Find the Latest Status about shayari of famous shayar from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, shayari of famous shayar.
Himanshu Kuniyal
वो मानता ही नहीं हमसफ़र तो क्या कीजे हर एक दुआ है बेअसर तो क्या कीजे नज़र की राह में यूं तो कई नज़ारे हैं तुम्हीं पे जाके ठहरे नज़र तो क्या कीजे हजार बार कहा है कि प्यार है तुमसे जो तुमपे होता नहीं असर तो क्या कीजे हमारे पास भी पलकें तो हैं मगर आंसू भटक रहे हैं अगर दरबदर तो क्या कीजे ~आलोक श्रीवास्तव #Famous #Shayar #Shayari
Himanshu Kuniyal
हर एक सांस में लेकर तुम्हारा प्यार चले दिलों कों जीतने आए थे खुद को हार चले ये जिस्म क्या है कोई पैहरन उधार का है यहीं संभाल के पहना यहीं उतार चले अगर नवाज़ रहा है तो यूं नवाज़ मुझे कि मेरे बाद मेरा जिक्र बार बार चले ~आलोक श्रीवास्तव #Famous Shayar #Shayari
Himanshu Kuniyal
ये लाल डिबिया में जो पड़ी है वो मुँह दिखाई पड़ी रहेगी जो मैं भी रूठा तो सुब्ह तक तू सजी सजाई पड़ी रहेगी न तूने पहने जो अपने हाथों में मेरी इन उँगलियों के कंगन तो सोच ले कितनी सूनी सूनी तिरी कलाई पड़ी रहेगी हमारे घर से यूँ भाग जाने पे क्या बनेगा मैं सोचता हूँ मोहल्ले-भर में कई महीनों तलक दुहाई पड़ी रहेगी जहाँ पे कप के किनारे पर एक लिपस्टिक का निशान होगा वहीं पे इक दो क़दम की दूरी पे एक टाई पड़ी रहेगी हर एक खाने से पहले झगड़ा खिलाएगा कौन पहले लुक़्मा हमारे घर में तो ऐसी बातों से ही लड़ाई पड़ी रहेगी और अब मिठाई की क्या ज़रूरत मैं तुझ से मिल-जुल के जा रहा हूँ मगर है अफ़्सोस तेरे हाथों की रस मलाई पड़ी रहेगी मुझे तो ऑफ़िस के आठ घंटों से खौफ आता है सोच कर ये हमारे माबैन रोज़ बरसों की ये जुदाई पड़ी रहेगी जो मेरी मानो तो मेरे ऑफ़िस मैं कोई मर्ज़ी की जॉब कर लो कि हम ने क्या काम-वाम करना है कारवाई पड़ी रहेगी ~आमिर अमीर #Famous #Shayar
Himanshu Kuniyal
मुद्दतों खुद की कुछ खबर न लगे, कोई अच्छा भी इस कदर न लगे। बस तुझे उस नजर से देखा है, जिस नजर से तुझे नजर न लगे। मैं जिस दिल से प्यार करता हूं, चाहता हूं उसे खबर न लगे। ~आलोक श्रीवास्तव #famous Shayar
#Famous Shayar
read moreHimanshu Kuniyal
कोई इतना प्यारा कैसे हो सकता है फिर सारे का सारा कैसे हो सकता है तुझ से जब मिल कर भी उदासी कम नहीं होती तेरे बग़ैर गुज़ारा कैसे हो सकता है कैसे किसी की याद हमें ज़िंदा रखती है एक ख़याल सहारा कैसे हो सकता है यार हवा से कैसे आग भड़क उठती है लफ़्ज़ कोई अँगारा कैसे हो सकता है कौन ज़माने-भर की ठोकरें खा कर ख़ुश है दर्द किसी को प्यारा कैसे हो सकता है ~जव्वाद शैख़ #Famous Shayar
#Famous Shayar
read more