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Nitesh Prajapati
"सच्चा प्रेम" ये कहानी है दो प्रेमीओ की जिसने अपना प्रेम पाने के लिए अपनी आधी उम्र गुज़ार दी। पूरी कहानी कृपया अनुशीर्षक मे पढ़े । कहानी क्रमांक :-5 @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@ "सच्चा प्रेम" हिमांशु एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर था और एक अच्छी सी कंपनी में नौकरी कर रहा था, तनखा भी उसकी बहुत ही अच्छी थी, हिमांशु की उम्र शादी लायक हो गई थी, कितने अच्छे घर के रिश्ते आते थे उसको लेकिन वह ना ही बोल देता था।
Nitesh Prajapati
"धन का अभिमान" पूरी कहानी कृपया अनुशीर्षक मे पढ़े । कहानी क्रमांक :-4 @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@ "धन का अभिमान" एक साल पहले की बात है जब कोरोना ने पूरे विश्व में अपना कोहराम मचाया था, और भारत भी इस महामारी से जुज रहा था। ऐसे विकट समय में भी कोई था जो सिर्फ अपने पैसों के बारे में ही सोच रहा था, अपनी धन संपत्ति को संभालने के बारे में ही सोच रहा था, जी मैं बात कर रहा हूं अभिमानी इंसान जिसका नाम था प्रतिक माहेश्वरी।
Nitesh Prajapati
"अनमोल" यह कहानी है अनाथ आश्रम के आँगन से मिले एक बच्चे की। पूरी कहानी कृपया अनुशीर्षक मे पढ़े। कहानी क्रमांक :-3 @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@ "अनमोल" यह कहानी है अनाथ आश्रम के एक लड़के की जिसको जन्म के सिर्फ दस दिन के बाद ही कोई अनाथ आश्रम के आँगन में रात को छोड़कर चला गया था। अनाथ आश्रम वालों ने सुबह में बच्चे को आँगन से उठाकर आश्रम में अंदर लाए और डॉक्टर को बुलाकर उसकी जांच करवाई और अपने आश्रम में ही उसको रख लिया। अखबार में इश्तिहार भी दिया लेकिन इस प्यारे से बच्चे को कोई भी लेने नहीं आया।
Nitesh Prajapati
"प्रार्थना और प्रेरणा" ये कहानी है दो बहनों की जिसने नारी शक्ति का सही मतलब समझाया है दुनिया को। पूरी कहानी कृपया अनुशीर्षक में पढ़े । कहानी क्रमांक :-2 Pics from Google... @@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@@ "प्रार्थना और प्रेरणा"
Nitesh Prajapati
"भोलू" (कूड़े की गाड़ी चलाने वाला) पूरी कहानी कृपया अनुशीर्षक में पढ़े। कहानी क्रमांक :-1 ************'***************************** "भोलू" (कूड़े की गाड़ी चलाने वाला)
jagruti vagh
धोखेबाजों में रह-रहकर धोकेबाज बन गए (read in caption) हो हम बड़े थे मासूम बे-लिहाज़ बन गये हम बड़े थे मासूम बे-लिहाज़ बन गये हो हम बड़े थे मासूम बे-लिहाज़ बन गये हम बड़े थे मासूम बे-लिहाज़ बन गये
jagruti vagh
डरावनी प्रेमिका (read in caption) सनी और उसके दोस्त रात को बहुत पिकर नशे में डूबे हुए थे | वो सारे केे सारे सनी केे घर उसके जन्मदिन की पार्टी कर रहे थे | उनके आगे सारी दुनिया गोल-गोल घूम रही थी | वो अमावस्या की घनघोर काली रात थी | और मौसम भी कुछ ठीक नहीं था | बिजली भी आ-जा रही थी | तब अचानक से दरवाज़ा खटखटाने की आवाज़ आई | तो उन्होंने दरवाज़ा खोला तो बहार काली बिल्ली थी ये सबकुछ देखकर वो ड़र गए | वो बिल्ली ने अंदर दौड़ लगाई और घर में सबकुछ उथल-पुथल मचा दिया | फिर सभी ने मिलकर उसे भगाया | उसके जाते ही घर केे स
jagruti vagh
परीक्षा का ड़र (read in caption) रिया एक मेधावी छात्र थी | वो दसवीं कक्षा में पूरे राज्य में अव्वल आई थी | उसे उसका बड़ा भाई श्याम पढ़ाता था जो कुछ दिनों पहले ही शिक्षक बना था | रिया ने अच्छे परिणाम होने की वजह से ग्यारहवीं के विज्ञान प्रवाह में दाखिला लिया था | उसका सपना था कि वो बड़ी हो कर कंप्यूटर इंजीनियर बने और गूगल कंपनी में नौकरी पाये | उसकी दसवीं होने केे बाद विश्व में कोरोना नामक बिमारी ने दस्तक दी | जिसकी वजह से सारे देशों में लॉकडाउन लगाना पड़ा | तो फिर होना क्या था रिया की पाठशाला बंद,उसके पापा का और भाई
jagruti vagh
राजकुमारी और खरगोश (read in caption) एना सुंदरनगर की राजकुमारी थी | उनके पापा यानि की महाराजा अग्रसेन उसकी शादी करवाना चाहते थे | पर वो उस शादी केे खिलाफ़ थी क्योंकि उसे अपने सपनों में एकदम मनमोहक राजकुमार दिखता वो उसे दिल दे बैठ़ी थी | उसे उस राजकुमार का इंतजार था पर यहाँ उसके पापा की शादी को लेकर तैयारी देखकर वो भाग आई | वो चलते चलते बहुत दूर आ गई थी जहाँ कोई नहीं दिख रहा था बस आस पास जंगल ही जंगल | वहाँ उसे एक झरोखा दिखा जहाँ वो अपना मुँह धोने और पानी पीने चली गई | रात के अँधेरे में भी उसे पर्वत की दीवारों पर क
jagruti vagh
एक नई दुनिया (read in caption) रात केे 11 बजे थे और मैं तमिल भाषा की हिंदी भाषा में रुपांतरीत फिल्म 'टिक टिक टिक' देख रही थी,जो भारत की पहली अंतरिक्ष विज्ञान पर आधारित फिल्म थी | पूरे दिन की थकावट के कारण बहुत नींद भी आ रही थी | मैं नींद और फिल्म दोनों के बीच फंसी थी | ना पूरी नींद ले पा रही थी और ना ही फिल्म देख पा रही थी | अचानक से मैं मेरे पसंदीदा तलाब पे मेरी पसंदीदा जगह जा पहुँची | और मुझे वहाँ एक अजीब सा दिखने वाला यंत्र दिखाई दिया जिसमें सिर्फ एक ही लाल बटन था जिसे दबाते ही मैं शुन्यावकाश में बादलों की बीच