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Taj Hassan

मोहर्रम का ताजिया #nojotovideo

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शब्दो का सौदागर

शब्दो का सौदागर शायरी शेर कविता

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घर से निकल कर घर को लौट आता हूँ,         दिन ही तो है साहब 
काट आता हूँ। शब्दो का सौदागर
#शायरी #शेर #कविता

Rajesh rajak

मोहर्रम,

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कर्बला को कर्बला के शहंशाह पर नाज़ है,
उस नवासे पर मुहम्मद को नाज है,
यूं तो लाखों सिर सजदे में झुके लेकिन,
हुसैन ने जो सजदा किया उस पर खुदा को नाज है। मोहर्रम,

DILBAG.J.KHAN { دلباغ.جے.خان }

ये वो क़ौम है जिनसे दो रकअत फर्ज़ नमाज़ और रमजान के 1, 2, रोज़े नहीं रखे जाते लेकिन 40, 40 किलो के ढोल गले मैं लटका कर 10,10 किलोमीटर तक चल लेते हैं

अल्लाह इस फितने से हम सबकी हिफाज़त फरमाए (आमीन)

©DILBAG.J.KHAN { دلباغ.جے.خان } #मोहर्रम

Md. Javed Saudagar

एक तरफ़,
ज़ुल्म-ओ-सितम की इंतेहा थी,
एक तरफ़,
सब्र-ओ-ईमां की इम्तहाँ थी,

ज़ुल्म ने कहा, " मैं दरिया हूँ, तुम पानी को तरस जाओगे".
सब्र ने कहा, " जा मैं नहीं पीता, तुम प्यासों को तरस जाओगे".....!!!
Comp. By javed....✍🏻
इंतेहा = चरम सीमा, परकाष्ठा, Atmost Extent, The Limit,.
इम्तहाँ = आज़माइश, Test.

©Md. Javed Saudagar #मोहर्रम

CalmKrishna

काम का शेर.! शेर शायरी अनुभव बात विचार खुशी खोना

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किसी का हो के कोई ख़ुश थोड़े है,
ख़ुद को खो के कोई ख़ुश थोड़े है। काम का शेर.!

#शेर #शायरी #अनुभव #बात #विचार #खुशी #खोना

Prachi Mishra

शेर #Rose #शेर #शायरी

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इक उम्र गुज़ारी है हमने बातों के सिरे सुलझाने में
इतने तो नहीं नादान हो तुम जज़्बात न समझे मेरे

©Prachi Mishra शेर 
#Rose #शेर #शायरी

Afzal Mushtaq

मोहर्रम

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तुम एक सीरियल किरदार Ertgrul को अपना मसीहा मानते हो। 
तुम्हे इमाम हुसैन अहलेबत् से उल्फत नही।। 
कर्बला की शहादतों पर तुम्हारी आँख नम नही। 
कहीं तुम बिन्ते यजीद की औलादों में से तो नही।। 
कहाँ एक भाई अब्बास ने अपने भाई के बच्चों के लिये खुद को जिवाह कराया। 
कहाँ तुम अपने भाई के बच्चों से नफ़रत करते हो।। 
कहाँ हुसैन ने सब कुछ लुटा दिया। 
कहाँ तुम सबकुछ लूट लेना चाहते हो।। 
कहाँ कासिम, ओउन, अकबर और असगर ने हक़ पर खुद को फिदा कर दिया। 
कहाँ तुम हक़ बात सुनकर अपने कान बन्द कर लेते हो।। 
माना कुफए गद्दार है कैसे मानु तुम उम्मती हो।
मैं हुसैनी हूँ अली की आल हूँ रसूलअल्लाह की रहमतों का मुजाहिद हूँ। 
मैं शहीदे कर्बला अब्दुर्रेहमान अंसारी का बली अहद हूँ।।
मैं मुसलमान हूँ ।।मैं मुसलमान हूँ ।।

©Afzal Mushtaq मोहर्रम

Uvaid Shaikh

यज़ीद ने सर कलम कर के नेज़े पर चढ़ा दिया
खुदको हुसैनी कहने बालो कम तो तुम भी नही निकले 

तुमने तो उनकी शहादत पर ढोल ही बजा दिया। #मोहर्रम
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