Find the Latest Status about वह मेरे मित्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, वह मेरे मित्र.
Dr Usha Kiran
स्वप्न वह सुरमई सा अधखुली पलकों का दूर कहीं अंबर के उस पार मुस्काया था एक चाँद जैसे घुँघरू बंध गए हों दिशाओं के। लाज खींच गई थी पूरब की कनपटियों तक। उस सिंदूरी अंबर में दौड़ता मेरा स्वप्न तारों की झुरमुट से करता सरगोशियाँ कभी निहारिकाओं के संग खिलखिलाता खींचता चाँदनी को अपनी अंजुरी में कभी सांसों में भरता रजनीगंधा की भीनी सी महक। टोहता कभी भोर की किरण को फिर रश्मियों के संग खुलता मेरे अन्तर में रेशमी गाँठ की तरह। साँझ के ढलते ही खींच कर लाता चांँद को बालकनी के बीच और फिर वहीं टिका देता अधर में स्थिर! तब निहारता मन मुग्ध नयन सम्मुख मेरे मेरा स्वप्न वह …..! ©Dr Usha Kiran #स्वप्न वह
Mahi Dixit
White सौंधी सी खुशबू, मीठी सी बातें! आंचल में खुशियां थी खिलती जहाँ पे ! सहिष्णुता की परिभाषा वह निकिता लौट आता हूं फिर मैं जहाँ पे! था कार्तिक माह ,अष्टसप्तति संवत् मेरा जीवन था बड़ा ही विदम्बत जब हृदयचक्षु से देखा उसको ये हृदय वही था अवसंवत .. वह नैन नक्श की माया सी मैं उसके मोह में दास सा हूं वह श्रीकृष्ण की गाय सी थी मैं चरवाहे की 'घास' सा हूं हूँ बिना छुए उसे प्रेम में मैं उस सम्मोहन ने साधा है वह प्रेम काम में शामिल हैं, मेरी प्रेम-काम ही बाधा है एक दिन उसको बतलाना है, क्या रत्न सा उसने खोया है पर सत्य प्रिय एक बात ही है यह हृदय बहुत ही रोया है यह हृदय बहुत ही रोया है ©Mahi Dixit वह निकिता
वह निकिता #कविता
read moreभारद्वाज
White नफरतों के शहर में चालाकियां के ढेर हैं , यहां वह लोग रहते हैं जो मेरे मुंह पर मेरे और तेरे मुंह पर तेरे हैं।। ©भारद्वाज #sad_shayari #नफरतों के शहर में चालाकियां के ढेर हैं , यहां वह लोग रहते हैं जो मेरे मुंह पर मेरे और तेरे मुंह पर तेरे हैं।।
#sad_shayari #नफरतों के शहर में चालाकियां के ढेर हैं , यहां वह लोग रहते हैं जो मेरे मुंह पर मेरे और तेरे मुंह पर तेरे हैं।। #Life
read moreDILEEP RAJ AHIRWAR
hey god she is enough for me हे भगवान, वह मेरे लिए काफी है ©DILEEP RAJ AHIRWAR #Chhavi हे भगवान, वह मेरे लिए काफी है
Deepu Razput
White !!मन्नते पूरी हो या न हो !! !!भगवान और मित्र नही बदला करते!! 🙏राम राम🙏 ©Deepu Razput #ramnavmi परम मित्र 🙏
मुसाफिर
आज कल वह अनजान बन बैठा, मैं जानता था कि यह वक्त आएगा। जो साथ रहने का वादा किए। वह भी एक न एक दिन साथ छोड़ चले जायेंगे। लेकिन पता नहीं था इतनी जल्दी आएंगा। वह धीरे-धीरे चांद बदलो में छुपता जा रहा है। और आसुओं के कर्ण से धीरे धीरे धरती को एक और कहानी को धोने की बात कर रही है। ©मुसाफिर #वह
Himanshu Prajapati
मैं होश तब गवा बैठा, जब वह मेरे पास आ बैठा, उनसे बोलने से पहले ही बड़बड़ाने लगा देखकर मेरा हालात वह मुस्कुरा बैठा..! ©Himanshu Prajapati #lovetaj मैं होश तब गवा बैठा, जब वह मेरे पास आ बैठा, उनसे बोलने से पहले ही बड़बड़ाने लगा देखकर मेरा हालात वह मुस्कुरा बैठा..!