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person
लाखों बात कहने को रखा था पर मेरी बातें कोई समझता ही नहीं यह दुनिया बड़ी बेरहम है यहां पर कोई अपना ही नहीं खुशी की तलाश मैंने बहुत ही की थी पर वो कभी भी मिलती ही नहीं मन बैरागी हो गया था ऐसा के तन्हा रहने का आदत पड़ गया ©person शब्द है
शब्द है #Poetry
read moreShubham Bhardwaj
White दूरियाँ होकर भी जो दिल से दूर नही होते। महफिल ए मोहब्बत में वह कभी मजबूर नही होते।। ©Shubham Bhardwaj #sunset_time #दूर #मोहब्बत #महफिल #मजबूर #नही #दिए #होगा
Nilam Agarwalla
White अक्षर अक्षर मिलकर बन जाते हैं शब्द। शब्द शब्द मिलकर कहते मन का दर्द।। कभी छंद में ढ़लकर बन जाते हैं गीत। कभी कहानी बनकर दिखलाते हैं प्रीत।। कभी दोजख दिखलाते कभी जन्नत से मिलवाते। दुःख सुख दोनों ही से अपना रिश्ता निभाते। अक्षर ही से 'राम' बनता अक्षर ही से बने रहिम। जाति-धर्म भेदभाव नहीं न कोई हिन्दू मुस्लिम।। - निलम ©Nilam Agarwalla #शब्द
Priyanka Jaiswal
White शब्द शब्दच सुख,शब्दच दुःख, शब्दच आहे भावना.. शब्दातच आयुष्य आपले, सामावले आहे रे मना... शब्दच हसवतात, शब्दच रडवतात, शब्दच घेतात परीक्षा आयुष्याची.. शब्दाविना व्यर्थ सर्व, नाही मजा जीवन जगण्याची.. शब्दच आहे प्रेम,शब्दच द्वेष आहे, शब्द म्हणजे देवाने,आपल्याला दिलेले वरदान आहे.. म्हणून वापरा शब्द जपून आपले, दुखऊ नका कोणाचे मन.. आयुष्यात परत येणार नाही, निघून गेलेले क्षण.. ©Priyanka Jaiswal #शब्द
Writer @143
White वक्त नूर को बेनूर कर देता है।।। छोटे से ज़ख्म को नासूर कर देता है।। कौन चाहता है।।। अपनी मोहब्बत से दूर रहना,,, लेकिन वक्त सबको मजबूर कर देता है ©Writer @143 #Moon मजबूर
#Moon मजबूर
read moreSadhna Sarkar
संवेदना हृदय की उसकी अपनी सारी मर चुकी है ना जाने कितनी दफा वो मज़बूरी में बिक चुकी है कभी अपने बच्चे की भुख ने उसे बिकवाया , तो कभी खोटे नियति की मार ने उससे ये करवाया जिसकी चाहत ने उससे उसका घर है छुड़वाया उसी ने आज उसे बाज़ार में नीलाम है करवाया लेकिन अब अपनी नियति पे ना उसे रोना आता है और ना ही उसके लबों पर कोई मुस्कान आती हैं जो हो गया था और जो हो रहा है उसके साथ मजबूरी बन गई उसकी जो वो अब एक मां भी है निकलना चाह कर हुए भी ना निकल पाती हैं वो अब एक ऐसे ही जगह की पिंजरे में कैद है कोई तगमा तो नहीं है उन सब स्त्रीयों के लिए लेकिन, थोड़ी सहानुभूति इतना तो हो ज़रूरी चाहें मान सम्मान ना देना हो तो ना दीजियेगा लेकिन उनका कभी अपमान भी ना कीजियेगा। ©Sadhna Sarkar #ankahe_alfaaz वक्त के हाथों मजबूर हैं सहानुभूति ज़रूरी है।
#ankahe_alfaaz वक्त के हाथों मजबूर हैं सहानुभूति ज़रूरी है। #कविता
read moreusFAUJI
बच्चों को समझों आपकी असफलताओं का नाजायज़ बोझ देकर मजबूर ना करें। Save your child #Childhood #Education #Life
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