Nojoto: Largest Storytelling Platform

New सूखे पेड़ पर शायरी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about सूखे पेड़ पर शायरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सूखे पेड़ पर शायरी.

    PopularLatestVideo

PRATAP RAVI SINGH

अक्सर मैं उस सूखे पेड़ को देखता हूं। #कविता #nojotophoto

read more
 अक्सर मैं उस सूखे पेड़ को देखता हूं।

raavi

सूखे पेड़ की साख हो जाऊंगा #रावी #Raavikishayari #Dark #शायरी

read more
मैं सूखे पेड़ की साख हो जाऊंगा

जलके आग में राख हो जाऊंगा

तू तो मेरी कीमत ना समझ सकी

किसी न किसी के लिए खाद हो जाऊंगा

©raavi सूखे पेड़ की साख हो जाऊंगा
#रावी #Raavikishayari 

#Dark

कवि शशांक शेखर त्रिपाठी

सूखे हुए टहनियों पर

read more

Hemraj Meena Heerapura

कविता पर पेड़ हिन्दी

read more

प्रताप गिल 'अक्स '

आम के पेड़ पर.... आम के पेड़ पर sapne कविता kavita inspirational Poetry

read more

Rashid Rafeek

छत पर पेड़ Nice flowers

read more

Rkm

#पतझड़ हुए बिना पेड़ पर

read more
पतझड़ हुए बिना पेड़ पर नए पत्ते नहीं आते
ठीक उसी तरह परेशानी और कठिनाई
सहे बिना इंसान के अच्छे दिन नहीं आते ।


          ━━━━✧❂✧━━━━

©Rkm #पतझड़ हुए बिना पेड़ पर

kumaarkikalamse

गिरने लगे हैं पेड़ो से सूखे पत्ते 
लगता है मौसम में बदलाव आने वाला है  #YQBaba #Kumaarsthought #YQDidi #हिंदी #hindi #ped #पेड़ #पत्ते #सूखे 

P. S. GOOGLE images

सुसि ग़ाफ़िल

मेरे सफर में मौजूद रही बस चार चीजें अकेलापन, कांटे, निराशा और सूखे पेड़!

read more
मेरे  सफर  में  मौजूद  रही बस  चार  चीजें
अकेलापन, कांटे, निराशा  और  सूखे  पेड़!  मेरे  सफर  में  मौजूद  रही बस  चार  चीजें
अकेलापन, कांटे, निराशा  और  सूखे  पेड़!

Raj

#DryTree सूखे पेड़ सा मन मेराold age is just like a dry tree #राज

read more
।।सूखा पेड़ सा मन मेरा।।

"  सूखी टहनियों सा मेरा मन हो आया है
सावन भादों सब खो गया, पतझड़ ही अब मेरा साया हैं

हरी-भरी डाली से मन को अपनों ने नोच डाला है
सूखी डाली हो गया मैं कोई ना दर्द समझने वाला है
समय-समय पर सब ने मुझ से लाभ पाया है
मेरी बारी आयी तो सूखा पेड़ सोच जलाया है

सूखी टहनियों सा मेरा मन हो आया है
सावन भादो सब खो गया पतझड़ ही अब मेरा साया है

पुष्प पुलकित भौरो का मुझ पर डेरा था
हर पंछी का डेरा ,दिन रात और सवेरा था
हरा भरा  तो सुंदर और खुशियों का मेला था
वक्त बीता सूखा पेड़  हो गया
सब खुशियां अब सपना और अदृश्य सब हो गया

सूखी टहनियों सा मेरा मन हो आया है
सावन भादो सब खो गया, पतझड़ ही अब मेरा साया है।। ""

#राज# #DryTree सूखे पेड़ सा मन मेरा#old age is just like a dry tree
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile