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tripathi
White मैने देखा जब जाते हुए उसे तो सच मानो दिल रो पड़ा मगर फिर सोचा की वो अगर मेरा होता तो जाता ही क्यू 💔 ©tripathi #मैने देखा जब जाते हुए उसे तो सच मानो दिल रो पड़ा मगर फिर सोचा की वो अगर मेरा होता तो जाता ही क्यू 💔
#मैने देखा जब जाते हुए उसे तो सच मानो दिल रो पड़ा मगर फिर सोचा की वो अगर मेरा होता तो जाता ही क्यू 💔
read moredilkibaatwithamit
लिख लिख के तेरा नाम मिटाना पड़ा मुझे इक राज था जो सबसे छुपाना पड़ा मुझे मेरी ग़ज़ल में यार की पहचान थी कोई हर एक शेर यूँ ही घुमाना पड़ा मुझे ये बात आप उसके ख्यालो से पुछिए कल रात क्यूँ ही खुद को जगाना पड़ा मूझे लगने लगा था जब मुझे नाकामियों से डर इक शेर फिर खुद ही सुनाना पड़ा मुझे अपनो ने मुझमे खूब निकाली थी खामियां गैरों से यूँ ही हाथ मिलाना पड़ा मुझे अनवर से जिसने अन्नु रखां था मेरा नाम अनवर उसी का नाम बताना पड़ा मुझे ....अनवर क़ुरैशी ©dilkibaatwithamit लिख लिख के तेरा नाम मिटाना पड़ा मुझे इक राज था जो सबसे छुपाना पड़ा मुझे मेरी ग़ज़ल में यार की पहचान थी कोई हर एक शेर यूँ ही घुमाना
लिख लिख के तेरा नाम मिटाना पड़ा मुझे इक राज था जो सबसे छुपाना पड़ा मुझे मेरी ग़ज़ल में यार की पहचान थी कोई हर एक शेर यूँ ही घुमाना
read moreBANDHETIYA OFFICIAL
White नाम है नेमत, नेम है नेमत, श्याम संग राधा, प्रेम है नेमत, नौब तके नौबत आए, क्यूं आए तू न श्याम, नाम तेरा नेमत आए। नेम तके नेमत आए । ©BANDHETIYA OFFICIAL #GoodNight #नेमत २
Prashant Shakun "कातिब"
हज़ारों लाखों शब्दों से भरी किताब... कितनी ख़ामोशी से, उस बुकशेल्फ में चुप-चाप 24 घंटे पड़ी रहती है। ... कुछ ऐसे ही पड़ा हुआ हूं मैं भी... अपने अंदर असंख्य शब्दों के साथ एक इंतज़ार लिए, अपनी ज़िंदगी के बुकशेल्फ पर अनपढ़ा सा...! .... ©Prashant Shakun "कातिब" हज़ारों लाखों शब्दों से भरी किताब... कितनी ख़ामोशी से, उस बुकशेल्फ में चुप-चाप 24 घंटे पड़ी रहती है। ...
हज़ारों लाखों शब्दों से भरी किताब... कितनी ख़ामोशी से, उस बुकशेल्फ में चुप-चाप 24 घंटे पड़ी रहती है। ...
read moreMatangi Upadhyay( चिंका )
किसी को प्रेम समझाते समझाते खुद कब नासमझ घोषित हो गए पता भी नहीं चला, इसलिए किसी को अत्यधिक प्रेम तो करो परन्तु प्रेम समझाओ नहीं, प्रेमियों ने जब जब ये पहल की, तब तब वो हारते गए, कभी प्रेमी से तो कभी प्रेम से, और धीरे धीरे कठोर बनते गए..! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) प्रेम से हार हुई तो कठोर होना ही पड़ा 🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #thought #Broken💔Heart
प्रेम से हार हुई तो कठोर होना ही पड़ा 🤔 #matangiupadhyay #thought Broken💔Heart
read moreRakesh frnds4ever
White मौत ने ज़माने को ये समा दिखा डाला कैसे कैसे रुस्तम को खाक में मिला डाला याद रख सिकन्दर के हौसले तो आली थे जब गया था दुनिया से दोनो हाथ खाली थे अब ना वो हलाकू है और ना उसके साथी हैं जंग जो न कोरस है और न उसके हाथी हैं कल जो तनके चलते थे अपनी शान-ओ-शौकत पर शमा तक नही जलती आज उनकी तुरबत पर अदना हो या आला हो सबको लौट जाना है - २ मुफ़्हिलिसों का अन्धर का कब्र ही ठिकाना है - २ जैसी करनी ... जैसी करनी वैसी भरनी आज किया कल पायेगा सरको उठाकर चलनेवाले एक दिन ठोकर खायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ ,,,,,,,,,,,,,,,,, 2 ,,,,,,,,,,,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever मौत ने #ज़माने को ये समा दिखा डाला कैसे कैसे #रुस्तम को खाक में मिला डाला याद रख #सिकन्दर के हौसले तो आली थे जब गया था #शान _ओ_शौकत पर शमा
Rakesh frnds4ever
White हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ तू यहाँ मुसाफ़िर है ये सराये फ़ानी है चार रोज की मेहमां तेरी ज़िन्दगानी है ज़र ज़मीं ज़र ज़ेवर कुछ ना साथ जायेगा खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा जानकर भी अन्जाना बन रहा है दीवाने अपनी उम्र ए फ़ानी पर तन रहा है दीवाने किस कदर तू खोया है इस जहान के मेले मे तु खुदा को भूला है फंसके इस झमेले मे आज तक ये देखा है पानेवाले खोता है ज़िन्दगी को जो समझा ज़िन्दगी पे रोता है मिटनेवाली दुनिया का ऐतबार करता है क्या समझ के तू आखिर इसे प्यार करता है अपनी अपनी फ़िक्रों में जो भी है वो उलझा है - २ ज़िन्दगी हक़ीकत में क्या है कौन समझा है - २ आज समझले ... आज समझले कल ये मौका हाथ न तेरे आयेगा ओ गफ़लत की नींद में सोनेवाले धोखा खायेगा चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जायेगा - २ ढल जायेगा ढल जायेगा - २ ,,,,,,, 1 ,,,,,,,, ©Rakesh frnds4ever हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ #चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता
हुए नामवर ... बेनिशां कैसे कैसे ... ज़मीं खा गयी ... नौजवान कैसे कैसे ... आज जवानी पर इतरानेवाले कल पछतायेगा - ३ #चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता
read moreBharat Bhushan pathak
#Inspiration #motivate #nojohindi #संयुक्ता_छंद #nojoto_hindi #poetry #poetry_by_heart विधा-संयुक्ता छंद :-वार्णिक गणावली-- सलगा जभान जभान गा (१० वर्ण) प्रति चरण। ११२ १२१ १२१ २ बढ़ते रहो तुम राह में । कुछ प्राप्त हो इस चाह में।। श्रम पे टिका हर मार्ग है। यहाँ श्रेष्ठ कर्म सुमार्ग है।।१ सुन जीत है मिलती उसे। मन जीत की रहती जिसे।। नहि व्यर्थ हो सुन वक्त जी। बन ले व्रती तुम शक्त जी।।२ मत हार मान कभी यहाँ। बस बैठ रत्न मिले कहाँ।। हम सीख लें कर साधना। कर कर्म की हम नाधना।।३ कर ध्यान तू इस बात का। बस आ रहे उस प्रात का।। वरदान ये हमको मिले। हर लें सभी शिकव गिले।। ©Bharat Bhushan pathak love poetry in hindi hindi poetry hindi poetry on life poetry quotes poetry #Inspiration #motivate #nojohindi #संयुक्ता_छंद #nojoto_hin
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read moreAdyagni Durgapriya
२.रंगों के साथ तो सब खेल लेंगे, क्यों न हम मिलके रंग बनाए ; आपको खुशियाँ तो सब देना चाहे, क्यों न हम आपके खुशी बन आए । ३. सासें ये तुम्हारे
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