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Mr RN SINGH
White AI स्टोरी देखने के लिए subscribe करे @rnshortvideo800 ©Mr RN SINGH #Thinking ऐसी स्टोरी देखने के लिए subscribe करे
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read moreRk
White एक किनारे से समुद्र देख रहा हु लहरों की तरह में भी बहक रहा हु किसी ने कहा यह समुद्र नहीं आपके लिए कोई रोया हे वह अपने आसू के समुद्र में डूबा हुआ हे जिन्दा तो बहुत रोया अब मारने के बाद भी रो.रहा हे. तुम यह से चले जाओ मुसाफिर तेरे आने से यहां पानी और भी बढ़ रहा हे ©Rk ## लहरें कभी ऐसी भी होती हे##
## लहरें कभी ऐसी भी होती हे##
read moreShayraa
आदत ऐसी जो तकलीफ न दे ©Shayraa आदत ऐसी जो तकलीफ न दे #life_changing_quotes #quotesaboutlife
आदत ऐसी जो तकलीफ न दे #life_changing_quotes #quotesaboutlife
read moreRamji Tiwari
Unsplash विधा-दोहा छंद नेट प्रमाण प्रदान कर, करते हैं सम्मान। सहयोग राशि के रूप, लेते कवि से दान।। जो देकर पैसा मिला,वह कैसा सम्मान। जो धन देकर मान ले, नहीं है कवि महान।। गाना आता है नहीं, करते कविता पाठ। जो चोरी कविता पढ़ें, उनके हैं अब ठाठ।। रचना पढ़ते हैं नहीं, देते सुन्दर राय। गैरों की रचना कभी, तनिक नहीं मन भाय।। करे सृजन अवहेलना,कैसा रचनाकार। सच्चे लेखक के हृदय,बहे प्रेम रस धार।। स्वरचित रचना-राम जी तिवारी"राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari #दोहा #कवि #poem #Friend #साहित्य
Ramji Tiwari
Unsplash विधा-सोहाशेष आदरणीय श्री शेष मणि शर्मा जी द्वारा रचित नवीन विधा सोहाशेष जो कि दोहा+सोरठा के संयोग से बनती है। मेरे द्वारा रचित एक रचना आप सबके समक्ष सादर समीक्षा हेतु प्रस्तुत है - कनक वर्ण सरसों खिली, रही खूब इठलाय। बैठी तरुवर डाल पे, कोयल गाना गाय। गाय मनोहर गीत, तान छेड़ती अति मधुर। प्रीति प्रणय मन मीत, उमड़े अंतस में प्रचुर। लगे प्रभात तुषार, मन अनंग बढ़ती हनक। मधुप करे गुंजार , धरती दिखती मनु कनक।। कमल कीच में खिल गया,भँवरा गाए गान। कोयल ने भी छेड़ दी, अपनी मीठी तान। तान सुरीली छेड़, गीत सुनाती अति मधुर। पड़ी भानु की एड़, फूटे बीजों में अँकुर। बदले मौसम रूप,समीर बहती अति चपल। भोर सुबास अनूप, खिले सरोवर में कमल।। स्वरचित रचना-राम जी तिवारी"राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari #poem #Spring #beatyfullnature #सोहाशेष(दोहा+सोरठा)
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read moreRadhey Ray
White समझदार कितना भी बन जाऊ, Maturity कितना भी सिख जाऊ, जब जिक्र तुम्हारी आ जाये, राधे दुनिया को समझा तो आऊंगा, खुद को ही समझा नही पाऊंगा।।। 🚫ADDICTED ©Radhey Ray #GoodMorning Maturity की ऐसी तैसी
#GoodMorning Maturity की ऐसी तैसी
read moreRam Prakash
White वाणी की सौम्य आकर्षक मधुरता ही मनुष्यता है नहीं तो पशु पक्छियों की तरह ऊँ आँ ऊँआँ करते रहो ©Ram Prakash #GoodMorning वाणी
#GoodMorning वाणी
read moreRam Prakash
White सारी वर्जनाओं में वाणी मधुर मल्हार है दुखी वही हैं जिन्हें इस सत्य से इंकार है ©Ram Prakash #sad_dp वाणी
#sad_dp वाणी
read moreVivek Dixit swatantra
.आज का दोहा बची संस्कृति नाम की, हैं नूतन परिधान! जितने ओछे वस्त्र हैं , उतने ही इंसान !! -विवेक दीक्षित 'स्वतंत्र ' ©Vivek Dixit swatantra दोहा
दोहा
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