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N S Yadav GoldMine
भगवान राम को विष्णु के सबसे महत्वपूर्ण अवतारों में से एक माना जाता है:- जानिए और रोचक कथा !! 🌱🌱{Bolo Ji Radhey Radhey} मर्यादा पुरुषोत्तम राम:- 🌌 भगवान राम या श्री रामचंद्र भगवान विष्णु के सातवें अवतार हैं। वह हिंदू महाकाव्य रामायण के मुख्य पात्र हैं, जिन्होंने लंकापति रावण का वध किया था और उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम राम के नाम से जाना जाता है। राम हिंदू धर्म के कई देवताओं में से एक हैं और विशेष रूप से वैष्णव धर्म के लोग राम की को ही परमेश्वर मानते हैं। उनके जीवन पर आधारित धार्मिक ग्रंथ और शास्त्र दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया की कई संस्कृतियों में एक प्रारंभिक घटक रहे हैं। कृष्ण के साथ, राम को विष्णु के सबसे महत्वपूर्ण अवतारों में से एक माना जाता है। श्रीराम का जन्म कथा:- 🌌 राजा दशरथ की 3 पत्नियाँ थीं, कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा। अपनी तीनों पत्नियों से संतान पाने में असफल रहने के बाद, उन्होंने पुत्रकामेष्टि यज्ञ (पुत्रों को जन्म देने के लिए किया जाने वाला अनुष्ठान) किया। इससे, अनुष्ठान के अंत में खीर का एक बर्तन प्राप्त किया गया था। कहा जाता है कि कौशल्या ने इसे एक बार लिया और राम को जन्म दिया, कैकेयी ने एक बार भरत को जन्म दिया और सुमित्रा ने इसे दो बार लिया और इसलिए उन्होंने लक्ष्मण और शत्रुघ्न को जन्म दिया। इसी से अयोध्या के राजकुमारों का जन्म हुआ। भगवान राम की एक बड़ी बहन, शांता, दशरथ और कौशल्या की बेटी थी। जय श्री राम जी:- मर्यादा पुरुषोत्तम राम की पत्नी और पुत्र:- 🌌 हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष के महीने में शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन भगवान राम का विवाह सीता से हुआ था। भगवान राम और उनकी पत्नी सीता के दो जुड़वां बेटे लव और कुश थे। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम की मृत्यु के बाद, यह उनके बड़े बेटे कुश थे, जिसे नया राजा बनाया गया था। श्राम के नाम का मतलब:- 🌌 कहा जाता है कि भगवान राम का नाम रघु वंश के गुरु वशिष्ठ महर्षि द्वारा दिया गया था। उनके नाम का एक महत्वपूर्ण अर्थ था, क्योंकि यह दो बीज अक्षरों से बना था - अग्नि बीज (रा) और अमृत बीज (मा)। जबकि अग्नि बीज ने उनकी आत्मा और शरीर को महत्वपूर्ण बनाने के लिए सेवा की और अमृत बीज ने उनको सारी थकान से उबार दिया। 🌌 पुराणों में लिखा है कि दुष्ट रावण को हराने के बाद, राम ने अपने राज्य अयोध्या पर 11,000 वर्षों तक पूर्ण शांति और समृद्धि का शासन किया। 🌌 कहा जाता है कि एक बच्चे के रूप में, भगवान राम ने एक बार अपने खिलौने को चंचलता से फेंक दिया और इसने मन्थरा की पीठ पर चोट की। मंथरा ने कैकेयी के माध्यम से अपना बदला लिया और भगवान राम को 14 साल के वनवास पर भेज दिया। मृत्यु के समय हनुमान को भेज दिया था नागलोक:- 🌌 कहा जाता है कि श्रीराम ने मृत्यु के वक्त हनुमान को अलग करने के लिए अपनी अंगूठी को फर्श में आई दरार में डाल दिया था और हनुमान जी से उसे लाने के लिए कहा