Nojoto: Largest Storytelling Platform

New gazal jagdish singh Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about gazal jagdish singh from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, gazal jagdish singh.

Stories related to gazal jagdish singh

बिमल तिवारी “आत्मबोध”

#Thinking #gazal

read more
White ऋतुओं में जब शिशिर का ठौर आने लगे
आम्रकुंज में आम्र वृक्ष पर बौर आने लगे

चुप  हो  गया जंगल का बादशाह जब से
तब  गीदड़ों  के  बोल भी और आने लगे

पुरखे  जिनके  सोते  आ  रहे  हैं  जमीं पे
उनके  नवासों  के भी अब दौर आने लगे

छुप  गया  चांद  जब  बदली की ओंट में
आसमान में फिर तारों संग सौर आने लगे

मुनासिब  ना  समझा  मिलना  मै जिनसे
हुज़ूर  उनके  चेहरे  अब  ग़ौर  आने लगे

©बिमल तिवारी “आत्मबोध” #Thinking #gazal

Shreyansh Gaurav

#gazal #Thinking

read more
कोई ख़्वाव आँखो में नहीं,मेरी नींद भी गुम है कहीं 
क्या हुआ, कुछ तो हुआ है, पता करों वो कहाँ गये..!

सफ़र साथ में शुरू किये थे, हम दोनों ने मिलकर 
आज मैं अकेला हीं चल रहा, देखो वो किधर गये..!

मुहब्बत का तमाशा देखने में देखो कौन शामिल है 
बहुत मासूम है महबूब मेरा, कहीं वो राह भटक गये..!

यें किस्सा ए दिल,उसके शिवाय कोई नहीं जानता 
उसमें जां बसती है मेरी,देखो कहाँ लापता हो गये..!

उसे पता है मेरे बारे में,उसके बगैर जी नहीं पाऊँगा 
लगता है मेरी मुहब्बत का ज़ाईज़ा लें रहें, कहाँ गये..!

मेरे सफ़र का साथी था, हमसफ़र बनाना था उसे ही 
बीच राह में बिछड़ गया है, पता करों वो कहाँ गये..!!

©Shreyansh Gaurav #gazal 
#Thinking

Shreyansh Gaurav

मेरे माथे पे तिरा दिया बोसा, बहुत सुकून था उसमें 
तुम अब नहीं हो एहसास है मुझे, तुम्हें याद नहीं है..!

मिरे मुफलिसी में भी, अमीरी का एहसास जैसे रहा 
दिले बेज़ार मरहम था,मुझे ख़बर है तुम्हें याद नहीं है.!

मेरे मुस्तक़बिल में इतना ही लिखा था साथ तिरा भी 
गुरबत में अमीरी का एहसास रहा,तुम्हें याद नहीं है.!

मिरे सपनों,ख़्वाहिशों की उड़ान थीं तुमसे,जानती हो 
सुकून अब नहीं साथ याद है मुझे, तुम्हें याद नहीं है.!

©Shreyansh Gaurav #gazal 
#बोसा

Shreyansh Gaurav

#gazal love_shayari

read more
White यें ज़िन्दगी का सफ़र है चलता रहेगा, रुकेगा नहीं 
किसी से अहद ए वफ़ा करते हो, तो पूरा करों तुम..!

शौक ए नज़र के लिये हमराह न बनो,इत्मीनान से 
नज़र ए सफ़र पर रखों,हमसफ़र के साथ रहो तुम.!

आज का वक़्त है बस चंद पल साथ रहते है लोग 
भीड़ में क्यूँ शरीक होते है,अब ज़ाहिल न बनो तुम.!

मुहब्बत का सफ़र लगता है आँसा, होता नहीं है 
बढ़ाओ कदम राह ए सफ़र में जब, पूरा करों तुम..!

किताब का पाठ नहीं है, ज़िन्दगी का सफ़र है यें 
नकल की गुज़ाईश नहीं,इसका एहसास करों तुम.!

