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Parvesh Kumar
दिल की हसरत जुबा पर आने लगी तूने देखा और जिंदगी मुस्कुराने लगी ©Parvesh Kumar हिंदी शायरी। प्यार की शायरी
हिंदी शायरी। प्यार की शायरी
read morePOWER ZONE3227
ज़िन्दगी अपने हिसाब से जीनी चाहिए, औरो के कहने पर तो शेर भी सरकस में नाचते हैं. दुश्मन बने दुनिया तो इतना याद रखना मेरे दोस्त, तेरा यार जिन्दा है तो तेरा हथियार जिन्दा है. ©POWER ZONE3227 ऐटिटूड शायरी हिंदी में
ऐटिटूड शायरी हिंदी में
read moreDILBAG.J.KHAN { دلباغ.جے.خان }
ये वो क़ौम है जिनसे दो रकअत फर्ज़ नमाज़ और रमजान के 1, 2, रोज़े नहीं रखे जाते लेकिन 40, 40 किलो के ढोल गले मैं लटका कर 10,10 किलोमीटर तक चल लेते हैं अल्लाह इस फितने से हम सबकी हिफाज़त फरमाए (आमीन) ©DILBAG.J.KHAN { دلباغ.جے.خان } #मोहर्रम
Rajesh rajak
कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज़ है, उस नवासे पर मुहम्मद को नाज है, यूं तो लाखों सिर सजदे में झुके लेकिन, हुसैन ने जो सजदा किया उस पर खुदा को नाज है। मोहर्रम,
मोहर्रम,
read moreMd. Javed Saudagar
एक तरफ़, ज़ुल्म-ओ-सितम की इंतेहा थी, एक तरफ़, सब्र-ओ-ईमां की इम्तहाँ थी, ज़ुल्म ने कहा, " मैं दरिया हूँ, तुम पानी को तरस जाओगे". सब्र ने कहा, " जा मैं नहीं पीता, तुम प्यासों को तरस जाओगे".....!!! Comp. By javed....✍🏻 इंतेहा = चरम सीमा, परकाष्ठा, Atmost Extent, The Limit,. इम्तहाँ = आज़माइश, Test. ©Md. Javed Saudagar #मोहर्रम
Murtaza Ali
अजब वो सआदत के दिन थे अजब वो मौला से क़ुरबत के दिन थे देखते थे चेहरा ए अनवर मसर्रत थी दिलों पर आज दूर है हम शहा से अजब वो क़ुरबत के दिन थे! वो मस्जिदों में सज़दे वो मज़ारों पर जमघट वो बैठना तेरा पालकी पर देना दुआओं की सलामी आज दूर है हम शहा से अजब वो क़ुरबत के दिन थे! वो मुहर्रम का आना तेरा ओहबत कराना निदा तेरा देना हुसैन का वो नारा आज दूर है हम शहा से अजब वो क़ुरबत के दिन थे! दुआ है ये दिल से "शाकिर" खुदा से मांगता हूँ करबला के शोहदा हुसैन से मांगता हूँ कर दे अता वो सआदत के दिन वो मौला से क़ुरबत के दिन हो तूल बक़ा तेरी सैफुलहुदा परचम लहराता रहे हुसैन का सदा!! ✍️✍️मुर्तज़ा मोहर्रम
मोहर्रम
read moreGulshad Raza
बता यजीदियत बता कहा छुपेगा सर तेरा, हर जगह मेरा हुसैन है हर जगह मेरा हुसैन है। मेरा बादशाह हुसैन है ©Gulshad Raza #मोहर्रम