था। जब हनुमान नीचे गए तो वह नागों की भूमि में पहुंच गए और राजा वासुकी से राम की अंगूठी मांगी। राजा ने उन्हें एक अंगूठियों के विशाल पहाड़ को दिखाते हुए कहा कि वह अंगूठी ढूंढ लें। जब बजरंगबली ने पहली अंगूठी उठाई वह भी श्री राम की थी और बाकी सभी श्रीराम की ही थी। तब राजा वासुकी ने उन्हें समझाया कि जो भी पृथ्वीलोक पर आता है उसे एक दिन सबकुछ छोड़कर जाना ही पड़ता है। भगवान विष्णु के 1000 नामों में से 394वां नाम है:- राम. 🌌 भगवान राम का जन्म इक्ष्वाकु वंश में हुआ था, जिसकी स्थापना भगवान सूर्य के पुत्र राजा इक्ष्वाकु ने की थी। इसीलिए भगवान राम को सूर्यवंशी भी कहा जाता है। विष्णु सहस्रनाम नामक पुस्तक में भगवान विष्णु के एक हजार नामों को सूचीबद्ध किया गया है। इस सूची के अनुसार, राम भगवान विष्णु का 394 वां नाम है। 14 साल तक नहीं सोए थे लक्ष्मण:- 🌌 कहा जाता है कि राम और सीता की रक्षा के लिए, लक्ष्मण को 14 साल तक नींद नहीं आई! यही कारण है कि, वह गुदाकेश के रूप में जाने जाते हैं, जो कि नींद को हराने वाला व्यक्ति था। इसके बजाय, लक्ष्मण की पत्नी, उर्मिला जो अयोध्या में थी, 14 साल तक सोती रही, क्योंकि उन्होंने अपनी और लक्ष्मण के हिस्से की नींद को पूरा किया था। उर्मिला रामायण की कहानी में एक कम ज्ञात चरित्र थी। लंकापति रावण को मिला था श्राप:- 🌌 पौराणिक मान्यतानुसार, भगवान शिव के द्वारपाल नंदी ने रावण को एक बार भगवान शिव से मिलने से रोक दिया। रावण ने नंदी के प्रकट होने का मजाक उड़ाया और इससे नंदी नाराज हो गए। फिर उन्होंने रावण के राज्य को शाप दिया, लंका को बंदरों द्वारा नष्ट कर दिया जाएगा। यह शाप तब सच हुआ जब हनुमान ने लंका को जलाया। युद्ध जीतने के लिए रावण ने किया था यज्ञ:-🌌 कहा जाता है कि लंकापति रावण ने युद्ध जीतने के लिए एक यज्ञ का आयोजन किया। तब राम जी ने बाली के पुत्र अंगद की मदद मांगी और लंका में अराजकता पैदा करने की मांग की। लेकिन रावण तब भी टस से मस नहीं हुआ और यज्ञ करता रहा। फिर अंगद ने रावण की पत्नी मंदोदरी के बाल खींचने शुरु किए ताकि रावण यज्ञ से उठ जाए और यज्ञ अधूरा रह जाए। शुरुआत में रावण स्थिर रहा लेकिन जब मंदोदरी ने उससे मदद की गुहार लगाई तो उसे यज्ञ छोड़ दिया। एन एस यादव।। ©N S Yadav GoldMine #Holi भगवान राम को विष्णु के सबसे महत्वपूर्ण अवतारों में से एक माना जाता है:- जानिए और रोचक कथा !! 🌱🌱{Bolo Ji Radhey Radhey} मर्यादा पुरुषोत
Ramji Mishra
Vikrant Rajliwal
Vikrant Rajliwal
Shailendra Anand
Sea water रचना दिनांक,,,३,,,२,,,,२०२४,,, वार,,,, शनिवार समय,,,, सुबह चार बजे,,, ्््््् ्््््निज विचार ््््् ्््छाया चित्र में भावचित्र प्रेम गगन में श्याम वर्ण और वेश भूषा में अमिटं रुप रंगीला बसंत पीत वस्त्र में््् मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया लाल देवकी नंदन जीव दया की मनमोहनी रुप छटा में चंद्रकिरणें से,, राधा में अनुराग प्रेम का श्रंगार रस है रास रंग में अवध बिहारी हो या फिर कृष्ण बिहारी का जाने ।। बाल स्वरूप में भोला शंकर साकार लोक में भ़मण करतीअदश्य रुप में क्या मथुरा काशी अवध में ,, बन गयो मदारी बनकर दिलों