Find the Latest Status about राहों में तेरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, राहों में तेरी.
📕Kajal Sharma 📕
!!मुझे बस आप चाहिए बस आप!! ये सांसे भी नहीं चाहिए!! बस आप चाहिए बस आप!! हज़ार मसले हों उलझे हुए ख़यालो की राहों में तेरी हँसी का एक सिरा मिले तो सुलझ जाते हैं ---------------------------------------------- #yqsha
हज़ार मसले हों उलझे हुए ख़यालो की राहों में तेरी हँसी का एक सिरा मिले तो सुलझ जाते हैं ---------------------------------------------- yqsha #yqdidi #YourQuoteAndMine #yqshayar1221 #shayarifly
read moreDeepa Deepa
உன் புன்னகையில் மட்டுமே மனதுக்குள் பெரும்பாலான காதலை நிரப்புகிறாய் பலநேரங்களில்....... हज़ार मसले हों उलझे हुए ख़यालो की राहों में तेरी हँसी का एक सिरा मिले तो सुलझ जाते हैं ---------------------------------------------- #yqsha
हज़ार मसले हों उलझे हुए ख़यालो की राहों में तेरी हँसी का एक सिरा मिले तो सुलझ जाते हैं ---------------------------------------------- yqsha
read more💚ShAhid❤KhAn💚
अपनी मोहब्बत से सजाना है तुझको, कितनी चाहत है तुझसे ये बताना है तुझको, राहों में तेरी बिछाकर मोहब्बत अपनी, इश्क के सफर पर ले जाना है तुझको अपनी मोहब्बत से सजाना है तुझको, कितनी चाहत है तुझसे ये बताना है तुझको, राहों में तेरी बिछाकर मोहब्बत अपनी, इश्क के सफर पर ले जाना है तुझको
अपनी मोहब्बत से सजाना है तुझको, कितनी चाहत है तुझसे ये बताना है तुझको, राहों में तेरी बिछाकर मोहब्बत अपनी, इश्क के सफर पर ले जाना है तुझको #Shayari
read moreबेजुबान शायर shivkumar
White जब तुम छोड़ गयी मुझे क्या बताऊँ, उदासी किस तरह उतर आयी थी मुझमें, खालीपन सा बस गया हर कोने में, जैसे बिन बादल की बरसात बरसी थी मुझ पर। आँखों में नमी, दिल में एक टीस सी, बिन तेरे हर पल थी एक अधूरी कविता सी, तेरी यादों का मौसम बदलता रहा, जैसे मौसम की सर्द हवा चली थी मुझ पर। जिंदगी की राहों में तेरी कमी का एहसास, जैसे रेगिस्तान में बिन पानी की प्यास। तेरे जाने के बाद ये दिल है सुना, जैसे खामोशी ने ली हो आवाज़ की जगह। बिन तेरे हर खुशी में छिपा दर्द का राज़, जैसे बिना फूलों के हो बागों का साज। तेरी यादें बन गयीं आँसुओं की बरसात, जैसे बिन चाँद के रात हो गयी हो बर्बाद। जिंदगी की इन सुनसान राहों में, तेरी यादों की कशिश बाकी है। तेरे जाने के बाद भी ये दिल, तेरी मोहब्बत की गूँज से आबाद है। हर खुशी अब लगती है फीकी, तेरे बिना जैसे हर रंग बेजान है। तेरी यादों की ये बरसात जब भी आती है, मेरी दुनिया उसी पल में ठहर जाती है। ©बेजुबान शायर shivkumar #हिन्दीकविता #हिन्दीलेखन #Nojoto #कविता जब तुम छोड़ गयी मुझे क्या बताऊँ, उदासी किस तरह उतर आयी थी मुझमें, खालीपन सा बस गया हर कोने में, ज
हिन्दीकविता हिन्दीलेखन कविता जब तुम छोड़ गयी मुझे क्या बताऊँ, उदासी किस तरह उतर आयी थी मुझमें, खालीपन सा बस गया हर कोने में, ज
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
अब बन वसंत तुम आ जाओ , स्वप्नों के फूल खिला जाओ । मेरे जीवन की बगिया में , सुगंध-सुगंध बिखरा जाओ ।। तेरी एक मुस्कान से ही , जीवन में होता उजियारा । मेरे जीवन में हो आयी , देखो बन तुम सुंदर तारा ।। अब आकर मुझको सपनों में , तुम मीठी नींद सुला जाओ । मेरे जीवन की बगिया में , सुगंध-सुगंध बिखरा जाओ ।। गेंदा फूल गुलाब तुम्हीं हो , ऋतुओं का ऋतुराज तुम्हीं हो । मधुवन को महकाने वाली , सुन लो वो मधुमास तुम्हीं हो ।। बैठा हूँ राहों में तेरी , अब आकर दरश दिखा जाओ । मेरे जीवन की बगिया में , सुगंध-सुगंध बिखरा जाओ ...।। कोयल बोले कागा बोले , प्रीति रंग में दुनिया डोले ।। कू-कू करती कोयल कहती , अधरो से उन मदिरा बहती ।। उन अधरो से आज सुनों तुम , यह प्यारा गीत सुना जाओ । मेरे जीवन की बगिया में , सुगंध-सुगंध बिखरा जाओ ।। अब बन बसंत तुम आ जाओ ,स्वप्नो के फूल खिला जाओ । मेरे जीवन की बगिया में , सुगंध-सुगध बिखरा जाओ ।। १६/०२/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR अब बन वसंत तुम आ जाओ , स्वप्नों के फूल खिला जाओ । मेरे जीवन की बगिया में , सुगंध-सुगंध बिखरा जाओ ।। तेरी एक मुस्कान से ही , जीवन में होता उ
अब बन वसंत तुम आ जाओ , स्वप्नों के फूल खिला जाओ । मेरे जीवन की बगिया में , सुगंध-सुगंध बिखरा जाओ ।। तेरी एक मुस्कान से ही , जीवन में होता उ #कविता
read moreRabindra Kumar Ram
*** कविता *** *** छु के सांसों को *** " छु के सांसों को कुछ महसूस की जाये , मुहब्बत को कुछ मुहब्बत के नजदीक की जाये , फितरतन ख्याल तेरा महज़ ख्याल ना रहे , ज़िन्दगी यूं तुझमें कुछ महसूस की जाये , रात तन्हाई के आलम हैं तो तुम ऐसे हो , बोलो अब होश किस तरह सम्भाला जाये , छु के सांसों को कुछ महसूस की जाये , सम्भलने ना पाये तुझे में यूं खोना चाहते , दर्द मुहब्बत के तुझसे ही महसूस की जाये , जिक्र करो तुम भी तुम्हें कुछ प्यार किया , मुहब्बत की राहों में तेरी मौजूदगी कुछ और ही हो , छु के सांसों को कुछ महसूस की जाये , तु नजदीक है मेरे तेरे रुहो को कुछ और करीब की जाये , रात तन्हाई हैं इसे इस कदर तन्हा ना छोड़ा जाये , हमारे साथ-साथ इस रात को मदहोश कर दिया जाये , सुलगते हैं एहसास जारा आ मिल के जरा कुछ भरकाया जाये , ना जिस्म ना रोशनी हो तुझमें मुझमें कुछ आग जलाया जाये , सिमट यूं आगोश में जरा खुद से ज्यादा तेरे चाहतों की कद्र की जाये . --- रबिन्द्र राम *** कविता *** *** छु के सांसों को *** " छु के सांसों को कुछ महसूस की जाये , मुहब्बत को कुछ मुहब्बत के नजदीक की जाये , फितरतन ख्याल तेरा मह
*** कविता *** *** छु के सांसों को *** " छु के सांसों को कुछ महसूस की जाये , मुहब्बत को कुछ मुहब्बत के नजदीक की जाये , फितरतन ख्याल तेरा मह
read moreTR DM Mehra
सुना है पत्थर नहीं पिघलते मगर पिघला दिए। बीज नफरतों के बोए और फूल खिला दिए।। यूं तो ख्वाहिश न की दिल ने कभी चांद तारों की, रात तो दूर ठहरी दिन में ही चिराग जला दिए।। TRDM ©TR DM Mehra तेरी राहों में दामन मेरा। #OneSeason
तेरी राहों में दामन मेरा। #OneSeason
read moreहिमांशु Kulshreshtha
राहों में यूँ ही चलते चलते एक दिन तुम मिल गईं थीं मुझे मैं आज भी तुम्हारी तलाश में भटक रहा हूँ वहीं कहीँ सोचता हूँ कहीं वो मेरा ख़्वाब तो नहीं था …अगर था भी तो बताओ.. मेरी हथेलियों पर तुम्हारे मरमरी हाथों की भीनी-भीनी सी महक अब तलक क्यूँ है???? ©हिमांशु Kulshreshtha राहों में..
राहों में.. #Shayari
read more