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ishu
Shivkumar
White { ∆ कड़क कविता किसी को पता नहीं है, लेकिन मैं इसे साझा कर रहा हूं क्योंकि मैं इस विचार को समझता हूं.. कम शब्दों में बहुत कुछ कहा जाता है ।। ∆ } मेँ भारत देश का रहने वाला हू हाथ में हर चीज़ आयताकार होनी चाहिए....!! ये बिजली कभी नहीं बचाएगी बील लेकिन माफ़ करें...!! मै कोई पेड़ नहीं लगाऊंगा बारिश लेकिन अच्छी...!! कभी शिकायत नहीं करूंगा लेकिन कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता है....!! इन नेताओ का रिश्वत के बिना काम नहीं होगा लेकिन भ्रष्टाचार को ख़त्म होना ही चाहिए...!! मैं कचरा खिड़की से बाहर फेंक दूँगा लेकिन शहर में स्वच्छता की जरूरत है....!! मैं काम पर समय व्यतीत करूंगा लेकिन हर साल एक नये वेतन आयोग की जरूरत होती है....!! जाति के नाम पर रियायत मै लूंगा लेकिन यह मेरा देश धर्मनिरपेक्ष होना चाहिए...!! मैं वोट देते समय जाऊंगा लेकिन ये जातिवाद बंद होना चाहिए...!! मैं इस टैक्स भरते समय उन कमियां ढूंढूंगा लेकिन ये विकास को पुरी मजबूती से ,होना या करना चाहिए....!! ©Shivkumar #VoteForIndia #Vote #चुनाव #मतदान #Politics { ∆ कड़क कविता किसी को पता नहीं है, लेकिन मैं इसे साझा कर रहा हूं क्योंकि मैं इस #विचार को
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White चश्म मे अश्क दिल में हिकारत है, बस भी कर मुझे तुझसे शिकायत है... ऐ नुख्ता ची ..? शिक़वा बहुत है मुझे तेरी हरेक नुखता चीनी से.. बता मुझको ये इश्क़ है या इश्क़ की रिवायत है... #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #SunSet #Nojoto चश्म मे अश्क दिल में*हिकारत है,बस भी कर मुझे तुझसे शिकायत है.... *हीनभावना ऐ *नुख्ता ची ..? शिक़वा बहुत है मुझे तेरी हरेक न
Anjali Singhal
Yogi Sonu
White कहते है बैठो पर अपनी चेतना को नाभी केंद्र पर टांग कर बैठो #yogisonu ©Yogi Sonu #Friendship कहते है बैठो पर अपनी चेतना को नाभी केंद्र पर टांग कर बैठो #yogisonu
Bhanwar Panwar
Mehfuza
Black शिकायत कभी ये नहीं थी तुमसे, तुम एसे नहीं हो, वैसे नहीं हो, एसे क्यो नहीं हो, वैसे क्यो नहीं हो गम तो बस इस बात का है कि तुम जैसे थे, बस अब वैसे नहीं रहे। ©Mehfuza #Thinking शिकायत कभी ये नहीं थी तुमसे, तुम एसे नहीं हो, वैसे नहीं हो, एसे क्यो नहीं हो, वैसे क्यो नहीं हो गम तो बस इस बात का है कि तुम जैसे