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Ravi_bhagat11

फल तोड़ने वाले रोबोट 😱 #shot शुभ विचार

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Ghumnam Gautam

किसी ने फाड़ दी उल्फ़त की वो किताब पुनः
बिखर गया है कहीं पर कोई गुलाब पुनः
पुनः हुआ है किसी पर दहर का ज़ुल्म-ओ-सितम
किसी की आँखों से बहकर गिरे हैं ख़्वाब पुनः

©Ghumnam Gautam #किताब 
#आँखें 
#ghumnamgautam

Sunil Kumar Maurya Bekhud

#फल

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Unsplash फल
फल की चिंता क्यो करें
फल तो आएगा ही 
जो श्रम किया है अथक
वह फल पाएगा ही

अगर सींचा है तरु को
खाद डाला है जड़ों में
खिलेंगे सुंदर पुष्प जब
मन हर्षाएगा ही

सजग रहना होगा ही
शत्रुओं से हरदम
जो सो जाएगा बेसुध
वो पछताएगा ही

कर्म का तोड़ न कोई
कर्म बेजोड़ है बेखुद
फल तो पारितोषिक है
वो मिल जाएगा ही

©Sunil Kumar Maurya Bekhud #फल

unique writer

मेहनत का फल मिल जायेगा

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*#_@_#*

White 
मैने गढ़ लिया है जीवन का नया स्वप्न 
तुम्हारे या संसार की कल्पना से 
बिल्कुल अलग 
सच भी करूंगी उसे एक दिन 
तुम्हारे कथ्य को सत्य या असत्य करने के लिए नहीं 
न ही बदलने के लिए समाज के नजरिए को 
बल्कि जीवंत रखने के लिए 
अंतर की कविता को 
निखारने के लिए प्राणों के दर्पण को
एक दिन कमांऊंगी मैं बहुत सारे पैसे 
संहेजूंगी क ई सारी सुंदर डायरियां 
बहुत सी किताबें 
बनाऊंगी एक ऐसा घर
 जिसमें होंगे मेरे सारे दोस्त! 
और उनमें रहेंगे शामिल 
मेरे पसंदीदा सारे पौधे 
सारे वृक्ष! 
सभी क्यारियों में लहराऊंगी मै ही 
जल की स्वछंद धारा में 
हर बार वसंत में मैं खिलूंगी
 सुंदर गुलमोहर के फूलों की तरह
और वसंत के अंतिम दिनों में 
 रखूंगी सेमल के फूलों की तरह धैर्य 
मुस्कुराऊंगी अपनी वीरानी के क्षणों में भी 
या फिर रहूंगी भिन्डी के अद्भुत फूलों 
के रूप में 
फलित करूँगी जीवन का 
सुंदर उदाहरण














........ 








......

©*#_@_#* #स्वप्न

unique writer

मेहनत का फल एक दिन जरुर मिलता है

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चाँदनी

#रहष्यमयी किताब

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White आज किसी ने पहला पन्ना पलटा 
तो मै झट से दौर पड़ी

जी,मै एक किताब हू

एक रोज मै खुद को अधूरा पढ़ के 
अपने  ही कमरे मे पड़े पुराने
मेज पर छोड़ आई थी

आज एक बड़े ही अजीब शक्स
 ने मुझे पढ़ते हुए 

गहरी साँसे ली और सरका
दिया अरसे से जमे धूल 

पर समीक्षा वो अपने
हृदय मे समेट चला गया

मुझे आश्चर्यचकित करता है
मेरा रहष्यमयी लिपी होना

अब मुझे भी कुछ याद नही की 
आखिर ऐसी कौन सी नौबत
आन पड़ी थी की

मै आगे खुद को पढ़ नही पाई
जबकि 

मुझे इंतेजार करना चाहिए था
अंत को अंत तक आने का

खैर!चरमोत्कर्ष ईश्वर भी चाहता है

©चाँदनी #रहष्यमयी किताब
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