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New वीज़ा इंक Quotes, Status, Photo, Video

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Dr.jai prakash singh motivational speaker writer

इंक कंपनी में भीषण आग लगी #Videos

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Rahul Raj

गुनाह तो वीज़ा पासपोर्ट का था, सज़ाए दर बदर राशनकार्ड हो गए #corona #IndiaFightsCorona #youth #Change #poor #विचार

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राहुल राज गुनाह तो वीज़ा पासपोर्ट का था,
सज़ाए दर बदर राशनकार्ड हो गए
#Corona #IndiaFightsCorona 
#youth #change #poor

Mukesh Poonia

#NatureQuotes #जीवन एक #पेन की #भांति है #इंक #खत्म हो उससे पहले अपनी #कहानी #लिख दो #विचार

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Manish Samrat

भाग (2) इस वीडियो में बताया गया है घर बनाते समय सही इंक कैसे चुनी जाए जिससे हमारी घर की दीवारें मजबूत हो

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Ram Kumar

जिसे दिल की कलम ओर मोहब्बत की इंक कहते है, जिसे लम्हों की किताब ओर यादों का कवर कहते है, यही वो सब्जेक्ट है जिसे Friendship कहते है। Read M

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जिसे दिल की कलम ओर मोहब्बत की इंक कहते है, जिसे लम्हों की किताब ओर यादों का कवर कहते है, यही वो सब्जेक्ट है जिसे Friendship कहते है। जिसे दिल की कलम ओर मोहब्बत की इंक कहते है, जिसे लम्हों की किताब ओर यादों का कवर कहते है, यही वो सब्जेक्ट है जिसे Friendship कहते है।

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एकान्त

जिंदगी के बिखरे पन्नो की किताब पढ़ने बैठा था न जाने कब कैसे यादों के शब्दकोष से कुछ अल्फ़ाज़ बिखर गए उन पलों से रु-ब-रु करा गए जो जिए थे कभी त #एकान्त #सफ़र_ए_इश्क़नामा

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जिंदगी के बिखरे पन्नो की
किताब पढ़ने बैठा था
न जाने कब कैसे 
यादों के शब्दकोष से
कुछ अल्फ़ाज़ बिखर गए
उन पलों से रु-ब-रु करा गए जो
जिए थे कभी तुम्हारे साथ

(पढ़िए पूरी कविता कैप्सन में) जिंदगी के बिखरे पन्नो की
किताब पढ़ने बैठा था
न जाने कब कैसे 
यादों के शब्दकोष से
कुछ अल्फ़ाज़ बिखर गए
उन पलों से रु-ब-रु करा गए जो
जिए थे कभी त

Unconditiona L💓ve😉

❤ देखो न तुम मेरे रातरानी ❤.. मैं निशा तुम्हारे बिना अस्तित्वहीन काली अंधकार से भर जाता हूँ ❤एक तेरी शीतल चन्द्रमा की छटक से,मैं पुनः जीन #feelings #yqdidi #रातकाअफ़साना #rzhindi #रातरानी_की_एहसासों_में_कविताएं #अल्फ़ाज़_प्रेम_के_प्रेम_से_तुम_तक❤😇 #asecretwriter

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🌠निशा की चाँद🌠 
वह कुछ यूं तन्हा छोड़ गये हमको _वैसे जाना न था
कैसे जाये सनम, तेरे पास जाने का भी_कोई बहाना न था

तुझे रोक सके_ऐसे कोई अधिकार भी तो नहीं दिये तुमनें प्यारी 
कितनी बेरूखी से बातें की_क्या छोड़ने का कोई और बहाना न था

सुबह  पंछी  की चह-चाहट पे_तुम जो तारीफों की महफ़िल सजाते थे 
प्रेम बिन  ये पंछी तड़प रहा है_तेरे जाने के बाद, छत पे जो दाना न था
👁️‍                                  👁️‍
इतनी निष्ठुर तो नहीं थी तुम,एक नजर देखो हमें,जीं जायेंगे मरते-मरते
अगर मारना ही था मासूम को_मोहब्बत से जीना सीखाना न  था
                  💧                                 💧                    
देखो आँखों को नम किये लिख रहे हैं जज़्बात अपने_
जो कभी बया न कर सके तुमसे_जो किसी को बताना न था
🔙🔜
तुम ही तुम हो ख्वाबों और होंशी में मेरे हमदम 
वर्ना मदहोशी का पहले ऐसा कोई ज़माना न था

