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Sachin Sharma
जब जिस्म योवन की परीकाष्ठा को प्राप्त कर ले। तब निश्चित ही प्रकृति अपने, नव संचार का मार्ग प्रशस्त करती है @sachinsharma , परिवर्तन ओर परिवर्तन की दिशा।
, परिवर्तन ओर परिवर्तन की दिशा। #अनुभव
read moreNilam Agarwalla
White परिवर्तन का दौर है, तुम भी बदलो यार। छोड़ पुरानी सोच को, पकड़ो नये विचार।। परिवर्तन का दौर है, इसपर करना गौर। चलना है इस राह पर, नहीं ठिकाना और।। - निलम ©Nilam Agarwalla #परिवर्तन
Saurabh tiwari subh
परिवर्तन बहुत कष्टदायी होता हैं, लेकिन उतना ही आवश्यक भी होता हैं.. ©Saurabh tiwari subh परिवर्तन...
परिवर्तन... #Thoughts
read more'Shivansh' Manoj Kanhey
शहर जब से गांवों की ओर आने लगे हैं, परिंदे भी घरौंदे छोड जानें लगे है । नाम से ही पहचाने जाते थे लोग जहाँ, अब मकान नंबर ही पता बताने लगे हैं । ©'Shivansh' Manoj Kanhey #परिवर्तन
Manish Raaj
परिवर्तन ______ दूर से अक़्सर दूसरों की दुनिया आबाद नज़र आती है ख़ुद के आशियाँ में झांको तो सिर्फ तन्हाई नज़र आती है सलाम करते सूरज में ढलती हुई शाम नज़र आती है बदलते वक़्त और हालात में बदलाव की शुरुआत नज़र आती है हुनर को जितना भी क़ैद करो वो दायरे के बाहर नज़र आती है झूट को कितना भी सच साबित करो अंत में उसकी हार नज़र आती है बाज़ार में बिकता ईमान भी नज़र आता है हर शक़्स किसी न किसी की नज़रों में आने को बेताब नज़र आता है मनीष राज ©Manish Raaj #परिवर्तन
Maanvi innocent girl
परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है । ©Maanvi innocent girl # परिवर्तन
# परिवर्तन #Quotes
read moreSarita Malik Berwal
जीवन की अथाह संभावनाओं में स्मृतियाँ और संवेदनाएं सतह के बहुत भीतर करवटें लेती हैं। कल और आज के कालचक्र में सिमटी हुई सोच किसी विषाणु की तरह शरीर के हिस्सों में घुल-मिल जाती है। कलुषित होती है तो करती है विनाश और यदि मस्तिष्क के किसी कोने में बची है केवल आज अभी इसी क्षण को जी लेने की असीम इच्छा तो जीवनदायिनी करुणा बनकर वर्तमान को करती है साकार स्वप्निल सोपानों से परे परिवर्तन का प्रारब्ध बनकर। -सरिता मलिक बेरवाल ©Sarita Malik Berwal #परिवर्तन
नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।)
हम जो आज हैं ,कल नहीं ।जो कल थे,वो आज नहीं। कल सभी के थे,आज किसी के भी नही। कभी वर्तमान तो कभी अतीत। कभी हकीकत तो फसाना।कभी नूर,कभी बेनूर। किराए का घर है,बदलना तो पड़ेगा। तनहा आए थे, तनहा ही निकलना पड़ेगा।जिन्दगी इसी का नाम है। ©नागेंद्र किशोर सिंह ( मोतिहारी, बिहार।) # परिवर्तन
# परिवर्तन #विचार
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