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꧁༺Kǟjǟl༻꧂ارشد
झुकी निग़ाहों में ख़ूबसूरत रुख़सार बेकरार देखा हैं , दिल के आईने में हमने उनके इश्क़ को कई बार देखा हैं ... ©꧁༺Kǟjǟl༻꧂ झुकी निग़ाहों में ख़ूबसूरत रुख़सार बेकरार देखा हैं , दिल के आईने में हमने उनके इश्क़ को कई बार देखा हैं ... Kalpana Korgaonkar Raksha Sin
झुकी निग़ाहों में ख़ूबसूरत रुख़सार बेकरार देखा हैं , दिल के आईने में हमने उनके इश्क़ को कई बार देखा हैं ... Kalpana Korgaonkar Raksha Sin
read moreDiya
White तुम्हारा इंतजार करते-करते शाम हो गई, तुम्हें देखने के लिए मेरी आँखें तरस गई। तुम कब आओगे.... बताओ ना मेरे चाँद, आसमान सुनसान सा है रात तो हो गई। जल्दी से बादलों से बाहर आ.. जाओ न, तुम से रूबरू होने के लिए नज़रें तरस गई। तारे नैन बिछाए बैठे हैं, तुम्हारे इंतजार में, कब आओगे चाँद दिल की धड़कन रुक गई। अब दीप के रुख़सार में बस तुम ही तुम हो, चाँदनी रात हो गई ,पंखुड़ियां भी बीछ गई। अब तो तुम समझ जाओ चाँद बेकरार दिल, आकर सीने से लगा लो ना मैं तुम्हारी हो गई। ©Diya #GoodNight #Diyakikalamse✍🏼❤#इंतजार #बेकरार
#GoodNight Diyakikalamse✍🏼❤#इंतजार #बेकरार
read moreRofiqul
White रफ़ीक़ुल का नाम है खास, दिल से जुड़े उसके हर एहसास। मुहब्बत में बसती है उसकी रूह, हर लफ़्ज़ उसका करता है दिल को बेकरार। उसके लफ्ज़ों में है जादू बसा, रफ़ीक़ुल का अंदाज़ है सबसे जुदा। जिंदगी के हर मोड़ पर वो संग चलता, उसका हर वादा सच्चाई से मिलता। रफ़ीक़ुल, तुझसे ये कहना है, तेरे नाम में एक दास्तान छिपा है। तेरी शायरी दिल को छू जाती, हर शब्द तेरा जैसे गीत सुनाती। ©Rofiqul #good_night रफ़ीक़ुल का नाम है खास, दिल से जुड़े उसके हर एहसास। मुहब्बत में बसती है उसकी रूह, हर लफ़्ज़ उसका करता है दिल को बेकरार।
#good_night रफ़ीक़ुल का नाम है खास, दिल से जुड़े उसके हर एहसास। मुहब्बत में बसती है उसकी रूह, हर लफ़्ज़ उसका करता है दिल को बेकरार।
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White उस इश्क़ को क्या ही सर-ए-बाज़ार करें, कर गए वो रुस्वा, क्या ही बदनाम करें। ज़ख़्म भी तो चुन-चुन कर दिए हैं सोने पर, किस-किस ज़ख़्म का अब इलाज करें। इश्क़ की बारिश में उन्हें जी भर के चाहा, तन्हा करने वालों पर क्या ही ऐतबार करें। छेड़ने को हर एक क़िस्सा बचा है अब, दिल के दर्द को क्या ही बेकरार करें। ©theABHAYSINGH_BIPIN #love_shayari उस इश्क़ को क्या ही सर-ए-बाज़ार करें, कर गए वो मुझको रुस्वा, क्या ही बदनाम करें। ज़ख़्म भी तो चुन-चुन कर दिए हैं सोने पर, कि
#love_shayari उस इश्क़ को क्या ही सर-ए-बाज़ार करें, कर गए वो मुझको रुस्वा, क्या ही बदनाम करें। ज़ख़्म भी तो चुन-चुन कर दिए हैं सोने पर, कि
read moreAnjali Singhal
Unsplash "छिपी नहीं है उनसे दिल की बेकरारी। ख़ामोशी को पढ़ लेते हैं वे हमारी।।" ©Anjali Singhal #lovelife #nojoto "छिपी नहीं है उनसे दिल की बेकरारी। ख़ामोशी को पढ़ लेते हैं वे हमारी।।" #dil #dilshayari #ehsaas #shayari #status #quotes
theABHAYSINGH_BIPIN
वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के साथ मिटती हैं दूरियाँ, वक्त के साथ अपने भी बदलते हैं। क्यों पकड़े हो कसकर पतंग की डोर, इशारे में थामो, उड़ान बदलती है। क्यों बढ़ने हैं तुम्हें सब एक दिशा से, वक्त के साथ रिश्ते भी बिखरते हैं। क्यों आवेश में पड़े चिंतित हो, वक्त पर ही सारी पहेलियाँ सुलझती हैं। हर रिश्ते में वो जज़्बात रहते हैं, हर रिश्ते में वो तड़प रहती है। क्यों हो इतना भी बेकरार तुम, वक्त पर ही नींद सुकून की आती है। जिंदगी का फ़लसफ़ा किसे पता, वक्त पर ही जिंदगी सब सिखाती है। क्यों कार्यों के बोझ तले डूबे हो, वक्त ही वक्त ख्वाहिशें जगाता है। नासूर ज़ख्मों की परवाह क्यों, वक्त पर ही दवा मिलती है। दिल अगर टूटा है तो क्या हुआ, वक्त पर ही अपने मिलते हैं। क्या हुआ जो मौसम सावन चला गया, वक्त पर ही तो सारे मौसम बदलते हैं। क्या हुआ जो रिश्ते पतझड़ बन गए, वक्त पर ही बसंत की बहार खिलती है। छोड़ दो बेफिक्री में बेफिकर उसे, वक्त पर ही दबे राज भी खुलते हैं। वक्त पर सब कुछ अच्छा मिलता है, वक्त पर ही सही, नक्षत्र मिलते हैं। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Hope वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के
#Hope वक्त के साथ किरदार बदलता है, वक्त के साथ रीतिरिवाज बदलते हैं। कब तक बैठोगे रूढ़िवादी सोच पर, वक्त के साथ जज़्बात बदलते हैं। वक्त के
read moreनवनीत ठाकुर
तेरी आमद ने दिये दिल को सुकून ऐसे, कि हर लम्हा ख़ुशी में गुलज़ार गुज़री है। तेरा ज़िक्र आया तो माहौल महक उठा, कि जैसे गुलों से लिपटी बहार गुज़री है। तेरी राहों में जो ठहरे थे सिलसिले, वो सब रातों में बनके खुमार गुज़री है। तू जो आया तो एहसास यूँ हुआ नवनीत, ज़िंदगी अब तलक बेकरार गुज़री है। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर तेरी आमद ने दिये दिल को सुकून ऐसे, कि हर लम्हा ख़ुशी में गुलज़ार गुज़री है। तेरा ज़िक्र आया तो माहौल महक उठा, कि जैसे गुलों से ल
#नवनीतठाकुर तेरी आमद ने दिये दिल को सुकून ऐसे, कि हर लम्हा ख़ुशी में गुलज़ार गुज़री है। तेरा ज़िक्र आया तो माहौल महक उठा, कि जैसे गुलों से ल
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