Find the Latest Status about हागणदारी मुक्त गाव योजना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हागणदारी मुक्त गाव योजना.
Rameshkumar Mehra Mehra
White बेशक मै.................... तुम्हारी जिंदगी का बो गुलाब नही....! जो तुम्हारी जिंदगी को महका देता..!! लेकिन हाँ......!!! मै तुम्हारी जिंदगी का बो पेड जरूर था..!!! जिसकी छाँव मे तुम आपने जीबन की...!!!! हर तपिश से मुक्त हो सकती थी....!!!!! अफसोस,तुम समझ ना सकी....💓 ©Rameshkumar Mehra Mehra # बेशक मै..... तुम्हारी जिंदगी का बो गुलाब नही,जो तुम्हारी जिंदगी को महका देता,लेकिन हाँ,मै तुम्हारी जिंदगी का बो पेड जरुर था,जिसकी छाॅब मे
# बेशक मै..... तुम्हारी जिंदगी का बो गुलाब नही,जो तुम्हारी जिंदगी को महका देता,लेकिन हाँ,मै तुम्हारी जिंदगी का बो पेड जरुर था,जिसकी छाॅब मे
read moreAbasaheb Patil
9172683363 ©Abasaheb Patil *🌾☘️प्रधानमंत्री पीक विमा योजना रब्बी हंगाम 2024-25* 🌱🌿☘️🍀🎋🍃🍂🌾 *सर्व शेतकऱ्यांना कळविण्यात अत्यंत आनंद होतो की दरवर्षीप्रमाणे याही वर्षी प्र
*🌾☘️प्रधानमंत्री पीक विमा योजना रब्बी हंगाम 2024-25* 🌱🌿☘️🍀🎋🍃🍂🌾 *सर्व शेतकऱ्यांना कळविण्यात अत्यंत आनंद होतो की दरवर्षीप्रमाणे याही वर्षी प्र
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित अनुवाद सहित शीर्षक राधा नाम जप श्रीराधाराधा प्रत्येकं कणेषु वर्तते। लहर लहर श्री राधा राधा लह
read mores गोल्डी
बेशक मैं - तुम्हारी ज़िंदगी का वो गुलाब नहीं जो तुम्हारी ज़िंदगी को महका देता लेकिन हाँ.... मैं तुम्हारी ज़िंदगी का वो पेड़ ज़रूर था जिसकी छाँव में तुम अपने जीवन की हर तपिश से मुक्त हो सकते थे अफ़सोस , तुम समझ न सके !! 🩶✨ ©s गोल्डी बेशक मैं - तुम्हारी ज़िंदगी का वो गुलाब नहीं जो तुम्हारी ज़िंदगी को महका देता लेकिन हाँ.... मैं तुम्हारी ज़िंदगी का वो पेड़ ज़रूर था जिसकी छाँ
बेशक मैं - तुम्हारी ज़िंदगी का वो गुलाब नहीं जो तुम्हारी ज़िंदगी को महका देता लेकिन हाँ.... मैं तुम्हारी ज़िंदगी का वो पेड़ ज़रूर था जिसकी छाँ
read moreगोरक्ष अशोक उंबरकर
White गावानं निरोप दिला तुला शहराने बोलावलं.. ऐकून घेताक्षणी मनातलं सारं सुख हरवलं.. भिरभिरणाऱ्या मनाला जबाबदारीनं समजावलं.. समजवताना डोळ्यांना पाण्याने मात्र भरवलं.. भरलेल्या डोळ्यानी फिरून जगाकडे पाहिलं.. पाहता पाहता पाऊल क्षणात शहराकडे वळालं.. पाहता पाहता पाऊल क्षणात शहराकडे वळालं.. ©गोरक्ष अशोक उंबरकर गाव
गाव
read more