही उसके एहसास लिए, उसे नहीं है ज़रा भी कद्र हमारी।।" AnjaliSi
read moreलेखक ओझा
White स्नेह का जमघट, भेद भाव से परे; भरा पनघट ना तंत्र ना मंत्र खुले भाव से समर्पण करता यह छठी माई का त्योहार नए भारत ,स्वच्छ भारत , प्रकृति के महत्वों को दर्शाता हैं! इस स्नेहिल,ममतामई, छठी माई के पावन पर्व पर आप सभी लोगन के ढ़ेर सारी शुभकामनाएं बा । ।।जय छठी मईया।। ©लेखक ओझा #GoodMorning जय छठी माई
#GoodMorning जय छठी माई
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी ठेस ना लगे किसी को लोग दिखावा पसन्द नही करते थे बराबरी से बैठने में ना शर्मिंदा हो गरीब इसलिये भेष भूषा और पोशाको से उसे आहत नही करते थे ईर्ष्या बैमनस्य से ना जले समाज परिवार इसलिये होड़ बढ़ाकर किसी के अंदर असन्तोष नही पनपने देते थे मगर आज दिखावे की बीमारी लोगो को हिंसक और प्रतिशोधी बना रही है बराबरी की होड़ में जिंदगी सबकी दाँव पर और तबाही की ओर जा रही है धन दौलत ही आज माई बाप बनती जा रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_Status धन दौलत ही आज माई बाप बनती जा रही है #nojotohindipoetry
#Sad_Status धन दौलत ही आज माई बाप बनती जा रही है #nojotohindipoetry
read more