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Aamir Qais AnZar
बेवजह मुक़ाबला करवाते हैं लोग। जहाँ दोस्ती नहीं, वहाँ मोहब्बत कैसी और जहाँ मोहब्बत नहीं फिर दोस्ती कैसी। OPEN FOR COLLAB✨ ATheartlockpic • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: aestheticthoug
Kajal The Poetry Writer
हम इंसान भी क्या कमाल होते हैं। ना, हमेशा अपने दुख सुनाने के लिए किसी न किसी को ढूंढते रहते हैं। फिर चाहे वो मैं हूं ,जो किसी को हर वक्त तलाशे। या कोई मुझे शायद तलाश रहा हो। पर हां इतना हैं, अपने मन को हलका करने के लिए, अपने जीवन को कश्मकश को सुलझाने के लिए,, जीवन की टेड़ी मेड़ी परिस्थिति से हार कर फिर से लड़ने के लिए,, इंसान को अपनी बात सुनाने के लिए कोई चाहिए। शायद इसलिए इंसान प्यार करता है। कि कोई उसे जिंदगी भर सुन सके।। पर क्या हो । जब इंसान किसी ऐसे से प्यार कर बैठे जो उसे सुने ही न।। अपने हर मरमुटाव को खत्म करके शादी भी कर ले।। और फिर ऐसी ही किसी स्थिति का सामना हो जाए।। क्या हो??? ©KAJAL The poetry writer हम इंसान भी क्या कमाल होते हैं। ना, हमेशा अपने दुख सुनाने के लिए किसी न किसी को ढूंढते रहते हैं। फिर चाहे वो मैं हूं ,जो किसी को हर वक्त तल
Poonam Suyal
जीवन की राह (अनुशीर्षक में पढ़ें) अपनी करनी, पार उतरनी अर्थ - स्वयं मेहनत करके आगे बढ़ना है जीवन की राह जीवन की राह चाहे होती है टेड़ी मेड़ी, ख़ुद पर रखकर यकीं तुम चलो
Dilip Singh Harpreet
राजस्थानी रंग "हरप्रीत शशांक" रे संग 💖 कलाकार रो नांव बेरो कोनी पण हां करौली री आम नारी री कलाकारी ह सा या ... जै- जै म्हारो प्यारो राजस्थान💖 करौली रै कलाकार मन ने सुपणो हो संज
R.S. Meena
राहें राह नहीं आसान, बस इतना समझ में आया है। अपने कदमों को उठाकर ही, मंजिल को पाया है।। उपदेशों में कामयाबी के भरमार तरीके दिखलाये, पग-पग पर अंगारे है, कोई न हमकों बतलाये। जब बहा पसीना़ अपने तन से,मन बहक ना पाया है। राह नहीं आसान, बस इतना समझ में आया है। अपने कदमों को उठाकर ही, मंजिल को पाया है।। कर्म से ही सबकों मिलता है, अपने पथ का सार, संयम से चलकर ही पुरे होते है,सपने अपरंपार। तेज दौड़कर भी शशक जीत ना पाया है। राह नहीं आसान, बस इतना समझ में आया है। अपने कदमों को उठाकर ही, मंजिल को पाया है।। टेड़ी-मेड़ी राहों पर भी सीधा चलना पड़ता है, लक्ष्य साधना में गिर कर भी उठना पड़ता है। राहों में पुष्प भी मिलेंगे, सबका मन ललचाया है। राह नहीं आसान, बस इतना समझ में आया है। अपने कदमों को उठाकर ही, मंजिल को पाया है।। राहें राह नहीं आसान, बस इतना समझ में आया है। अपने कदमों को उठाकर ही, मंजिल को पाया है।। उपदेशों में कामयाबी क