Find the Latest Status about पत्तियां कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पत्तियां कविता.
Sonal Panwar
पतझड़ के मौसम में , तेज़ हवा के झोंकों से , वृक्ष से पत्ते छूट जाते हैं , गिरते है वो धरा पे , अपनी ही शाख से टूट जाते हैं ! अपनी पहचान खोकर , लाचार और बेबस होकर , वीरान कर देते है उस वृक्ष को , और खुद मिट्टी में मिल जाते हैं ! पीले पत्ते पहचान खोकर भी , खाद बन वृक्ष को बढ़ाते हैं , एक बार फिर नवकोंपलों से , वृक्ष को हरा-भरा बनाते हैं ! जीवन में भी कई मौसम आते हैं , कभी पतझड़ तो कभी बसंत आते हैं , फिर भी कभी जीवन रुकता नहीं , तूफान के बाद भी कश्ती को किनारे मिल जाते हैं ! जीवन का भी यही नियम है , विनाश के बाद सृजन के रास्ते खुल जाते हैं ! ©Sonal Panwar #Pattiyan #पत्तियां #leaves #पतझड़ #Hindi #hindi_poetry #Poetry #Shayari #Quotes #Nojoto
Awanish Singh
दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। पार जाऊँगा मेरा साहस, कभी हारा नहीं है। जो मिटा अस्तित्व दे, ऐसी कोई धारा नहीं है ।। कौन रोकेगा स्वयं तूफान, थककर रुक गये हैं । हर लहर मेरा किनारा, ध्येय तक बढ़ता रहूँगा।। दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। तोड़ दी अवरोध की सारी, शिलाएँ एक क्षण में । मैं धरा का प्यार मुझको, स्नेह देते सब डगर में।। शीत वर्षा और आतप कर, न पाये क्षीण गति को। बिजलियों की कौंध में भी, पंथ गढ़ता ही रहूँगा।। दीप हूँ जलता रहूँगा । मैं प्रलय की आँधियों से, अंत तक लड़ता रहूँगा ।। ©Awanish Singh (AK Sir) #कविता #कविता
ranjit Kumar rathour
पहले तू लिख तो सही यहाँ वहां और भी कही की लिख तो सही जरूरी नही की कोई कविता बन ही जाएगी लिख न कुछ कहानी ही सही खुद को टटोल नजर आस पास दौड़ा तो सही फिर शब्दो का काफिला बनते देर नही लगेगी मगर शब्दो की कारीगरी में मन लगा तो सही जो लग गयी ये बीमारी तो छूटेगा नही बस अंदर के जज़्बातों शब्दो मे पिरोना कविता बन कागज में उतर जाएगी और बन जायेगा एक कविता मेरी तुम्हारी उनकी और भी किसीकी है बस लिखने की बीमारी लग जाये ©ranjit Kumar rathour कविता दिवस # लिखना कविता