Nojoto: Largest Storytelling Platform

New ₹350 note Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about ₹350 note from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ₹350 note.

    LatestPopularVideo

A Heartlocker Suraj

2019 350 ka note #nojotophoto

read more
 2019 350 ka note

Rahul Yadav

Møthér îs â Gôd #Quotes

read more

zareen siddiqui

#myvoice  Siddiqui Afreen Fatima

read more

Priya Kumari

#350 #Love

read more

Ks Vishal

मैं किस रूप में पाऊँ तुमको

मैं तुम्हें तुम्हारे वास्तविक रूप में नहीं पा सकता
हाँ मगर जिसने तुम्हें पाया है वो भी नहीं बता सकता कि तुम्हारे रूप में इस धरा के अलग अलग गुण हैं
और वो सारे रूप तुम्हें वास्तव में दिखाने में निपुण हैं तो मैं किस रूप में पाऊँ तुमको

मैं तुम्हें पवन की तरह छू लूँ क्या
तुम्हारे ख़्याल का एक झूला बनाकर उसपर झुलूँ क्या
कभी कभी जब तुम गुज़रती हो मेरे चेहरे को चूम कर मुझे लगता है तुम हो और मैं देखता हूँ पीछे घूम कर
तुम तो नहीं मिलती मुझे मगर जाने क्यूँ महक जाता हूँ मैं उस पवन के छूते ही एक पंछी सा चहक जाता हूँ
इसी तरह से उड़ती रहना तुम मेरे पास मेरा मन बनकर तुम यूँ ही मिलती रहना मुझे पवन बनकर

तुम्हें नदी की तरह भी देख सकता हूँ मैं
तुम्हें हृदय में गंगा के पानी की तरह रखता हूँ मैं  तुमने सालों तक मुझे अपने प्रेम से भिगाया है
ये शब्दों का हुनर तुम्हारे प्रेम ने ही मुझे सिखाया है एक नदी की तरह तुममें मैंने अपनी छवि पाई है
मैंने हर रात तेरी बहती यादों के किनारे बिताई है तो यूँ मेरे साथ रहना मेरी यादों की कड़ी बनकर
इसी तरह तुम मुझसे मिलती रहना नदी बनकर

मगर जब मैंने जीवन को देखा एक हिसाब की तरह इन सब के बाद तुम नज़र आईं एक किताब की तरह
जीवन भर साथ देती हैं किताबें इसलिए अच्छी होतीं हैं जागती भी हैं मेरे साथ और मेरे सीने पर सर रख कर सोतीं हैं
मैं देर तक एक पन्ने पर रह सकता हूँ आगे भी बढ़ सकता हूँ मैं उसको पन्ने पलट पलट कर कई बार पढ़ सकता हूँ
तो जब तक तुम कुछ नया न लिखो ख़ुद में सिमट कर 
मैं तुम्हें यूँ ही मिलता रहूँगा पन्ने पलट पलट कर....

©Ks Vishal #hands #350

Ks Vishal

मैं उस दिन कितना टूटा हुआ था तुम्हें क्या पता

लिए थे जिस दिन तुमने सात फेरे मेरे जीवन मे घिर आये थे अंधेरे
तुम्हें तो रौशनी का घर मिला था एक खूबसूरत सा सफर मिला था
मगर मेरा हर एक सपना उसी दिन एक झटके में झूठा हुआ था तुम्हें क्या पता
मैं उस दिन कितना टूटा हुआ था तुम्हें क्या पता

बसाई तुमने थी एक नई बस्ती मिटाई थी अपने दिल में मेरी हस्ती
तुम अपनी रूह से मुझको छुड़ा रहीं थीं और अपने मेहंदी के रंग पे इतरा रहीं थीं
मेरी ज़िंदगी का हर एक रंग उस दिन अपनी दीवार से छूटा हुआ था तुम्हें क्या पता
मैं उस दिन कितना टूटा हुआ था तुम्हें क्या पता

मेरे हिस्से में बस आँसू बच गए थे तुम्हारे धरती गगन सब सज गए थे
मुझे है याद अब तक जो कुछ हुआ था तुम्हारा भगवान तुम पर खुश हुआ था
मगर मेरा तो रब उसी दिन से मुझसे रूठा हुआ था तुम्हें क्या पता
मैं उस दिन कितना टूटा हुआ था तुम्हें क्या पता

धीरे धीरे मैंने अब ख़ुद को है बनाया एक मुकम्मल जहान है खुद का बसाया
वो पुराने दिन अब कुबूल नहीं सकता मगर वो दिन भी मैं भूल नहीं सकता
मेरे सपनों का शहर किसी ने हर तरफ लूटा हुआ था तुम्हें क्या पता
मैं उस दिन कितना टूटा हुआ था तुम्हें क्या पता

©Ks Vishal #chaandsifarish 350

siddhi

price 350 #Quotes

read more

Shrawan Singh

#Article-350 #OpenPoetry

read more
#OpenPoetry सावन का पहला सोमवार- चंद्रयान-2,
दूसरा सोमवार-3-तलाक,
 तीसरा सोमवार-370
लग रहा है महादेव तांडव मुद्रा में हैं☺
हरहर महादेव🚩 #Article-350

Arushi Jain

💔Â F S O S💔 #Quote

read more
Yaad kroge tum muje khone k baad
Raah takoge meri, mere chale jane k baad
                                      -Arushi jain 💔Â F S O S💔

Akshay Thakor

@mr_akshay.350 ..#cc #समाज

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile