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Rekha Singh
White इन पेड़ों और प्रकृति का रहना आवश्यक था हमारे लिए और जाने कौन सी प्रगति के लिए उन्हें खत्म करना सही समझा ©Rekha Singh #short_shyari प्रकृति
#short_shyari प्रकृति #विचार
read moreSapna Meena
White अबकी बार 400 पार या फिर गठबंधन सरकार। मोदी का उतरे का मुखौटा या फिर पहनेगा जीत का हार। केजरीवाली या कन्हैया या मनोज तिवारी होगा यमुना पार। कांग्रेस और आम आदमी के लड़ गए नैना बीजेपी रह गई बिन प्यार। अबकी बार 400 पार,या फिर गठबंधन सरकार। ©Sapna Meena #car चुनाव 2024 पर कविता
Godambari Negi
White व्योम में फैला उजाला, हुई प्राची लाल। दल कमल ने नैन खोले, फुस-फुसाते ताल।। गुद गुदाती देह किरणें, पुष्प करता हास। ओस नभ को उड़ चली है, मुस्कुराती घास।। भाव अर्पित कर रहे हैं, मंदिरों में लोग। ईश सम्मुख हैं लगाते, प्रेम का नित भोग।। झुक गई डाली फलों की, कर रही उपकार। छाँव देकर कर रही हर, जीव का सत्कार।। जगमगाती हैं दिशाएँ, ओढ़ स्वर्ण प्रकाश। कर दिया है सूर्य ने आ, घोर तम का नाश।। चल पड़ी सौरभ सुगंधित, छा गया आनंद। कीट भी पीने चले हैं, बाग में मकरंद।। खग-पखेरू चहचहाते, खोजते हैं भोज। शिशु परिंदों को खिलाते, चोंच से हर रोज।। भर लिये हैं व्योम ने भी चाँद तारे अंक। देख सुंदर ये नजारा, मुदित राजा रंक।। ©Godambari Negi #प्रकृति
ANSARI ANSARI
White प्रकृति अनमोल होती है। इसे खिलवाड़ न समझो। येही देती है सेहतमंद जिन्दगी। इसे बेकार न समझो। ©ANSARI ANSARI प्रकृति।
प्रकृति। #विचार
read moreDeepa Didi Prajapati
हे प्रकृति बेशक असंख्य उत्तर होंगे मेरे एक प्रश्न के आपके पास, लेकिन निर्दोषों - सज्जनों को बेवजह सताया देख, आपका प्रारब्ध रूपी खेल अनुचित है। अपने होने का एहसास कराने का कैसा तरीका है यह? ©Deepa Didi Prajapati #प्रकृति #प्रारब्ध
Deepa Didi Prajapati
White उस ईश्वर रुपी अग्नि के, पतंगें है हम सब। कुछ वायु के वेग के साथ बहुत ऊंची उड़ान भरते हैं, कुछ बीच ही में ध्वस्त हो जाते हैं। उड़ने का जज्बा सबमें होता है। किसे प्रकृति कितना सहयोग करती है इसी आधार पर नसीबा जगता या सोता है। ©Deepa Didi Prajapati #प्रकृति _का_सहयोग
HARSH369
मन कि व्यथा मन ही जाने, ना तुम जान सको न मैं जानू क्या मन करवाये क्यू करवाये ये मन ना तुम जान सको ना हि मैं जानू.. बेधड़क बोलता हूं,बेखौफ बोलता हूं रिस्तो के बन्धन को कान्टों पर तोलता हूं जिसके पास जितना पैसा, उसी कि सरकार है बाकि बेकारो के लिये बेकार परिवार है,..! बाकि ये सब क्यूं बनाया भगवान ने ना तुम जान सके ना हि मैं जानू..! मन की व्यथा..मन हि जाने..!! ©SHI.V.A 369 #मन की व्यथा..!! #कविता मन की
मन की व्यथा..!! कविता मन की
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