मेंनटलीला जादूगर बनकर।। डमरू बाजे बजने लगे गली गली में चौक चौराहों पर खैल खलौणा से मजमा लगायो ठुमक ठुमक चलत रामचंद्र जी और पग पैजनियां चले देखण खैला नर रुप में।। भोलाबम लहरी णे आवाज लगाई जेहण में दौड़ भागने लगे,, रहवासी देखण लागे नैन नक्श मुंखपरचंदआभामण्डल से।। ज्ञान रस का श्रंगार जादू छडी से राम कृष्ण में त्रैता और व्दापर में,, एक टेम में दूई नजारा फैकी ऐसी विश्वमोहिनी एक संग में दो युग का जादू कर लोगों को दिखाया।। मन मंद मुस्कान लेकर राम रुप लेकर फिर कृष्ण दर्शन की भोलाशिव शंकर साकार लोक में ,ऐसों खैल का नजारा देखने से मची चकाचौंध में,, लुप्त हुई घटनाओं का क्षण क्षणिका में महज़ एक मजमा दोयुग का बात बात में ।। आंखें डालकर हुआ संवाद नरलीला का समेट लिया,, जादू गर भोलाशंकर णे चलते समय इधर उधर देखने लगा ।। रामचंद्र जी और शिवशंकर अन्नधान का श्रंगार रस में शहद मिलाकर पीने लगे दूश्मन की नज़र ना लगे ।। झाडनी उतारी रघुनंदन की का समझे जाने मेरा तेरा,, मनन आनंद शैलेंद्र का श्रंगार रचु इस जग में उस जुग का।। ््््निजविचार ्््् भावचित्र खिंचती है मन दर्पण प्रेम शब्द का सच्चा पूजारी है जीवन का कमंयोग आंनद है ्््शैलेन्द़ आनंद ््् ््््३,, फरवरी,,,,२०२४ में द्वारिका संजी संवरी में एक बार घर घर आंगन में ©Shailendra Anand #Seawater रामचंद्र जी और अवध बिहारी व्दारिका में एक संग दूई युग का जादूगर भोलाशंकर मदारी बनकर दिलों में खैला मचाया अवध बिहारी मथुरा में आनंद
theunnamedpoet99
कबीर सिंह, रणविजय सिंह वाले ज़माने में श्री रामचंद्र जैसा बनने की चाह रखो। ©theunnamedpoet99 कबीर सिंह, रणविजय सिंह वाले ज़माने में श्री रामचंद्र जैसा बनने की चाह रखो। #Blossom #Love #RESPECT #Live #Trending #Nojoto #Animal #kabirsin
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
ram lala ayodhya mandir 🚩जय श्री राम🚩 राम-राम सब जपते रहना , सुनो यही हनुमत का कहना । कलयुग की माया से बचना , राम-नाम की मिश्री चखना ।। जब से रघुपति अवध पधारे , देख अवध में हैं उँजियारे ।। हम सब रघुपति आप सहारे , होय कष्ट तो आप पुकारे ।। रामचंद्र भगवान हमारे , भव से सबको पार उतारे । जिनकी अब तक राह निहारे , आय गये वो पालन हारे ।। मन में उनकी प्रतिमा रखना , समय-समय पर तकते रहना । उनकी मार्यादा को रखना , आदर्शों पर उनके चलना ।। सत्य सनातन धर्म हमारा , एक यही है आज सहारा । कर लो तुम ही आप किनारा , हमको तो प्राणों से प्यारा ।। थाम इसी की उँगली चलना , राम-राम नित भजते रहना । इज अवध हमको है जाना , यही हृदय ने मेरे ठाना ।। २०/०१/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR *🚩जय श्री राम🚩* राम-राम सब जपते रहना , सुनो यही हनुमत का कहना । कलयुग की माया से बचना , राम-नाम की मिश्री चखना ।। जब से रघुपति अवध पधारे ,
Sumit Rai
Jai shree ram राम जिनका नाम है अयोध्या जिनका धाम है संकट हरना जिनका काम है ऐसे रामचंद्र को हमारा प्रणाम है सियावर रामचंद्र की जय ©Sumit Rai #JaiShreeRam राम जिनका नाम है अयोध्या जिनका धाम है संकट हरना जिनका काम है ऐसे रामचंद्र को हमारा प्रणाम है सियावर रामचंद्र की जय #viral #Quot