Find the Best KKC994 Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutkkc status, kkc pvt ltd pune, kkc, kkc edits, kkc pvt ltd,
Dr Upama Singh
गुलाब की फ़रमाइश होती है बस इतनी सिद्धत से कोई पहचान ले उसकी ख़ूबसूरती काँटों के बीच खिल कर मुस्कुराता है प्यार से वो सबका दामन सजाता है सब कहते हैं प्यार का प्रतिबिंब हूंँ मैं फिर क्यूँ हर रोज़ तोड़ा जाता हूंँ मैं बेवजह ही हाथ–ओ–हाथ लेते हैं मुझे किसी के यादों का सहारा बना देते हैं मुझे आंतरिक खुशी मिल जाती है मुझे भी जब किसी के खुशी का वजह बनता हूंँ मैं फिर भी मेरे दर्द को कोई जानता नहीं इतनी खुशी देता हूंँ मुझे भी जीने का हक़ है खिलने दो मेरी बगिया के आँगन में मुझे ♥️ Challenge-994 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-994 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read moreTarot Card Reader Neha Mathur
चमन-ए-ताज़गी के महकते गुलाब की फ़रमाइश थी तुमसे लम्स-ए-मखमली के दहकते ताब की ख्वाहिश थी तुमसे इकरार की पहली बहार के अफ्सूँ में हम गुमशुदा हो जाए तुम्हारे इश्क में डूबे हुए बहकते महताब की गुज़ारिश थी तुमसे, सासों की महकी कतार में ढलती हर शाम सरगोशी हो जाए अफ़रंग-ए-सलमा के सुलगते शबाब की सिफ़ारिश थी तुमसे रूह में इंद्रधनुषी रंग में आतिश से सारे एहसास बिखर जाए दिल की हसरतों के मचलते इज़्तिराब की गुज़ारिश थी तुमसे। मौहब्बत इतनी करो हमसे कि सुख़न में तुम्हारा नाम उभर जाए लरजते मचलते बिखरते निगाह-ए-बारयाब की नुमाइश थी तुमसे मेरे महबूब क्या दौलत मांगेगी जन्नत-ओ-जहान की तुमसे 'नेहा' मुझे तुमसे मिलाने के लिए फरिश्ता-ए-ख्बाब की साज़िश थी तुमसे लम्स:- छुअन अफ़रंग:- सुरूचिपूर्ण
मौहब्बत इतनी करो हमसे कि सुख़न में तुम्हारा नाम उभर जाए लरजते मचलते बिखरते निगाह-ए-बारयाब की नुमाइश थी तुमसे मेरे महबूब क्या दौलत मांगेगी जन्नत-ओ-जहान की तुमसे 'नेहा' मुझे तुमसे मिलाने के लिए फरिश्ता-ए-ख्बाब की साज़िश थी तुमसे लम्स:- छुअन अफ़रंग:- सुरूचिपूर्ण
read moreDR. SANJU TRIPATHI
चाह नहीं है मुझको कोई कि मैं किसी माला में पिरोया जाऊँ, चाह नहीं है मुझको कोई कि मैं किसी की गले की शोभा बढ़ाऊँ। और भी सुंदर फूल है जमाने में पर फूलों का राजा मैं कहलाता हूँ, चाह नहीं है मुझको कि मैं किसी हसीना के गजरे में गूंथा जाऊँ। मेरी खूबसूरती पर मरते हैं लोग मुझे प्रेम का प्रतीक समझते हैं, चाह नहीं है मुझको कि मैं किसी के झूठे प्रेम का सहारा बन जाऊँ। मेरे रंग और रूप की सारी दुनिया दीवानी है इस बात को जानते हैं, चाह नहीं है मुझको कि मैं किसी भी बिन ब्याही की सेज सजाऊँ। गुलाब की फ़रमाइश है कि उसकी चाहतें भी जग जाहिर हो जाएं, चाह नहीं है बेवजह बेबात के किसी नुमाइश का हिस्सा बन जाऊँ। चाह मेरी बस इतनी सी कि ईश्वर के चरणों में श्रद्धा से चढ़ाया जाऊँ, चाह मेरी बस इतनी सी किसी वीर शहीद की अर्थी पर सजाया जाऊँ। ♥️ Challenge-994 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
♥️ Challenge-994 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।
read more
About Nojoto | Team Nojoto | Contact Us
Creator Monetization | Creator Academy | Get Famous & Awards | Leaderboard
Terms & Conditions | Privacy Policy | Purchase & Payment Policy Guidelines | DMCA Policy | Directory | Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited