Find the Latest Status about कोट गला ब्लाउज from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कोट गला ब्लाउज.
Devesh Dixit
गर्मी (दोहे) गर्मी जब से आ गई, बहे स्वेद की धार। धूप लगे घनघोर है, सूरज करे प्रहार।। जल शीतल पीने लगे, बुझे न फिर भी प्यास। गला सूखता है बहुत, क्या आएगा रास।। धरा काँपती है बहुत, जैसे चढ़ा बुखार। राहत भी मिलती नहीं, बहती गरम बयार।। छाता लेकर घूमते, है गर्मी का जोर। गर्मी गर्मी कर रहे, मचा रहे हैं शोर।। बगिया में जब फल लगे, खुशी मनाते लोग। मार मार पत्थर उसे, ले कर करते भोग।। हाल सभी बेहाल हैं, गर्मी का है जोश। गर्मी की इस तपन से, उड़ते सबके होश।। ............................................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #गर्मी #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry गर्मी (दोहे) गर्मी जब से आ गई, बहे स्वेद की धार। धूप लगे घनघोर है, सूरज करे प्रहार।। जल शीत
Alpha_Infinity
White मेरी मस्ती और मौज के इस दौर में। हाय ये दिल्लगी क्यों हो गई?? हुई तो ठीक था, पर एक बेवफ़ा से क्यों हुई? उसको तो बस मुझे जलाना और रुलाना था। तकदीर में ही सब पा कर हार जाना था। इस राह में बड़े अकेले रहते हैं। मस्ती के दौर में, रातों को रोते हैं। पाप लगेगा मेरे दिल के दर्द का। जगता हूं मैं उसकी बेवफाई देखने को। ©Alpha_Infinity दर्द है इस दिल में, लोग कैसे बदल जाते है। चंद पैसों के लिए, अपनो का गला दबाते हैं। #car #Nojoto #dard💔 #Hindi #SAD #mahadev #Alpha_Infinity
Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी छेड़ छाड़ वोटो की कर उम्मीदवारो को चुनाव लड़ने नही दिया जाता है गफलत में आयोग पड़ा है विपक्ष को फाइट नही करने देता है आवारापन चुनाव आयोग का उजागर सप्ताह सप्ताह तक वोट परशेन्ट नही निकाल पाता है एक अधिकार है जनता का मतदान उसका भी अब गला घोंटा जाता है सत्तापक्ष सब नीतियां खा गया लोकतंत्र को ठेंगा दिखाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #election_2024 एक अधिकार है जनता का मतदान, उसका भी गला घोंटा जाता है #nojotohindi
ARTI JI
White कुरान शरीफ में मांस खाने का संकेत अल्लाह का नहीं है। वास्तव में हजरत मुहम्मद जी को एक जिब्राईल नामक फरिश्ते ने नहीं सम गला घोंट-घोंट कर जबरदस्ती डरा धमका कर कुरान शरीफ का ज्ञान लिखवाया था, अपने ही बनाये जीवों को मार कर खाने का आदेश कभी अल्लाह का नहीं हो सकता। (प्रमाण- पुस्तक जीवनी हजरत मुहम्मद, सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम, पृष्ठ 307-315) #AlKabir_Islamic #SaintRampalJi ©ARTI JI #summer_vacation #IPL2024 #भक्ति #Voting #शायरी #मोटिवेशनल #कॉमेडी #लव कुरान शरीफ में मांस खाने का संकेत अल्लाह का नहीं है। वास्तव में हजर
Devesh Dixit
आईना जो कहे आईना जो कहे, वो स्वीकार नहीं किसी को, अगर कहे वो झूठ, तो मुस्कान दे सभी को। पर ऐसा होना कदापि संभव नहीं यहाँ, ये तो वो सच्चाई है, जो पैगाम दे सभी को। निहारते अकसर, जिसे देखकर सभी, दिखा दे अगर वही तो बद्सूरत कभी। फेंक आते उसे कहीं बेगानों सा, और नया आईना फिर ले आते तभी। दिखना है सुंदर यह चाहते भी सभी, पर कहाँ अंदर खुद के झाँकते कभी। द्वेष भावना ही देखो मन में पाले, ऊपर से भरोसे का भी गला घोंटते तभी। आईना ये वो है जो, चेहरे सबको दिखाता है, किसी को साफ, किसी को भद्दा दिखाता है। बुरा न मानना कभी, ये फितरत है इसकी, टुकड़ों में बंटकर ही, ये तब दरार दिखाता है। जब तक है सलामत, तब तक एक दिखाता है, हो जाते जब टुकड़े इसके, कई रूप दिखाता है। छोड़ कर उसे तब सभी आगे बढ़ जाते ऐसे, जैसे की वो जिंदगी की उन्हें सीख सिखाता है। ............................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #आईना_जो_कहे #nojotohindi #nojotohindipoetry आईना जो कहे आईना जो कहे, वो स्वीकार नहीं किसी को, अगर कहे वो झूठ, तो मुस्कान दे सभी को। पर ऐ
मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *
मुंह पर रख फरेबी किरदार, खुद को हमारा हितैषी बताते हैं, दिखावे के लिए मिलाते हैं हांथ, असलियत में गला दबाते हैं.. ©मुखौटा A HIDDEN FEELINGS मुंह पर रख फरेबी किरदार, खुद को हमारा हितैषी बताते हैं, दिखावे के लिए मिलाते हैं हांथ, असलियत में गला दबाते हैं..
Anjuu
मेरी खामोशी से मेरी समझदारी आंकता हैं वो,, मगर मोहबत तो, नासमझ नादान करते हैं ना!! ©Anjuu #Tulips जवाब का वक्त नहीं था उसके पास, सो हमनें सवालों का गला घोंट डाला।
Ujjwal Kaintura
घर से निकले थे जो घर के, चिराग बनकर । आज खुद रह रहे हैं, किराए के चार कमरों के अंदर । जब हर जिम्मेदारी का बोझ, अपने कंधों पर उन्होंने उठाया था, अपने कई सपनो का गला उन्होने दबाया था। इस फरेबी दुनिया के तानों से, घर के बाहर जाना था। कहा सोचा था फिर, वापस आने का रास्ता फिर कठिन था। घर से निकले थे जो कहकर ! जिम्मेदारी पापा अब हम आपस में बांट लेंगे। भूल गए थे देखना उन नम आंखो में , जिसने पूछा था सवाल ? बेटा कही तुम जाकर वापसी का रास्ता तो ना भूल बैठोगे? ©Ujjwal Kaintura #GingerTea घर से निकले थे जो घर के, चिराग बनकर । आज खुद रह रहे हैं, किराए के चार कमरों के अंदर । जब हर जिम्मेदारी का बोझ, अपने कंधों पर उन्ह