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Parasram Arora
कोई पुरखो को पानी पहुंचा रहा हैँ कोइ गंगाओ मे पाप धो रहा हैँ कोई पथर की प्रतिमाओं के सामने बिना भाव सर झुकाये बैठा हैँ धर्म के नाम पर हज़ार तरह की मूढ़ताएं प्रचलन मे हैँ धर्म से संबंध तो तब होता हैँ जब आदमी जागरण की गुणवत्ता हासिल कर लेता हैँ जहाँ जागरण होगा वहा अशांति कभी हो ही नहीं सकती क्यों कि जाग्रत आदमी विवेकी होता हैँ इर्षा क्रोध की वृतियो से ऊपर उठ चुका होता हैँ औदेखा जाय तो धर्म औऱ शांति पर्यायवाची शब्द हैँ धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ
धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ
read morekamta prasad nayak
#Chandrayaan2 चाँद से पृथ्वी कुछ इस तरह दिखती है, की जैसे,, घमंड इंसान का, रेत के कण सा भी औकात नही। ©kamta prasad nayak घमंडी आदमी का औकात
घमंडी आदमी का औकात #Chandrayaan2
read moreParasram Arora
खून को पानी का पर्यायवाची मत मान. लेना अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै उस बसती मे सच बोलने का रिवाज नही है यहां कोई भी आदमी सच.को झूठ बना कर पेश कर सकता है ताउम्र अपना वक़्त दुसरो की भलाई मे खर्च करता रहा वो ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही सकता है ©Parasram Arora पर्यायवाची......
पर्यायवाची...... #शायरी
read moreSourabh Arora
रिश्तें और आशाएँ लोग बोलते हैं मैं घमंडी हो गया हूं , बदल गया हूं.. हां बदल तो गया हूं.. अब मैंने लोगो को समझना छोड़ दिया है,लोगो के पीछे भागना छोड़ दिया है.. कोई बात करे तो ठीक , ना करे तो भी ठीक...!!! If you dont care, Same Here... घमंडी
घमंडी #कहानी
read moreVivaan Murmu
उसने बड़े गुरुर से कहा था तुम्हारे जैसे तो बहुत मिलेंगे हमने भी प्यार से पूछ ही लिया मेरा जैसा ही क्यूं चाहिए| ©Vivaan Murmu #घमंडी
Rocky Mental
लोगों ने बताया था कि वो किसी और से भी मिलते हैं मगर सहाब हमें भी तो घमंड था उन पर घमंडी
घमंडी
read moremanoj kumar jha"Manu"
धरती का दुःख क्यों, समझते नहीं तुम। धरा न रही अगर, तो रहोगे नहीं तुम।। सुधा दे रही है वसुधा हमें तो, भू को न बचाया, तो बचोगे नहीं तुम।। "भूमि हमारी माता, हम पृथिवी के पुत्र"* वेदवाणी कह रही, क्या कहोगे नहीं तुम।। (स्वरचित) * माता भूमि: पुत्रो अहं पृथिव्या: (अथर्ववेद १२/१/१२) धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा। इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।
धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा। इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।
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