मैंने भी देखा,तूने भी देखा है, दिखावे से दूर रहो 
इत्मीनान से बढ़ो आगे,किसी की किस्मत हो तुम.!!

©Shreyansh Gaurav #gazal love_shayari

Shreyansh Gaurav

#gazal #Dream

read more
याद नहीं हूँ मुझे कब का पूरी नींद सोया हूँ 
रात भर जागता हूँ,न जाने क्यूँ कहाँ खोया हूँ.!

उससे बिछड़ कर लाइलाज़ हो गया हूँ मैं अब 
हकीम बेअसर है, मैं आज भी नहीं सोया हूँ.!

क़िससे कहूँ,क्या कहूँ,क्या हुआ है,पता नहीं 
चाहता हूँ इक़ बार रूबरू,उसकी ख़ातिर रोया हूँ.!

बहुत ढूढ़ता हूँ ख़ुद में कमियाँ, क्या हुआ है 
कोई बताये ठीक करलूँ,मैं उसी का गोया हूँ.!

बहुत बेचैन हूँ,बेसब्र हूँ आजकल मैं क्या करूँ 
इक़ अरसा गुज़र गया,याद नहीं कब सोया हूँ.!

अब थक गया हूँ,इंतज़ार की इंतेहा हो गयीं 
उसे मेरी कर या मौत देंदें मुझे,लगे की सोया हूँ.!!

©Shreyansh Gaurav #gazal 
#Dream

Shreyansh Gaurav

#gazal #वक़्त शायरी attitude Sushant Singh Rajput

read more
ग़ुरूर किसका क़ायम रहा है जो तुममें है अभी 
वक़्त किसी का नहीं रहा है, बदलता जरूर है..!

आज तुम्हें कद्र नहीं है मिरी, जानता हूँ मैं भी
तु अहद ए वफ़ा भूलके,अब चलता जरूर है..!

मिरी खामोशियों को मेरी कमजोरी न समझो 
वक़्त कभी रुकता नहीं, यें बदलता जरूर है..!

क़िस फ़िराक़ में हो आज तुम, देखते नहीं हो 
जो आज तुम्हारा है सब,कल दूसरे का जरूर है.!

नज़र से नज़र मिलाकर बोलना चाहिये तुम्हें 
जो छुपकर फ़िर रहा,कल निकलता जरूर है.!

किसी की मज़बूरियों का फ़ायदा उठाना नहीं 
सब वक़्त इक़ सा नहीं होता बदलता जरूर है..!!

©Shreyansh Gaurav #gazal 
#वक़्त शायरी attitude Sushant Singh Rajput

SZUBAIR KHAN KHAN

gazal

read more
White 221 212 2 221 2122
थी  आरज़ू  कभी  कू  -ए-  यार के  निदा की
इस शहर जादे के सर-खुश यार के मक़ा की

 अब  जो   है  वो  नहीं  अब तो तर्क रहते होंगे
 बा -खूब  जानते  हैं  वो  यार  के  समा  की

 ख्वाहिश   कभी  नहीं  कि मंसूब  की अता हो
 कुछ   तो  खबर  रही  होगी  यार  के वफ़ा की

पूछा बहाल -ए- खिल का हाले नालां का भी
 मारोज़ -ए-  बयां  क्या  है  यार के नज़ा की

निस्बत उन्हें ना थी जो हम शौक़ रखते  उनका
वो  ख्वाब  नज़रो  में  ना थे  यार के निहा की

क्या है "जुबैर"दो पल का शौक़-ए-नज़ारा
ये  बात  उनको  कहना  ये यार के सज़ा की

लेखक - ज़ुबैर खान.......✍️

©SZUBAIR KHAN KHAN gazal

Ajit

#om Jay Jagdish Hare # वीडियो गाने

read more

Ajit

#om Jay Jagdish Hare # वीडियो गाना

read more

Ajit

#om Jay Jagdish Hare# वीडियो गाने

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile