Find the Latest Status about कठीण समय येता कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कठीण समय येता कविता.
Mmm malwinder
फिसलता समय, अविरल धारा, बदलता रूप, जीवन का सारा। सूरज की किरणें सुबह को आईं, रात को चाँदनी सपनों में बस जाईं। समय की धारा कभी नहीं रुकती, जीवन के लाभ-हानि को सिखती। हर क्षण बदलता, हर क्षण नया, समय के साथ हमें बढ़ना है मिलकर। कभी न कभी यह समय बीत जाएगा, इसलिए आज को जीकर समय से मिल जाएगा। जिंदगी का हर पल खुशी से भरा, समय का सारा मोहब्बत से गुजरा। समय के साथ हम सभी बढ़ेंगे, इस समय की दिशा में हम चलेंगे। फिसलता समय, अविरल धारा, जीवन की यात्रा, हर पल खुशियों से भरा। ©Mmm malwinder #PhisaltaSamay #कविता #समय
Monika
तू समोर येता नजर अशी खिलते हरवलेली मी मग मला सापडते तू समोर येता डोळे ही पाणावले गालावरती खळी घेऊन ओठ ही खुलले तू समोर येता स्पर्श होतो जिवा हृदय धावे वेगे श्वास गंधाळतो जरा तू समोर येता एक वेगळीच जादू होते रातराणी ही दिवसा फुलली वाटत. ©Monika तू समोर येता
Mïrzyå Sahwa WaLa
समय और साँस दोनों ही बहुत कीमती है पर दोनों का विरोध रहता है समय बढ़ता है और साँसें घटती है | समय चला रहा जहान को, साँसें चला रही इंसान को | समय रुके तो जहान रुक जाएगा, साँसे रूके तो इंसान रुक जाएगा | दौलत गयी तो गरीब हुआ , फिर ख़ुदा के करीब हुआ | दुख में ख़ुदा , सुख में ज़ुदा अगर इंसान ख़ुदा के नेक राह पर चले तो पूरा जहान तेरे आगे झुक जाएगा , साँसे चलेगी , समय तेरे लिए रुक जाएगा | कविता-समय और साँस #समय #साँस #हकीकत