Find the Latest Status about कच्छ का रण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कच्छ का रण.
Vivek Kumar Singh
जब भी उदासी में बैठा रहता हूँ मैं, और मेरे पास वो मुस्कुराती आती है। सोलह कलाओं वाले चांद की चांदनी, जैसे कच्छ के रण में उतर जाती है। कच्छ का रण #vks #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqtales #yqmuzaffarpur P.C. - Juhi
Drjagriti
"रचनाओं" की "रणभूमि" है यह यहां "शब्दों" के "शस्त्र" ही चलते हैं तुम "योद्धा" हो "प्रतिद्वंदी" हो, फिर शस्त्रों से क्यों डरते हो हर "अक्षर" यहां "बलशाली" है तुम अपने "रण" में आ जाओ ना खुद को किसी से "कम" समझो "शब्द बाणों" की छड़ी लगा जाओ!......... ©Drjagriti # रचनाओं का रण
HANAMANT YADAV (कवीराज)
दिड शहाणे... देवराज जिंकले, देवदास ही जिंकलेे, उलटे तरी का, फासे सारे पडले... पवारांचा घोडा, थांबता थांबेना, हातात हात, कुणालाच भेटेना. भाताभर बानानी थयथयाट मांडला, भक्तांच्या हृदयात श्वास कोंडला. महातार्या पैलवानालां, मेघराजा पावला . तरन्याबांड वस्तादाना, तो एकटाच नडला... कविराज raj- का - रण
D.P. Singh
हार गए कोई बात नहीं, हम आज नहीं कल जीतेंगे, जिन चालों से थे हार गए, हर दांव हार से सीखेंगे । जीत नहीं तो हार सही, मैदान उतरकर देखेंगे, शीशे की शमशीर सही, हम इस से ही लोहा लेंगे ।। रण
Babli BhatiBaisla
भूल में है तू अगर तो याद कर ले ध्यान से कमजोर नहीं मौन है स्त्री अपने स्वभाव से बबली भाटी बैसला ©Babli BhatiBaisla रण
Kanupriya Rishimum
कोन कहता है बंद किस्मत वालो की कोई ताली नहीं होती.... सूखे पेड़ो पर ....क्या कभी कोई डाली नहीं होती.... अरे जो झुक जाता है अपने माँ-बाप के पैरो में…... सुन......उस इंसान की किस्मत... कभी खाली नहीं होती.... वक्त लगता है...चीजों को,.हालातों को सुधरनें में .. घर में छुपे अस्तीनो के सांपों को पकड़ने में... जो मतलब के लिए अपनों को बेबाक डसते हैं दूध का कर्ज़ क्या ही है ? वो अपनों की मौतों का भी..... हिसाब रखते हैं मां बाप तो.. उनके लिए.....बस !!! पैसे को चाबी है... स्नेह,प्यार,विश्वास, सब समय की बरबादी है... बेशर्म घूमते हैं अपने दो गले मुखौटो के साथ.. और सबसे कहते है..... कि अब तो हो गए हैं अनाथ... वो सबकुछ पाकर भी अपने दुख का रोना रोते हैं बस धन, दौलत, ज़मीन, पाने का षडयंत्र बोते हैं... अरे...मूर्ख अपनों के लिए तो अपने..अपना सब कुछ वार देते हैं... रिश्ते बचाने के लिए अपना...सब कुछ हार लेते हैं याद कर लेना तुम वो धर्म युद्ध...... महाभारत का वो रण और वो कृष्ण की चेतावनी.... जहां धर्म ने अधर्म पर विजय प्राप्त की थी .... अभी तो बस ...ये रण की शुरुवात है... हर पल, हर पग, हर समय.... कौरवों की पांडवो से......हर हाल में बस मात है.... © Kanupriya Rishimum रण....
Ek villain
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले साल रूसिया समस्या पर एक लेख लिखा जिससे रूसी और यूक्रेन लोगों की एकता की सदियों पुरानी इतिहास की याद आ गई थी यह लेख यूक्रेन को लेकर चल रहे हैं अमेरिका और रूस के टकराव के पृष्ठभूमि को समझने में मदद करता है यूक्रेन और यूरोप संघ और नाटो का सदस्य बन जाने की आशंका पुतिन के लिए सुरक्षा और ज्यादा उनकी आने का विषय बन चुका है वह पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया के पूर्व सोवियत देशों को रूसी प्रभाव क्षेत्र के रूप में देखते हैं और उनके यूरोपीय संघ ने नाटो जैसे सूत्र संगठनों के पालन में जाना होने उन्हें बर्दाश्त नहीं इसलिए कार्य स्थान में विरोधी भड़कते ही उन्होंने सरकार की सुरक्षा में अपने टैंकर उतार दिए पुतिन जानते हैं कि इतिहास के पहिए को उल्टा नहीं घुमाया जा सकता इसलिए एक नया इतिहास बनाना चाहते हैं वह सुनिश्चित करते हैं जाना चाहते हैं कि पूर्वी शोविन देश में उनकी बात मानने वाली सरकार रहे रॉबिंसन के पुनीत के बाद अमेरिका ने क्षेत्र वर्सेस अब अपना गौरव नहीं है वह जानता है कि रूस के पास अमेरिका जैसी आर्थिक और सामरिक शक्ति नहीं है फिर भी वह ऐसे बहू द्रव्य विश्वकर्म की स्थापना करना चाहता है जिसमें अमेरिका दबदबे की बजाय एक से अधिक देशों का वर्चस्व पुतिन के साथ हैं ©Ek villain # महा शक्तियों का नया रण क्षेत्र #BookLife