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Sangeeta Kalbhor

#SunSet उदित हुआ है प्रभाकर नई आशाओं के साथ चूपचाप क्यूँ बैठा है बंदे मिला दे हाथों में हाथ चल उठ तुझे उठना है यूं ना हारकर बैठ कभी गगन तुझ #कविता

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Sadhna Sarkar

#ankahe_alfaaz वक्त के हाथों मजबूर हैं सहानुभूति ज़रूरी है। #कविता

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Dr. Satyendra Sharma #कलमसत्यकी

#BeatMusic अपने हाथों मे खंजर और छुरा रखते हैं। #कलमसत्यकी ✍️©️ Life Love #Rishtey #शायरी

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Shalini Nigam

अपने "जीवन" की "डोर"
अपने "हाथों"में रखो°° 
क्योंकि..
ऊपरवाले ने हमें 
"इंसान" बनाया है, 
"कठपुतली" नहीं..

©Shalini Nigam #कठपुतली #हाथों #Shayari #Love #Life #Nojoto

Internet Jockey

तुम्हीं मेरे माथे की बिंदिया की झिल-मिल तुम्हीं मेरे हाथों के गजरों की मंज़िल... #Quotes

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तुम्हीं मेरे माथे की बिंदिया की झिल-मिल
तुम्हीं मेरे हाथों के गजरों की मंज़िल... 
-रजिंदर कृष्णन

©Internet Jockey तुम्हीं मेरे माथे की बिंदिया की झिल-मिल
तुम्हीं मेरे हाथों के गजरों की मंज़िल...

दीपा साहू "प्रकृति"

#Prakhar_ #deepliner love #Pain #intejar #Poetry "हमेशा नए लगना" बारिश में भीगे कपड़े की तरह, निचोड़ कर हृदय , जब देखो दोनों हाथों के बीच,

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Rishu singh

#holi2024 हाथों से उड़ा गुलाल आसमान को लाल कर गया 😍😍😍😍😍 #ज़िन्दगी

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Ashraf Fani【असर】

-: चंदा और चाँद ;- चंदा हो या चाँद, दोनों हाथों से बटोरे जाते हैं चंदा नेता बटोरते हैं और चाँद शायर कवि दोनों को दोनों मिल जाये तो चेहरे च #beHappy #शायरी #ashraffani

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MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ । छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।। तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ । अब तो लगता है हमें , तुम ब #कविता

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कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ ।
छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।।
तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ ।
अब तो लगता है हमें , तुम बिन जीवन व्यर्थ ।।
संग तुम्हारे हो नहीं ,खुशियों का अब अंत ।
तुमको पाकर आज जो , खुशियाँ मिली अनंत ।।
कभी-कभी मन में उठे , मेरे अब संताप ।
जाने कब किसको यहाँ , करना पड़े विलाप ।।
दिन जीवन के चार है , छोड़ो ये घर द्वार ।
हम तुम दोनों से यहां , कोई करें न प्यार ।।
आओ अपनी प्रीति की , अलग करे पहचान ।
हम तुम दोनों संग में , करे प्राण बलिदान ।।
१५/०३/२०२४     -   महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कट जायेंगे दिन सभी , चले आप हम साथ ।
छूट न पाये बस कभी , इन हाथों से हाथ ।।
तुमको पाकर ही यहां, निकला जीवन अर्थ ।
अब तो लगता है हमें , तुम ब

Praveen Jain "पल्लव"

#villagelife सियासतों के हाथों हमारे सुख दुख छिने जाते है #nojotohindi #कविता

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