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satya dhaker
भरोसा क्या करना गैरो पर, जब खुद गिरना है चलना है अपने ही पैरो पर। ©satya dhaker भरोसा क्या करे
Bhaiya Yadav ji
Kumar Deepak ( Deep)
भरोसा क्या है जिंदगी का जी रहे है हम कपड़े बदल बदल कर एक वक़्त एसा आएगा कुछ मीटर कफन मे ही ले जाएंगे लोग कंधे बदल बदल कर!! #भरोसा क्या है जिंदगी का जी रहे हैं हम #कपड़े बदल बदल कर!! #poetry #true #abeer
Irfan Saeed
CHOUDHARY HARDIN KUKNA
Ganesh Singh Jadaun
इस जीवन के महासिंधु में प्रतिपल आगे बढ़ना है दूर किनारा सागर का, फिर भी बढ़ते रहना है कभी हिलोरें मौजें देंगी, कभी ये तौलेंगी हिम्मत कश्ती पे भरोसा क्या करना, मांझी पे भरोसा करना है ____©®गणेश सिंह जादौन 25.12.18 इस जीवन के महासिंधु में प्रतिपल आगे बढ़ना है दूर किनारा सागर का, फिर भी बढ़ते रहना है कभी हिलोरें मौजें देंगी, कभी ये तौलेंगी हिम्मत #कश्त
RV Chittrangad Mishra
काली रात में अपनी परछाई भी साथ छोड़ देती है तो इंसान पर भरोसा क्या? जिसे मेरा वक्त सही लग रहा वो दुश्मन भी दिल जोड़ रहे हैं जिसे लग रहा मेरा वक्त बुरा है वो अपने भी मुंह मोड़ रहे हैं स्वागत है सबका और सबके विचारों का 😞😞😞😞 ©R.V. Chittrangad Mishra 9839983105 #titliyan काली रात में अपनी परछाई भी साथ छोड़ देती है तो इंसान पर भरोसा क्या? जिसे मेरा वक्त सही लग रहा वो दुश्मन भी दिल जोड़ रहे हैं जिसे
gaTTubaba
घर,कागज , हैसियत पे मरती हैं पहले जैसी परछाई अब कहां ठहरती हैं ठहर भी जाएं तो भरोसा क्या ? कल किसी और की थी , कल किसी और की होती हैं मोहब्बत, दोस्ती आजकल कितनी सयानी हैं आंख बंद करके भरोसा किया जाता था किसीपर वो तो बात अब पुरानी हैं कितना पसंद था वो इश्क जिसको पर्वा नहीं थी इजाजतों की हमसे मिलने के लिए उन सबमें वो बात कहां जो तमाम इजाजते लेकर आती हैं.... ©gaTTubaba #fog घर,कागज , हैसियत पे मरती हैं पहले जैसी परछाई अब कहां ठहरती हैं ठहर भी जाएं तो भरोसा क्या ? कल किसी और की थी , कल किसी और की होती हैं
Sanjeev_mrigtrishna Kashyap
फूल यादों के सूख जाते है काँटे ता-उम्र चुभते जाते है इश्क़ कितना भी बेमिसाल नहीं याद करने में अश्क़ सूख जाते है बेवफ़ाई की कुछ निशानियां देकर बेवफ़ा यार अक्सर ही रूठ जाते है दिल की बातें है इनका भरोसा क्या है धड़कते रहते है कहते जो टूट जाते है बैठे रहते है गमें इश्क़ का रोना लेकर जाने वाले नहीं लौट के फिर आते है चंद गुलाब ही क़िस्मत ऐसी पाते है ता-उम्र महकते है महकते जाते है ©sanjeev_mrig_trishna #NojotoQuote गुलाब फूल यादों के सूख जाते है काँटे ता-उम्र चुभते जाते है इश्क़ कितना भी बेमिसाल नहीं याद करने में अश्क़ सूख जाते है बेवफ़ाई की कुछ निशानिया