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Anjali Singhal
Kapil Saini
Mahadev Son
मनोरंजन के लिए न सौदा कर संस्कारों का भटक दर बदर न मिटा धरोहर पूर्वजों की जन्म हुआ जहाँ तेरे कर्मों के हिसाब से सोच जब यहाँ बनी कुंडली क्या वहाँ न होगी बस थाम कुल का हाथ हो जायेगा बेड़ापार माँ बाप से पहचान प्रमाण रगो बहता खून उनका कुल वंश का नाम रोशन करेगा पाला तुझको मुक्ति दिलएगा वंश उनका कर्म करेगा ऐसा खुद तो भटक रहा न भटका अपनी पीढ़ी को खोला जायेगा जब बहीखाता तेरा फिर से.... ©Mahadev Son मनोरंजन के लिए न सौदा कर इन संस्कारों का भटकर दर बदर मिटा रहा क्यूँ पूर्वजों की धरोहर जायेगा जब ऊपर तब क्या ज्वाब व हाल होगा दूसरे देश जात
Mahadev Son
झुका दो सिर जहाँ तहाँ इसका अर्थ यह नहीं की हाजिरी लग गई या मुराद हो जायेगी पूरी तेरी जिस दर पे झुक जाये सिर तेरा खुद ब खुद आशीर्वाद भी वहाँ अपने आप मिल जाता ©Mahadev Son झुका दो सिर जहाँ तहाँ इसका अर्थ यह नहीं की हाजिरी लग गई या मुराद पूरी हो जायेगी दर कहते उसको जिस दर पे झुक जाये सिर खुद ब खुद तेरा आशीर्वा
Anjali Singhal
꧁ARSHU꧂ارشد
तुम्हारा घर ओ दर नही है क्या मेरी जाने महबूबी , मेरे ख्यालों ओ तसव्वर में हर वक्त क्यों रहती हो ... ©꧁ARSHU꧂ارشد तुम्हारा घर ओ दर नही है क्या मेरी जाने महबूबी , मेरे ख्यालों ओ तसव्वर में हर वक्त क्यों रहती हो ... naaz Preeti Kumari Beena Kumari Nîkîtã G
PB Creator
चिंताओं से भरी इस दुनिया मे एक तेरा ही दर सुकून का घर हैं भगवान... ©PB Creator चिंताओं से भरी इस दुनिया मे एक तेरा ही दर सुकून का घर हैं भगवान.... #god. #God_Is_One #Always #life #lifelessons
Shivkumar
आज अचानक से ये आँखे उस समय नम हो गयी, जब उस मासूम के हाथों में रहम की भीख का कटोरा देखा, चेहरे पर उसकी मासूमियत की छवि, आँ खों में दर्द का एहसास, एक सिकन सी नजर आ रही थी उसके सर पर, बचपन को भूलकर वो दर दर ठोकर खा रहा था इस पेट की आग बुझाने को, ये कैसी बेरूखी है इस गरीबी की... आखिर क्या कसूर है उस मासूम का....? जो कोई एक अनाज का टुकड़ा रखने को तैयार न था उसके कटोरे में..... मर चुके हैं लोगों के जज्बात कहीं, द फन हो गयी है इंसानियत कही........ ©Shivkumar #wholegrain #brockenheart #Pain #Dard आज #अचानक से ये #आँखें उस समय नम हो गयी, जब उस मासूम के हाथों में रहम की भीख का कटोरा देखा, चेहर