Nojoto: Largest Storytelling Platform

New चादर बाबे नानक दा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about चादर बाबे नानक दा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, चादर बाबे नानक दा.

its_tezmi

#love_shayari #ओढ़ कर झूठ की चादर चले है सच से पर्दा करने😏

read more
White ओढ़ कर झूठ की चादर 
चले है सच से परदा करने ....

©its_tezmi #love_shayari #ओढ़ कर झूठ की चादर चले है सच से पर्दा करने😏

theABHAYSINGH_BIPIN

#sad_quotes ये कैसा प्यार मैं कर बैठा, उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा। अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं, सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा।

read more
White ये कैसा प्यार मैं कर बैठा,
उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा।

अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं,
सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा।

कहाँ आती होगी सुकून की नींद,
उनकी आँखों से अश्क छलका बैठा।

कितनी दिलकश थीं हमारी यादें,
मैं उन्हें भी दुःख-दर्द दे बैठा।

अब उनके दिन कहाँ ख़ुशी के हैं,
तकिया-चादर भीगा मैं कर बैठा।

दर्द-ओ-ग़म से निकलना मुश्किल है,
कैसी मुसीबत में उन्हें डाल बैठा।

कैसे कह दूं कि वो भी खुश होंगी,
उनकी रातों को तन्हा मैं कर बैठा।

©theABHAYSINGH_BIPIN #sad_quotes 

ये कैसा प्यार मैं कर बैठा,
उनकी नज़रों में खुद को गिरा बैठा।

अब तो रातें तन्हा ही कटती हैं,
सुकून ये इश्क़ भी गवां बैठा।

Poet Kuldeep Singh Ruhela

#snow ओढ़कर चादर कोहरे की देखो जनवरी आ गई प्यार के उमंगों को जवान बनाने की देखो आज घड़ी आ गई

read more
Unsplash ओढ़कर चादर कोहरे की
 देखो जनवरी आ गई 
प्यार के उमंगों को जवान बनाने 
की देखो आज घड़ी आ गई

©Poet Kuldeep Singh Ruhela #snow ओढ़कर चादर कोहरे की
 देखो जनवरी आ गई 
प्यार के उमंगों को जवान बनाने 
की देखो आज घड़ी आ गई

Anjali Singhal

"तेरी यादों को चैन कहाँ! इश्क़ की चादर ओढ़े, चली आईं शीत लहरों के संग यहाँ। सुलगा रही हैं दिल में मेरे कोई दर्द नया।।" #SAD #Dard whatsapp

read more
Unsplash "तेरी यादों को चैन कहाँ!
इश्क़ की चादर ओढ़े,
चली आईं शीत लहरों के संग यहाँ।
सुलगा रही हैं दिल में मेरे कोई दर्द नया।।"

©Anjali Singhal "तेरी यादों को चैन कहाँ!
इश्क़ की चादर ओढ़े,
चली आईं शीत लहरों के संग यहाँ।
सुलगा रही हैं दिल में मेरे कोई दर्द नया।।"

#sad #dard #whatsapp

theABHAYSINGH_BIPIN

#good_night बैठे-बैठे उदास मन से उसे सोच रहा, गैर-महफ़िलों में खुद को व्यस्त कर रहा। भैया-भाभी, मम्मी-पापा को सुन रही होगी, तकिए के ओट मे

read more
White बैठे-बैठे उदास मन से उसे सोच रहा,
गैर-महफ़िलों में खुद को व्यस्त कर रहा।

भैया-भाभी, मम्मी-पापा को सुन रही होगी,
तकिए के ओट में चादर भिगो रही होगी।

कितने अरमानों को सजाया था दिल ने,
दोनों दिलों में अधूरी मोहब्बत दम तोड़ रही है।

उठ रहे हैं दिल में ना जाने कितने सवाल,
दो जवां दिलों में ख्वाहिशें दफ़्न हो रही हैं।

रोशन हो रही थी मुहब्बत चंद की रोशनी में,
यह कैसी घड़ी है जहां उम्मीदें बिखर रही हैं।

परवान चढ़ने पर था ख्वाबों सा मुंतजिर,
जैसे चांद से चकोर अलग हो रही है।

©theABHAYSINGH_BIPIN #good_night 

बैठे-बैठे उदास मन से उसे सोच रहा,
गैर-महफ़िलों में खुद को व्यस्त कर रहा।

भैया-भाभी, मम्मी-पापा को सुन रही होगी,
तकिए के ओट मे

theABHAYSINGH_BIPIN

#coldwinter कोहरे से ठिठुर गया है सूरज दिखता नहीं कहीं भी मुहूर्त। छाई है काली घटा सी धुंध, धरती ढकी बर्फ की चादर में। हाथ-पैर अब जमने लगे

read more
कोहरे से ठिठुर गया है सूरज
दिखता नहीं कहीं भी मुहूर्त।
छाई है काली घटा सी धुंध,
धरती ढकी बर्फ की चादर में।

हाथ-पैर अब जमने लगे हैं,
सर्दी ने रोका हर काम।
हिम्मत भी थरथर कांप उठी,
लिपटे हम गर्म चादर में।

उठकर मुंह धुलना भी दुश्वार है,
किसने बर्फ डाल दी पानी में?
कौन है जो यूं कहर ढा रहा,
पूरे गांव को कैद किया है घर में?

राह अंधेरी, जमी हुई है,
थोड़ी उम्मीद बची है मन में।
चलता हूं बस सहारे इसके,
जो दिख रहा टॉर्च की रोशनी में।

शिथिल पड़े हैं मेरे जज्बात,
आलस ने ले लिया गिरफ्त में।
यह कैसा दिन, एक पल न सुहा,
सिकुड़ा पड़ा हूं एक चादर में।

हर कदम जैसे थम सा रहा,
जीवन को ढो रहा धुंध में।
क्या कभी सूरज की रौशनी लौटेगी,
या मैं यूं ही खो जाऊं रजाई में?

©theABHAYSINGH_BIPIN #coldwinter 
कोहरे से ठिठुर गया है सूरज
दिखता नहीं कहीं भी मुहूर्त।
छाई है काली घटा सी धुंध,
धरती ढकी बर्फ की चादर में।

हाथ-पैर अब जमने लगे
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile