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Silent Shayar
चिड़ियों की आज खूबी भी बड़ी बाकमाल है। बदलती रही हैं शाख जरा भी ना मलाल है। अण्डे से निकले नन्हें परिंदे भी उड़ चले, ना फिक्र है वालीदैन की, ना खुदा का ख्याल है। बिखरा हुआ कोई दाना चुंग लेना मत कहीं। शायद तुम्हें नहीं पता वो शिकारी की जाल है। करते रहे दिन रात जिनके परवाज की दुवाएं, उड़े ऐसे की पूछ भी ना सके हमारा क्या हाल है। चिड़ियों की आज खूबी भी बड़ी बाकमाल है। बदलती रही हैं शाख जरा भी ना मलाल है। ~(R.A.F.) ©Silent Shayar #lovebirds #शायरी #Shayari #Birds #Love #silent_Shayar #SAD
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read moreBaljit Hvirdi
ਜੇ ਚਾਹੁੰਦਾ ਤਾਂ ਨਾ ਜਾਣੇ...! ਕਿੰਨੇ ਹੀ ਪਰਿੰਦਿਆਂ ਨੂੰ ਮੈਂ ਪਿੰਜਰੇ ਅੰਦਰ ਤਾੜ ਦਿੰਦਾ। ਫਰੇਬ ਦਾ ਪਾ ਚੋਗਾ,ਰੱਖ ਗੁਲਾਮ ਸਦੀਆਂ ਤੱਕ, ਮੈਂ ਸਦਰਾਂ ਇਹਨਾਂ ਦੀਆਂ ਉਜਾੜ ਦਿੰਦਾ। ਜੇ ਚਾਹੁੰਦਾ ਤਾਂ ਨਾ ਜਾਣੇ...! ਕਿੰਨੇ ਹੀ ਪਰਿੰਦਿਆਂ ਨੂੰ ਮੈਂ ਪਿੰਜਰੇ ਅੰਦਰ ਤਾੜ ਦਿੰਦਾ। ਖੰਭਾਂ ਨੂੰ ਕਰ ਕਲਮ...! ਉਡਾਰੀਆਂ ਇਹਨਾਂ ਦੀਆਂ ਖੋਹ ਲੈਂਦਾ, ਹੱਦ ਅਸਮਾਨ ਦੀ ਖੋਹ ਕੇ ਫਿਰ, ਕਿਸੇ ਪੈਰਾਂ ਹੇਠ ਲਿਤਾੜ ਦਿੰਦਾ, ਜੇ ਚਾਹੁੰਦਾ ਤਾਂ ਨਾ ਜਾਣੇ...! ਕਿੰਨੇ ਹੀ ਪਰਿੰਦਿਆਂ ਨੂੰ ਮੈਂ ਪਿੰਜਰੇ ਅੰਦਰ ਤਾੜ ਦਿੰਦਾ। ਕਿਸੇ ਰਾਤ ਦੇ ਵਿੱਚ ਰਿਹਾਅ ਕਰਦਾ...! ਹਰ ਮੰਜ਼ਿਲ ਬੇਨਿਸ਼ਾਂ ਕਰਦਾ, ਬੇਰੁਖੀ ਦਾ ਬਣਿਆ ਓਹ ਆਲ੍ਹਣਾ ਵੀ ਫਿਰ, ਮੈਂ ਨਾਲ਼ ਤੈਸ਼ ਦੇ ਸਾੜ ਦਿੰਦਾਂ, ਜੇ ਚਾਹੁੰਦਾ ਤਾਂ ਨਾ ਜਾਣੇ...! ਕਿੰਨੇ ਹੀ ਪਰਿੰਦਿਆਂ ਨੂੰ ਮੈਂ ਪਿੰਜਰੇ ਅੰਦਰ ਤਾੜ ਦਿੰਦਾ। ©Baljit Hvirdi #Birds
Balwant Mehta
परिंदों की तरह रहना,आज़ादी की हवा में। उड़ने की आस लगाना,हर मंज़िल को छूना, बादलों से बातें करना,खुशियों की भरमार में। सूर्य किरण को अपनाना,रोशनी की राह में। धूप के साथ झूलना,खुली आसमान के नीचे। दिल की बातें बोलना,आज़ादी की हवा में। ©Balwant Mehta #Birds
suwarta
जब तक उडना सिख नही लेते और परो मे जान नही आती तब तक ही परीन्दे हमारा हाथ थामे रहते है. एक बार उडना आ गया तो परीन्दे बुढे माबाप के हाथ थामना भूल जाते है और छोड देते है उन्है ठोकरे खाने के लिये ©suwarta #Birds
Manpreet Gurjar
चिड़ियांँतुम कैसे गा लेती हो? इतने मधुर गीत! हम तो गाली इज़ाद करते हैं। बसंत का संदेश लिए नई जीवन की शुरूआत कैसे कर लेती हो? अपने पंखों को हरा? हम तो धरती तक को हरा नहीं छोड़ते! एक छोटा सा आशियाना खुली आसमां , और फिर प्रेम करने के विचित्र गुढ़ ...........! कैसे सीख लेती हो? हम तो नफ़रत का कारोबार करते हैं। इंसान सिर्फ़ पुतला है तुम्हारी आज़ादी बंद पिंजरे में कैद पंख फड़फड़ाते! इसी बंधन में करते रहे अपने प्रेम का समर्पण हम तो आज़ाद होना ही नहीं चाहते!! ©Manpreet Gurjar #Birds