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Diya
अधूरी सी मोहब्बत है, अधूरा सा साथ है, कैसी यह बेताबी है कैसी ये आस है, तुझसे मिले बिना मिलता नहीं सुकून है , कैसे ये जज्बात है, कैसी ये नाराजगी है, ©Diya #अधूरी सी #मोहब्बत है, #अधूरा सा साथ है, कैसी यह #बेताबी है कैसी ये आस है, तुझसे मिले बिना मिलता नहीं सुकून है , कैसे ये #जज्बात है, कैसी य
SK Singhania
White जहां दर्द है वहां मर्द है...! जहां दौलत है वहां औरत..! #skg ©SK Singhania #love_shayari जहां दर्द है वहां मर्द है...! जहां दौलत है वहां औरत..! #SKG
#love_shayari जहां दर्द है वहां मर्द है...! जहां दौलत है वहां औरत..! #SKG
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White तुम नहीं हो मेरी, फ़िर भी.... सिर्फ तुम्हारा होना भर प्यार है... तुमसे दूर रह कर ... तुम्हारे करीब रहना भी प्यार है..... लाखो चेहरे देखने के बाद भी... तुम्हारे चेहरे को न भूल पाना भी प्यार है... उम्मीदें टूट जाने पर भी... महज़ तुमसे ही उम्मीद रखना प्यार है...... ©हिमांशु Kulshreshtha प्यार है..
प्यार है..
read moreAbdhesh prajapati
White संघर्ष से ही चुनता है जिसमें लड़ने की क्षमता हो.... ©Abdhesh prajapati चुनता है
चुनता है
read moreAnamika Raj
White कड़वा है पर सच है लोग आपके बारे में कुछ अच्छा सुनते हैं तो शक करते हैं लेकिन कुछ बुरा सुनते हैं तो एकदम से यकिन कर लेते हैं! ©Anamika Raj कड़वा है पर सच है
कड़वा है पर सच है
read moreAbdhesh prajapati
White शांत रहने लगा हूं, क्योंकि खुद के गुस्से से डर लगता है...! ©Abdhesh prajapati डरलगता है
डरलगता है
read moreKiran Chaudhary
अभी भी खामोश हो जाती हूँ तुम्हें देखकर, उम्मीद है कभी तो तुम मेरी खामोशी समझोगे।। ©Kiran Chaudhary उम्मीद है...
उम्मीद है...
read moreसंजय जालिम " आज़मगढी"
ठंड हवाओ का अैसा कहर है बंद कामरो में रहना बेअसर है सर्दी का काम ईमानदारी जारी है "जालिम" कंबल, रजाई की गर्मी भी बेअसर है... ©Sanjay jalim ## बेअसर है ##
## बेअसर है ##
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
Village Life अकेले बसर करनी है ये लंबी ज़िंदगी, यहाँ अब किसका इंतज़ार है। रिश्तों की गरमाहट बराबर नहीं होती, कहीं धूप है, तो कहीं छांव है। चल पड़ा हूँ वापस पगडंडी पर, बस्ती से दूर, एक छोटा सा गांव है। जहाँ सुकून की मिट्टी से गंध उठती है, और सपनों का आकाश साफ़ है। ढूंढ रहा है हर कोई शहर में बसेरा, पर वहाँ भी ज़िंदगी कहाँ आज़ाद है। शोर में खो जाती है पहचान अपनी, बस भीड़ में रह जाता एक फरियाद है। लौट आओ अपनों के बीच, अभी वक्त है, ज़िंदगी छोटी है, किसे सरोकार है। रिश्तों की गरमाहट को महसूस कर लो, फिर न कह सकेगा दिल, ये जो अंगार है। शहर के शोर में सब कुछ खो जाता है, पर दिल सुकून तो अपनों में ही पाता है। थोड़ा ठहरो, जरा संभालो इन पलकों को, क्योंकि यादें ही अंत में हमारा संसार हैंl ©theABHAYSINGH_BIPIN #villagelife अकेले बसर करनी है ये लंबी ज़िंदगी, यहाँ अब किसका इंतज़ार है। रिश्तों की गरमाहट बराबर नहीं होती, कहीं धूप है, तो कहीं छांव है।
#villagelife अकेले बसर करनी है ये लंबी ज़िंदगी, यहाँ अब किसका इंतज़ार है। रिश्तों की गरमाहट बराबर नहीं होती, कहीं धूप है, तो कहीं छांव है।
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