Nojoto: Largest Storytelling Platform

New अश्वथामा कहाँ है Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about अश्वथामा कहाँ है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अश्वथामा कहाँ है.

    LatestPopularVideo

DJ Nitesh Fatehnagar

अश्वथामा #कामुकता

read more

Randeep Yagyik

नई नहीं पुरानी हो चली एक बात है
"अश्वथामा" मारा गया युधिष्ठिर का उवाच है
लेकिन अश्वथामा अमर है कृष्ण का यह अभिशाप है
युधिष्ठिर ने क्या झूठ बोला फिरसे जानने की यह बात है
फिरसे गर्भ पर हमला हुआ देखने की यह बात है
लेकिन हां "अश्वथामा" मार दिया गया
युधिष्ठिर का सत्य ही उवाच है
जंगल और शहर के रहने वालों की यह बात है
शहर के अश्वथामा ने जंगल के अश्वथामा को मारा
पुरानी नहीं अभी की ही एक बात है..
    
        - " रणदीप " 😢 #अश्वथामा

Harpinder Kaur

# अश्वथामा #walkingalone #Poetry

read more
भटक रहा है मन रूपी अश्वथामा
 वैर, क्रोध, लालच, उतेजना, अहम लिए
पृथ्वी के दर दर पर
शायद इस मन को मृत्यु का भय नहीं
तभी तो कृष्ण द्वारा अश्वथामा को दिया अभिशाप
फलित हो रहा हर एक अश्वथामा के अन्दर
और न जाने कितने समय तक , कितनों में
ये अभिशाप चक्र चलता रहेगा

©Harpinder Kaur # अश्वथामा

#walkingalone

अन्जान

प्रियजीत प्रताप

कहाँ रावण है,राम कहाँ...

read more
तिल तिल मरते उन्मादों में,
कभी भीड़ कभी वीरानों में,
हाथ धरे,पग समेट लिए हों,
पर्वत,वन या सुनसानों में,
गिरता रक्त अलाप रहा है,
छूटता प्राण प्रलाप रहा है,
शिथिल पड़े शरीर के ऊपर,
उड़ता गिद्ध ठठकार करे,
नोचें,खाएं अपने ही मद में,
कौन उनका संहार करे?
कब जागे वो आग हृदय में,
कौन रोके यह रक्तप्रवाह,
कौन बताए इस समर शेष में,
कहाँ रावण है,राम कहाँ?
            -प्रियजीत✍️ कहाँ रावण है,राम कहाँ...

Parasram Arora

कहाँ है?

read more
ये  प्रेम  नही कह पायेगा  अपनी कहानी  कभी.
सीने में  दर्द है.. पर  मुँह में अलफ़ाज़ कहाँ है?
सीन में  दिल   है और  धड़कन भी है.
पर जीनाचाहता  हूं जिसे  वो जिंदगी कहाँ है?
जिम्मेदारियों के बोझ ने मुझे  बूढ़ा कर दीया जल्द
इस दरमियान आई थी जवानी पर वो  टिकी  कहा?
मौत का  पैगाम तो  आ चुका  नज़दीक
पर न जाने  मरने वाला किरदार  कहा है?
आहों की  आवाज़ भी धीमी हुई है रफ्ता रफ्ता
और आंसुओं में भी अब वो रवानी कहा है?

©Parasram Arora कहाँ है?

Vikas Dhaundiyal

 #कहाँ#है

कवि विनय आनंद

कहाँ वादे , कहाँ कसमें, कहाँ है वो वफादारी। #शायरी

read more

हरप्रीत कौर की ज़ुबानी कविता किस्से कहानी

#जाने कहाँ है #शायरी

read more

anshika Anshh

तू कहाँ है?? #poem

read more
                         #तू कहाँ है???                      
                                                   
 तू कौन है, तू है क्या चीज़.              सवाल मेरे बोहोत हैं तुझसे
 मुझे तू इतना तो बता??                 जवाब देने मुझको आ        
                                                  खुदा मेरे तू देख तो  मुझको           
मंदिर में है?? मस्जिद मे है?             निगाह तेरी मुझपे भी टिका
गुरूद्वारे या गिरजे मे है??                                                      
कहाँ तुझे ढूंढू मै बता???                देखा न कुछ मैंने फिर भी.  
                                                  कोई मुझसे कह रहा
क्या है तू?? कोई इंसां है क्या?         बाहर नहीं हूं मैं कही भी
शक्ति बोहोत बड़ी है ना?                अपने अंदर झाँक ज़रा
मैं तुझको ढूंढू, तू कहाँ है??                                                 
मुझको कहाँ मिलेगा बता??            अंदर अपने झाँक के देखा
                                                  तुझको मैंने पा लिया 
लोग बताते तुझको पत्थर.               इंसां की फितरत बदलेगी 
के अंदर मौजूद है तू.                       जब उसको ये चले पता!!!
जो इक पत्थर में समाये
इतनी सी हस्ती है क्या???              देश ये मेरा , देश ये तेरा, 
                                                  देश ये उसका, कहने वाले
हिन्दू कहते मंदिर में है.                    ज़मीं बाद में बाट भी लेना
मुस्लिम मस्जिद में बताता                इंसां तो बन जाओ पहले
गुरूद्वारे में बैठा है क्या?                
या गिरजा घर में है बता??              कह रहा हूं दुनिया से मैं
                                                 छोड़ दे सब और आ यहाँ तू 
सच पूछो तो तू नहीं है.                   तुझसे बातें करता है वो
दुनिया में बाकि रहा.                      कानो से तो हाथ हटा???
इंसां की कीमत रही न.                                                       
कीमत किसी जीव की क्या??          इमारतों में ढूंढ न उसको
                                                   सुन मेरी तू ऐ इंसां               
शायद तू भी रो रहा है                      ढूंढता क्यों उसको बाहर
इंसां की जुर्रत है क्या??                   वो तेरे अंदर बसा!!!
कैसा बना के भेजा था और                                                
देखो कैसा हो गया?                                               -Anshh
 तू कहाँ है??
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile