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Stories related to भूपेश बघेल का समाचार

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MD shafique khan

#समाचार पढने का तरीका #बात

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अगर खबर लाने वाले को मिर्च लगाने का अधिकार दिया जाएगा |
तो इस मिर्च मशाले से बने पकवान का क्या किया जाएगा ||
आग चूल्हे में आग लगाते तो कुछ बात बन सकती थी मगर |
दिल में लगी हो आग तो इस आग का क्या किया जाएगा ||
हमारे बीच कोई ऐसी वैसी बात ही नहीं थी मगर खबरों ने |
जो करदी कान भराई, तो इस कान भराई का क्या किया जाएगा || #समाचार पढने का तरीका

Ashok Sahni

दोस्तो का हाल समाचार..... #poem #OpenPoetry

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#OpenPoetry किसी का पेट निकल आया है,
किसी  के बाल पकने लगे है !

दिन भर जो भागते दौड़तेथे ,
वो अब चलते-चलते भी रुकने लगे है!

पर हकीकत तो यह है कि,
सब दोस्त अब थकने लगे है !

बात इतनी है कि - सब पर भारी जिम्मेदारी है
और सबको छोटी-मोदी कोई बीमारी है !

क्यूँकि, फुर्सत की  सबको कमी है,
शायद इसलिए उनके आँखो में नमी है

जो अपना होमवर्क कभी नही किया
वो अपने बच्चों का होमवर्क करने लगे है

पर ये सच है कि
सब दोस्त अब थकने लगे हैं! दोस्तो का हाल समाचार.....

Ajay Yadav

बघेल #शायरी

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उन्हें भ्रम है कि अक्सर वह हमें बदनाम करते हैं
हमें मालूम है कि हम पर वह एहसान करते हैं
हमें शोहरत कमाने का जुनून तो था लड़कपन से
अब तो वह भी हमारा महफिलों में नाम करते हैं
by,baghel बघेल

Kumar Shailendra Official

आज का समाचार-पत्र। #समाज

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रायसिग बघे

बघेल #lovebeat

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रायसिग बघे

बघेल #lovebeat

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Ankur Kumar

अंकुर बघेल

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रायसिग बघे

बघेल #lovebeat

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Ankur Kumar

अंकुर बघेल

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कहाँ तो तय था चरागाँ  हर एक घर के लिये 

कहाँ चरागाँ मयस्सर नहीं शहर के लिये, 

यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है 

चलो यहाँ से चलें और उम्र भर के लिये,  

वो मुतमिन है कि पत्थर पिघल नहीं सकता 

मैं बेक़रार हूँ आवाज मैं असर के लिये, 

ना हो कमीज़ तो घुटनों से पेट ढक लेंगे 

यहाँ लोग कितने मुनासिब हैं सफर के लिये !!
 अंकुर बघेल

Ankur Kumar

अंकुर बघेल

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कहाँ तो तय था चरागाँ  हर एक घर के लिये 

कहाँ चरागाँ मयस्सर नहीं शहर के लिये, 

यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है 

चलो यहाँ से चलें और उम्र भर के लिये,  

वो मुतमिन है कि पत्थर पिघल नहीं सकता 

मैं बेक़रार हूँ आवाज मैं असर के लिये, 

ना हो कमीज़ तो घुटनों से पेट ढक लेंगे 

यहाँ लोग कितने मुनासिब हैं सफर के लिये !! अंकुर बघेल
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