Find the Latest Status about सेटिंग्स खोल from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सेटिंग्स खोल.
jaiveer singh
green-leaves अब मत खोलना..... मेरी जिंदगी की... पुरानी किताबों को जो था में रहा नहीं.... जो हु में किसी को पता नहीं।। ..... ©Jaiveer Singh #GreenLeaves मत खोल
#GreenLeaves मत खोल
read moreAnjali Singhal
White "साँसों की दस्तक देकर, हे मानव! तेरे लिए प्रभु ने; ज़िन्दगी का दरवाज़ा, तो था खोल दिया; घुसते-घुसते इसमें तुझे, मोह-माया ने घेर लिया। कभी मिली तुझे ठोकर, मिला तुझे कभी धोखा; कभी हँस-हँसकर जीया यहाँ, कभी जीया तू रो-रोकर; ग़र तू गिर-गिरकर संभल गया, समझो जीवन तेरा संवर गया। तन को अपने तूने, गलती का पुतला बना दिया; पर गलतियों ने तुझे रूला दिया, तो सही मार्ग भी है दिखा दिया; ग़र तू गलती करके पछता लिया, समझो कर्मों को सफल तूने बना लिया।।" ©Anjali Singhal "साँसों की दस्तक देकर, हे मानव! तेरे लिए प्रभु ने; ज़िन्दगी का दरवाज़ा, तो था खोल दिया; घुसते-घुसते इसमें तुझे, मोह-माया ने घेर लिया। कभी मिली
"साँसों की दस्तक देकर, हे मानव! तेरे लिए प्रभु ने; ज़िन्दगी का दरवाज़ा, तो था खोल दिया; घुसते-घुसते इसमें तुझे, मोह-माया ने घेर लिया। कभी मिली
read moreRJ VAIRAGYA
White आँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा तमाम उम्र कहाँ कोई साथ देता है ये जानता हूँ मगर थोड़ी दूर साथ चलो अभी तो जाग रहे हैं चराग़ राहों के अभी है दूर सहर थोड़ी दूर साथ चलो जब भी दिल खोल के रोए होंगे लोग आराम से सोए होंगे तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल हार जाने का हौसला है मुझे कितना आसाँ था तिरे हिज्र में मरना जानाँ फिर भी इक उम्र लगी जान से जाते जाते याद आई है तो फिर टूट के याद आई है कोई गुज़री हुई मंज़िल कोई भूली हुई दोस्त शहर-वालों की मोहब्बत का मैं क़ाएल हूँ मगर मैं ने जिस हाथ को चूमा वही ख़ंजर निकला ऐसा है कि सब ख़्वाब मुसलसल नहीं होते जो आज तो होते हैं मगर कल नहीं होते ज़ब्त लाज़िम है मगर दुख है क़यामत का 'फ़राज़' ज़ालिम अब के भी न रोएगा तो मर जाएगा ©RJ VAIRAGYA #rjharshsharma #rjvairagyasharma metaphysical poetryआँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा तमाम उम्र कहा
#rjharshsharma #rjvairagyasharma metaphysical poetryआँख से दूर न हो दिल से उतर जाएगा वक़्त का क्या है गुज़रता है गुज़र जाएगा तमाम उम्र कहा
read moreनवनीत ठाकुर
White मुंह पर बनते हो मीठे, पीठ पीछे ज़हर घोल ही देते हो। रिश्तों का ये कैसा फ़रेब, हर बार दिल तोड़ ही देते हो। क्या दोस्ती का बस यही मतलब है? हर ख़ुशी पर तुम सवाल छोड़ ही देते हो। हाले दिल जिक्र करते हैं अपना समझ के, तुम वक्त बेवक्त, गाहे-अगाहे यूं ही मुंह खोल देते हो। सच को नकाब पहनाकर, हर बार झूठ का दरिया बहा देते हो। जो दिखते हो, वो हो नहीं, हर साए में अपनी असलियत छुपा जो लेते हो। ©नवनीत ठाकुर #नवनीतठाकुर मुंह पर बनते हो मीठे, पीठ पीछे ज़हर घोल ही देते हो। रिश्तों का ये कैसा फ़रेब, हर बार दिल तोड़ ही देते हो। क्या दोस्ती का बस यह
#नवनीतठाकुर मुंह पर बनते हो मीठे, पीठ पीछे ज़हर घोल ही देते हो। रिश्तों का ये कैसा फ़रेब, हर बार दिल तोड़ ही देते हो। क्या दोस्ती का बस यह
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
White कभी चाह थी गले लगाने की, गैर मुझे अब ग़ैर जताने लगे हैं। राज़ इश्क़ का सबको बताने लगे हैं, अब मुझे कितना सताने लगे हैं। जिनके इश्क़ की गहरी नींद में था, वो अब रातों को जगाने लगे हैं। खोल दिया है बहानों की किताबें, अब वो धीरे-धीरे दूर जाने लगे हैं। होती थी पूरी रात मोहब्बत की बातें, अब गैर की बाहों में सोने लगे हैं। भूल गए संजोए सपनों की कहानी, मेरा इश्क़ अब वो भुलाने लगे हैं। मशगूल है वो अब गैर इश्क़ में, ख़ुद को बेहतर अब बताने लगे हैं। तोड़ दिया मुझको बेहतर की चाह में अब अपना आशियाँ सजाने लगे हैं। ©theABHAYSINGH_BIPIN #Thinking कभी चाह थी गले लगाने की, गैर मुझे अब ग़ैर जताने लगे हैं। राज़ इश्क़ का सबको बताने लगे हैं, अब मुझे कितना सताने लगे हैं। जिनके
#Thinking कभी चाह थी गले लगाने की, गैर मुझे अब ग़ैर जताने लगे हैं। राज़ इश्क़ का सबको बताने लगे हैं, अब मुझे कितना सताने लगे हैं। जिनके
read more