दिल का क्या है ये तो मासूम बंजारा है_प्रिये 
जो अब तुझमें ठहरी है_जिसका कोई ठिकाना न था

आखिर तेरी मोहब्बत में हारकर_जीत मेरी ही हुई "दीवानी"
एक दिन तुम भी कहोगी देख लेना_मेरी निशा सा कोई दीवाना न था  

❤  देखो न तुम मेरे रातरानी ❤.. मैं निशा तुम्हारे बिना अस्तित्वहीन काली अंधकार से भर जाता हूँ
❤एक तेरी शीतल चन्द्रमा की छटक से,मैं पुनः जीन

एकान्त

जिंदगी के बिखरे पन्नो की किताब पढ़ने बैठा था न जाने कब कैसे यादों के शब्दकोष से कुछ अल्फ़ाज़ बिखर गए उन पलों से रु-ब-रु करा गए जो जिए थे कभी त #एकान्त #सफ़र_ए_इश्क़नामा

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जिंदगी के बिखरे पन्नो की
किताब पढ़ने बैठा था
न जाने कब कैसे 
यादों के शब्दकोष से
कुछ अल्फ़ाज़ बिखर गए
उन पलों से रु-ब-रु करा गए जो
जिए थे कभी तुम्हारे साथ

#सफ़र_ए_इश्क़नामा
(पढें पूरी कविता कैप्सन में) जिंदगी के बिखरे पन्नो की
किताब पढ़ने बैठा था
न जाने कब कैसे 
यादों के शब्दकोष से
कुछ अल्फ़ाज़ बिखर गए
उन पलों से रु-ब-रु करा गए जो
जिए थे कभी त

Rohit Thapliyal (Badhai Ho Chutti Ki प्यारी मुक्की 👊😇की 🙏)

आज का ज्ञान    
जैसा इंक का रंग होगा,
वैसा ही रंग कलम की नोक से निकलेगा!
ठीक इसी तरह
जैसा भी हमारे मन रूपी इंक का रंग रूपी भाव होगा,
ठीक वैसा ही हमारे शरीर रूपी कलम से जाने-अनजाने बड़े ताव से निकलेगा!

उदहारण के लिये-
जैसा कि
सभी महान लोग कहते हैं कि-
"किसी भी बच्चे के मन में प्रेम और क्रोध का भाव होता है!
जोकि उसे प्रकृति द्वारा वरदान के रूप में मिलता है!
लेकिन
परिवार, समाज, शिक्षा और धर्म की शाखाएँ
मनुष्य का भला करने के चक्कर में जाने-अनजाने में
इन दोनों भावों को बुरा समझ कर दबाने में अपना योगदान देती हैं!
फिर
जब उन दबे भावों का समाज में ज्वालामुखी बनकर
विस्फोट होने लगता है,
तो फिर यही शाखाएँ एक-दूसरे की परवरिश में आरोप लगाने लग जाती हैं!
यानी कि
हम लोग जाने-अनजाने में खुद ही समाज में फैली गुत्थियों (समस्याओं) का बीज बो रहे हैं,
और फिर इन गुत्थियों से छुट्टी पाने के लिये किसी चमत्कार की झूठी आशा कर रहे हैं!"

_बधाई हो छुट्टी की by रोहित थपलियाल जैसा इंक का रंग होगा,
वैसा ही रंग कलम की नोक से निकलेगा!
ठीक इसी तरह
जैसा भी हमारे मन रूपी इंक का रंग रूपी भाव होगा,
ठीक वैसा ही हमारे शरीर

KP EDUCATION HD

यह ब्लॉग पोस्ट रिक्तियों, आवेदन प्रक्रिया, चयन प्रक्रिया और बहुत कुछ के बारे में आवश्यक विवरण प्रदान करता है। रिक्ति विवरण: बैंक नोट प्रेस, #न्यूज़

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