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Mukesh Bansode

अंशुल कुकरेले #कविता

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Nikhil Sharma

कुकर।।।। विचार #अनुभव

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Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""

कुकर्मी चुगल खोर......!

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धर्म धर्म का नाश हुआ है,
अधर्म अधर्म ही पास हुआ है,
जो कुकर्मी चुगल खोर हो,
वही सबका खास हुआ है,
दिन प्रतिदिन वो यही मनावे,
यह कैसा रास हुआ है,
सबकी चुगली हम ही करी,
हम पर सबका विश्वाश हुआ है,
अगला राजा हम ही बनिबा,
ऐसा अंध विश्वास हुआ है,
सत्य अभी है शान्त रे पगले,
अन्त सत्य ही खास हुआ है,
अभी वक्त सही नहीं है,
इसलिए तू पास हुआ है,
जो कुकर्मी चुगल खोर है,
वही सबका खास.........! कुकर्मी चुगल खोर......!

sonu boora

भुलू कुकर

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Bhawna Kukreti

बारिश~ भावना कुकरेती #rain

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Sukhdev Panday

इंसान कुकर्मी है #Quotes

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Kavi Himanshu Pandey

Hindi लंपट, कुकर्मी #beingoriginal #Poetry #nojotohindi

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ajay jain अविराम

कर्म कुकर्म #बात

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Alone  हम यही भूलते जाते है
कर्म बहुत ही रुलाते है
कर्मों की आवाज नही
कुकर्म करोना बनाते है
अजय जैन अविराम कर्म कुकर्म

Deepak Srivastava

ये पंक्तियां बच्चियों के साथ हो रहे कुकर्मों पे है.. फूल-- एक छोटी बच्ची तितली-- माँ मुसाफिर-- कुकर्मी बगिया-- समाज #Dard #yqdidi #APRADH #Wasna

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                  " फूल का दर्द "

एक फूल लगाया था प्यारा सा मैने अपने खुशियों की बगिया मे,
बड़ा लाड़ दिया उसे उस तितली ने जो रहती थी मेरे बगिया मे, 
महक उठी बगिया मेरी जब उस फूल ने आँखें खोली फैलाई अपने पंखुड़ियों को, 
ख़ुश थी बहुत उस दिन वो तितली जो मिल गयी थी  वजह उसे जीवन बिताने को, 
 एक दिन एक अन्जान मुसाफिर आया  उस फूल ने देख उसे भी मुस्काया,
दिया तोड़ मुसाफिर ने उस फूल को कर दिया उसे बगिया से अलग, 
मसल दिया उन कोमल पंखुड़ियों को दिया उसे धरती पे पटक, 
मसले पंखुड़ियों के रिसते दर्द आँखों मे फूल के आँसू था, 
क्या दया ना आयी उस मुसाफिर को क्या दिल उसका इतना कुंठित था, 
अब तितली बेचारी क्या करें, जिसके सुकून का वो फूल ही ठिकाना था, 
छिन गयी फूल खो गयी तिलती बगिया हुई वीरान मेरी, 
पूछती है अंतरात्मा मेरी बता अब क्या है पहचान तेरी.....!!!  ये पंक्तियां बच्चियों के साथ हो रहे 
कुकर्मों पे है.. 
फूल-- एक छोटी बच्ची
तितली-- माँ
मुसाफिर-- कुकर्मी
बगिया-- समाज

#dard

Kavi Himanshu Pandey

Hindi कुकर्मों का फल... #beingoriginal #Poetry #nojotohindi

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