Find the Best sarkarikavi Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about jhukaye baithe hai sar ko abid lyrics, lauda ka sarkar hai, sar dard ki dua in english, ye ishq ka jadu hai sar chad kar bolega, sar dard kar raha hai,
अरुण शुक्ल ‘अर्जुन'
सँभल जाओ वरद - पुत्रों, अभी भी शान बाकी है। कलम को यूँ नहीं दिनकर कभी गिरवी रखा करते।अरुण शुक्ल अर्जुन प्रयागराज (पूर्णतः मौलिक स्वरचित एवं सर्वाधिकार सुरक्षित) ©अरुण शुक्ल अर्जुन #sarkarikavi
अरुण शुक्ल ‘अर्जुन'
ये तो होना ही था ***************** प्रेमचंद, दिनकर - नागार्जुन की कलमें भी कहती थीं। देख दुर्दशा भारत की कविताएँ स्वयं विलखती थीं। तब भी सोजे - वतन सरीखी कितनी प्रतियाँ जलती थीं। फिर भी ब्रिटिश हुकूमत पर ही जमकर जहर उगलती थीं। लेकिन कभी न गाये खुल कर सत्ताधीषों की गाथा। कभी नहीं गुण - गान किये यूँ नहीं टिकाये यूँ माथा। अगर किसी सत्ताधीषों के काम उन्हें भा जाते थे। केवल बिंब - प्रतीकों के माध्यम से उनको गाते थे। राजनीति को जूती समझे सर की पगड़ी कविता थी। पंक्ति - पंक्ति मे लोक साधना असहायों पर दुःखिता थी। जन - कवि की गरिमा को खोकर सरकारी हो जायेंगे। कोई का - बा, का - बा कोई बाबा - बाबा गाएंगे। तब - तब उनको सरकारी चश्मे से देखा जाएगा। प्रतिपक्षी के गढ़ में उनको यूँ ही रोका जायेगा। कवि होकर कवि - निंदा करना कोई मेरा मर्म नहीं। पर आँख बंद कर करूँ समर्थन ये भी तो कवि धर्म नहीं। जिसको भी मैं निडर भाव से दिनकर - पथ पर पाऊँगा। खुले समर्थन में फिर उनके पद - चिन्हों पर आऊँगा। अरुण शुक्ल अर्जुन प्रयागराज (पूर्णतः मौलिक स्वरचित एवं सर्वाधिकार सुरक्षित) ©अरुण शुक्ल अर्जुन #WritersSpecial #sarkarikavi
#WritersSpecial #sarkarikavi #कविता
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited