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Rajkumar Siwachiya
हर दिन को फिर सुबह देखने के लिए काली रात से गुजरना पड़ता है और यहीं बात हर जिंदा जिंदगी जिंदा जिंदगानी पे लागू होती है कुछ पाने के लिए द्वंद तो करना पड़ेगा पार्थ सपने ख्याल ख्वाब चाहत को सच में बदलना के लिए तुम्हें जलना तो पड़ेगा बोहोत जलना चलना पड़ेगा हर लम्हें हर समें से गुजरना पड़ेगा वरना बाकि तो सब...... ✨🥷✨🌪️🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ ©Rajkumar Siwachiya कुछ पाने के लिए तुम्हें द्वंद तो करना ही पड़ेगा पार्थ ✨🥷✨🌪️🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ #SunSet #rajkumarsiwachiya #oyedesi #haryanvi #har
Banarasi..
जीवन की यात्रा रास्ता था लम्बा हम खड़े किनारे हम चलें रास्ता चला हो बेसहारे। रुका हुआ अम्बर देख रहा जमी पे चल रहे ये खुद को सम्हाले। हर कोई एक दूसरे को नहीं जानते पर पथिक के नाम मिली पहचानें। जानें पहचाने के इस चक्कर में थक रहे हम सारे के सारे। लक्ष्य एक ही अंतिम मंजिल तक अब चाहे जिंदा बचे या जाएं मारे। परिश्रम और प्रयास के द्वंद में चलो टूट पड़े हम सारे के सारे। बनारसी नहीं चाहता इस खेल में बिन अंतिम प्रयास हम सब जाएं मारे। लड़ो! उठो! बस चलते रहो तोड़ डालो! किस्मत की ये दीवारें। ©Banarasi.. जीवन की यात्रा रास्ता था लम्बा हम खड़े किनारे हम चलें रास्ता चला हो बेसहारे। रुका हुआ अम्बर देख रहा जमी पे चल रहे ये खुद को सम्हाले। हर
Negi Girl Kammu
sunset nature मेरा हंसता हुआ चेहरा सबको दिख जाता है। बस अगर छुपा है कुछ ,तो वह है मेरे अंदर का द्वंद। एक ऐसा द्वंद जो मुझे दिन-रात खायें जाता है। जो कभी हसाता है ,और कभी रुलाता है। झकझोर के रख देता है ,जो मेरी सारी जिंदगी को। मेरी खुशी को, मेरे सुख को,। और मेरे पल दो पल की मुस्कुराहट को।। द्वंद कभी रुकता नहीं, बस चलता जाता है। ©Negi Girl Kammu द्वंद ।।
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी कितने द्वंद और अवसाद पाले बैठी हूँ दाँव पर है जिंदगी,गमो को सजा बैठी हूँ जकड़ी हूँ रिवाजो और परवरिश में सुध अपनी खो बैठी हूँ घर की चौखट ही मेरी कैद है उम्र तक इसमें खप जाती हूँ कोई जमानत सुनवाई नही है सजा मरने तक की है वजूद अपना कहाँ कैसे साबित करू ऐब हजारो लगाकर जमाने ने घरों में कैद कर,उपमाओं का उपहार देकर नारी का अंतर्मन और चेतना को मारा है जननी की परिभाषा को गढ़ कर नर के हर रूप को सँवारने का भार नारी पर डाला है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #outofsight कितने द्वंद और अवसाद पाले बैठी हूँ #nojotohindi
katha Darshan
Anand Prakash Nautiyal tnautiyal
ये कैसा द्वंद ? अंतर्मन का। जो जीत न पाया मैं खुद को। हंसता है मन खुद मुझ पर, तू जीत न पाया है मुझ पर। यत्न मेरे सब व्यर्थ हुये। प्रयत्न सभी बेअर्थ हुये। ये कैसा द्वंद है ? जीवन का जो जीत न पाया मैं खुद को। कहता है जग,तू ये ना कर। तुझसे ना होगा, तू ना कर। विश्वास मेरा फिर टूट गया। हौंसला-यत्न सब छूट गया। ये कैसा द्वंद है मानव का, जो जीत न पाया मानव को। ©Anand Prakash Nautiyal tnautiyal #brokenbond#द्वंद
Anand Prakash Nautiyal tnautiyal
ये कैसा द्वंद ? अंतर्मन का। जो जीत न पाया मैं खुद को। हंसता है मन खुद मुझ पर, तू जीत न पाया है मुझ पर। यत्न मेरे सब व्यर्थ हुये। प्रयत्न सभी बेअर्थ हुये। ये कैसा द्वंद है ? जीवन का जो जीत न पाया मैं खुद को। कहता है जग,तू ये ना कर। तुझसे ना होगा, तू ना कर। विश्वास मेरा फिर टूट गया। हौंसला-यत्न सब छूट गया। ये कैसा द्वंद है मानव का, जो जीत न पाया मानव को। ©Anand Prakash Nautiyal tnautiyal #BehtiHawaa#द्वंद
Spl Someone ❤️
है ये मेरे अंतर्मन का द्वंद, युद्ध है स्वयं का स्वयं से लड़ना भी है खुद से, क्या जितना क्या हारना!!? संघर्ष मेरा कम नहीं, अंदर की तकलीफ को बाहरी हँसी से छुपाना!! असहनीय पीड़ा, घृणा, करुणा, दर्द हलचल लिए, कितना कठिन है, ऐसे जीना........ जिए तो जिए कैसे??? ©Spl Someone ❤️ #द्वंद
Rakesh frnds4ever
जिस तरह एक वृक्ष लोगों की गलियां सुनने, कोसे जाने से सूख कर ढूंढ हो जाता है अपनी पत्तियां, टहनियां फल, फूल, खो देता है तना और जड़ें भी मर जाती हैं अपने अंदर के पानी, खनिज, लवणों, रसायनों,पदार्थों,तत्वों आदि से खाली हो जाता है वैसे ही जब हमारे जीवन में लोगों द्वारा हमें जब नकारा जाता है ताने सुनाए जाते हैं यातनाएं दी जाती हैं हर पल हर क्षण कोसा जाता है बिना किसी वजह बिना किसी गलती के सजा दी जाती है जब हमें हमारे व्यक्तित्व के विरुद्ध समझा जाता है नरकीय स्थिति जैसे पेश आया जाता है तब मन में पल रहे द्वंद,कुंठाएं, सपने, निराशाएं, आशाएं, जिज्ञासाएं, भावनाएं आदि सभी भी मन मस्तिष्क से खाली हो जाती हैं ओर शरीर केवल एक सूखे ढूंढ की तरह बन जाता है ©Rakesh frnds4ever #Sukha जिस तरह एक #वृक्ष लोगों की गलियां सुनने, #कोसे जाने से #सूख कर #ढूंढ हो जाता है अपनी @पत्तियां, @टहनियां @फल, @फूल, खो देता है