Find the Latest Status about रचनाओं का संग्रह का अर्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रचनाओं का संग्रह का अर्थ.
प्रेम और मैं
जो ब खा न क र ती है उ स के त जु र्बों का, उ स की चे त ना ओं का, उ स के चिं त न का, औ र सा क्ष्य हो ती है उ स के वि वे क का। कवी का काव्य संग्रह🍁
Deshwant Kumar Yadaw
'एहसास प्यार का ' साझा काव्य संग्रह
Anjali NeGi
#अगर अगर सूरज ना होता, तो दिन रात ना होती......? अगर पानी ना होता, तो बरसात ना होती अगर जीवन ना होता तो, मृत्यु से मुलाकात ना होती......? अगर बुद्धि ना होती, तो मानुष चतुष्पाद होता अगर दुख ना होता, तो सुख का अहसास ना होता.........? अगर सत्य वचन ना होते, तो असत्य की बात ही ना होती अगर अन्न ना होता, तो खाद्य की शुरुआत ना होती.........? अगर रिश्ते ना होते तो, किसी से मुलाकात ना होती अगर दिल ना होता, तो जज्बात ना होती...........? आगर आशिक ना होता तो, शायरी की शुरुआत ना होती #अगर...????#भरपुर #प्रश्न #का #संग्रह #poem.......?
Drjagriti
"रचनाओं" की "रणभूमि" है यह यहां "शब्दों" के "शस्त्र" ही चलते हैं तुम "योद्धा" हो "प्रतिद्वंदी" हो, फिर शस्त्रों से क्यों डरते हो हर "अक्षर" यहां "बलशाली" है तुम अपने "रण" में आ जाओ ना खुद को किसी से "कम" समझो "शब्द बाणों" की छड़ी लगा जाओ!......... ©Drjagriti # रचनाओं का रण
Ek villain
कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान शहरी विकास का उल्लेख करते हुए कहा था कि अगले 25 वर्ष के वेतन के साथ शहरी विकास के रोडमैप पर कार्य करने की आवश्यकता है वास्तव में बेतरतीब से बसें और बेहिसाब ढंग से फैल रहे हमारे शहर के संदर्भ में उन्होंने टिप्पणियों के गहरे नहीं-नहीं अर्थ भारत की वर्तमान जनसंख्या का लगभग 31% हिस्सा शहर में बसता है देश के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में उनका करीब 63% योगदान है अनुमान है कि वर्ष 2030 तक शहरी क्षेत्र में भारत की आबादी का 40% हिस्सा बात करेगा और जीडीपी में उसका योगदान 75% तक पहुंच जाएगा इसलिए शहर विकसित के लिए अलग 25 वर्ष का रोडमैप तैयार करना महत्वपूर्ण है लेकिन इस राह में कई चुनौतियां भी हैं देश की आर्थिक गतिविधियों में शहर के योगदान देखते हुए इस कार्य में जितनी देरी होगी उतना ही देश को नुकसान होगा ©Ek villain #शहरों का संग्रह विकास आवश्यक है #alone